‘जन सुराज के लिए सुख त्यागा, बदले में मिला अन्याय’:टिकट न मिलने पर गुस्सा, राजद कार्यकर्ताओं ने राबड़ी आवास के बाहर बिताई रात; बीजेपी वर्करों में बची है उम्मीद

‘मैं घर में नहीं बैठी। अपना सारा सुख त्याग दिया और जन सुराज के लिए काम किया। घर की बेटी-बहू होकर भी मैंने हिम्मत जुटाई। 3 साल तक प्रशांत किशोर का साथ देती रही हूं। वे पैदल चले तो मैं भी उनके साथ चल पड़ी। आज मेरे साथ अन्याय हुआ है। टिकट के लिए उन लोगों का नाम अनाउंस हुआ जो क्षेत्र में घूमे ही नहीं, जनता उनको पसंद तक नहीं करती है। बहुत उम्मीद लेकर आई थी, सब पर पानी फिर गया है। मैंने तो उम्मीदवार बनने का प्रोसेस भी पूरा कर लिया था।’ इतना कहते-कहते जन सुराज की महिला कार्यकर्ता पुष्पा सिंह ने कहा, बनियापुर-मसरक की जनता जन सुराज का हिसाब कर देगी। दरअसल, गुरुवार को जन सुराज ने 51 सीटों पर कैंडिडेट्स के नाम की घोषणा कर दी है। जो सेलेक्ट नहीं हुए वे भड़के हुए हैं। जन सुराज की ये अकेली कार्यकर्ता नहीं जो विरोध जता रही हैं। इनके अलावा भी कई कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराजगी जताई है। यहां तक की पार्टी भी छोड़ दी है। वहीं, दूसरी तरफ गुरुवार को राबड़ी आवास के बाहर भी टिकट के लिए कार्यकर्ताओं की भीड़ रही। कार्यकर्ता रात में राबड़ी आवास के बाहर ही रहे। कोई चटाई बिछाकर तो कोई पेपर-प्लास्टिक बिछाकर सोया रहा। इसके अलावा गुरुवार को बीजेपी में भी टिकट के लिए कार्यकर्ताओं का आना-जाना लगा। बायोडाटा देने की प्रक्रिया चलती रही। हालांकि वहां कार्यकर्ता अभी आश्वास पर शांत है। जन सुराज सभी को चोर बताकर खुद को ईमानदारी बताती है- जन सुराज कार्यकर्ता जन सुराज से जुड़े अमर कुमार सिन्हा, कहते हैं मैं कुम्हरार विधानसभा से प्रत्याशी के रूप में था। 21000 रुपया हम लोगों से लिया गया और कहा गया कि आपको विधानसभा में प्रत्याशी बनाया जाएगा। 5 सभाएं करवाई। अंत में केसी सिन्हा नाम के आदमी को ले आए। आरसीपी सिंह ने अपनी बेटी को टिकट दिलवा दिया। पीके ने काम करवाया और आरसीपी सिंह ने भरोसा दिया। हमने जन सुराज पार्टी छोड़ दिया। यह पार्टी सभी को चोर बता कर खुद ईमानदार बताती है। यह आदमी (प्रशांत किशोर) बिहार बदलाव की बात कर रहा है और दूसरे को चोर बोलकर खुद को ईमानदार साबित करना चाहता है। 40 हजार में सीट बेची- जन सुराज नेता मुजफ्फरपुर में जन सुराज के नेता संजय केजरीवाल ने पार्टी से त्यागपत्र देने के साथ-साथ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा की है। संजय केजरीवाल ने कहा कि जन सुराज में अब सिद्धांत-विचारधारा नहीं, बल्कि पैसे का बोलबाला हो गया है। मुजफ्फरपुर नगर विधानसभा की टिकट 40 लाख रुपए में बेची गई है। जन सुराज ऑफिस के बाहर एक घंटे तक हुआ बवाल जन सुराज जैसे-जैसे 51 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर रही थी। वैसे-वैसे ऑफिस के बाहर कार्यकर्ता के बीच गहमागहमी बढ़ती जा रही थी। सभी सब्र किए हुए थे कि अब उनकी बारी आएगी, पर जब 51 सीटों के बाद घोषणा बंद हुई तब कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए। सभी कहने लगे हमने इतना काम किया था, उसका हमें कोई फायदा नहीं हुआ। हमारे साथ पार्टी ने ठीक नहीं किया। वहीं, दूसरी तरफ राजद-भाजपा में भी टिकट को लेकर कार्यकर्ता काफी मशक्कत कर रहे हैं। गुरुवार रात में राबड़ी आवास के बाहर सैकड़ों कार्यकर्ता जुटे रहे। उनलोगों का कहना था कि आश्वासन मिला है, पर जब तक टिकट नहीं मिल जाता है, तब तक यहीं रहेंगे। कुछ कार्यकर्ताओं ने भास्कर से बात की, पढ़िए रिपोर्ट… पहले राबड़ी आवास के बाहर खड़े कार्यकर्ताओं ने क्या कहा, पढ़िए टिकट लेकर ही जाएंगे राबड़ी आवास के बाहर मुखिया गणेश राय ने कहा कि हम लोग रघुपति यादव के लिए टिकट लेने के लिए आएं हैं। रघुपति यादव गरीबों के मसीहा हैं। हमारे हर दुख-सुख में साथ रहते हैं। जब भी फोन करते हैं, वे आ जाते हैं। वे बड़हरा के बेटे हैं। तेजस्वी यादव और लालू यादव ने टिकट का आश्वासन भी दिया है, लेकिन हम यहां धरना पर बैठे हैं। टिकट लेकर ही जाएंगे। तेजस्वी यादव के साथ बात चल रही है कार्यकर्ता लालू यादव ने कहा, हम लोग सब रघुपति के चाहने वाले हैं। वे गरीबों के मसीहा हैं। बाकी सब लुटेरे हैं। वे 24 घंटा हमारे सेवा में रहते हैं। अभी प्रतिनिधि नहीं है, तब भी वे हर समस्या में हमारे साथ रहते हैं। तेजस्वी यादव के साथ अंदर बात भी चल रही है। एजुकेशन देखी जा रही मसौढ़ी से आए राकेश कुमार ने बताया, हमें कहा गया कि अगर आपके उम्मीदवार पढ़े-लिखे हैं और अच्छी उम्मीदवार है तो टिकट जरूर मिलेगा। हम लोग सरोज यादव के समर्थन में आएं हैं
प्रभुनाथ राय ने कहा कि मैं सरोज यादव के समर्थन में आया हूं। सरोज यादव 2015 में चुनाव जीतकर विधायक बने थे। वहां हमेशा समाजवादी नेता होते हैं, उसमें ये प्रखर नेता है। जो दलित, शोषित और वंचित वर्गों के लिए लड़ाई लड़ते हैं। दलित बस्ती में काफी काम किया है। 2020 में माइनर वोट से वे चुनाव हारे थे, लेकिन इस बार हम लोगों ने फिर मन बना लिया है कि सरोज यादव को विधायक बनाना है। पुरे बड़हरा की जनता उनके लिए तैयार है। भाजपा का टिकट के लिए कार्यकर्ता फिलहाल आश्वासन के बाद उम्मीद लगाए हुए हैं, दो कार्यकर्ताओं ने रखी है अपनी बातें… दिलीप जायसवाल और तावड़े से बात हुई है, आश्वासन मिला है औरंगाबाद के कुटुंबा विधानसभा से भाजपा टिकट के लिए पहुंची रेखा पासवान ने कहा कि नेताओं से बात करने आई हूं। मैं भी मांग करूंगी कि मुझे भी कुटुंबा से सिंबल दिया जाए। मैं भी चुनाव लड़ना चाहती हूं। मैं चुनाव जीत सकती हूं। विनोद तावड़े, प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल से मुलाकात हुई है। उनलोगों ने कहा है कि हमलोग देखते हैं। पार्टी विचार कर रही है। बाकी दल को भी मिलाकर चलना है न। मैंने अपना बायोडाटा दिया है। मैं पिछले 15 साल से भाजपा से जुड़ी हुईं हूं। वर्तमान में मैं 3 साल से बीजेपी की जिला उपाध्यक्ष भी हूं। आश्वासन नहीं मिला है, पर उम्मीद है भाजपा ऑफिस पहुंची शोभा कुमारी राम ने कहा कि हमलोग पार्टी-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए काम करते हैं। पार्टी से महिलाओं को बहुत आस रहती है। मुझे इतना आत्मविश्वास है कि निराश नहीं होंगे। मैं बथनाहा सुरक्षित सीट से उम्मीदवारी चाहती हूं। अभी आश्वासन नहीं मिला है, लेकिन उम्मीद है। मैं 2006 से पार्टी से जुड़ी हूं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *