जालंधर पुलिस लापरवाही न करती तो शायद लड़की जिंदा होती:लाश मिलने से 2 घंटे पहले घर की तलाशी ली, 20 मिनट बाद कहा- अंदर कुछ नहीं

पंजाब के जालंधर में पुलिस लापरवाही न बरतती तो शायद रेप की कोशिश के बाद कत्ल की गई 13 साल की लड़की जिंदा होती। पुलिस आरोपी पड़ोसी के घर में गई लेकिन सही ढंग से जांच नहीं की। मगर, 2 घंटे बाद जब लोग घर में घुसे तो बाथरूम में लड़की की लाश मिल गई। इस मामले में अफसरों ने तलाशी लेने वाले ASI मंगतराम को सस्पेंड जरूर कर दिया लेकिन पुलिस की कारगुजारी पर कई सवाल खड़े हो गए हैं। परिवार का आरोप है कि ASI मंगतराम 20 मिनट तक घर के अंदर रहा। फिर बाहर आकर बोला कि मैंने पूरा घर देख लिया, आपकी बेटी यहां नहीं है। फिर वह आगे की जांच करने के बजाय वहां से चला गया। यह देख आरोपी ने भी गेट बंद कर दिया। परिवार ने शक जताया कि कहीं ऐसा न हो कि बेटी तब तक जिंदा रही हो और पुलिस तक मामला पहुंचने के बाद उसने बेटी की हत्या कर दी गई हो। परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि उसने घर में कार मंगाई थी, जिसमें बेटी की लाश ठिकाने लगाने की तैयारी थी। आरोपी के पास तो कोई गाड़ी नहीं है। इस मामले में पुलिस का कहना है कि ASI को सस्पेंड किया जा चुका है। बाकी आरोपों की भी जांच करेंगे। उधर, लड़की के संस्कार की तैयारी है। श्मशानघाट जाने से पहले मां ने बेटी को चूड़ा पहनाकर और मेहंदी रचाई। पोस्टमॉर्टम के बाद जब शव को घर पर लाया गया तो मां ने कहा कि मैंने अपनी बेटी के बहुत से सपने संजोकर रखे थे। उन्हें पूरा किए बिना इसे नहीं भेजूंगी। पॉइंट में पढ़िए लोगों ने पुलिस पर क्या आरोप लगाए… बच्ची की गुमशुदगी पर भी बिना महिला कॉन्स्टेबल पहुंचा ASI
आरोपी के घर के बिल्कुल सामने रहने वाली उपासना ने बताया कि बच्ची के गुम होने का शोर-शराबा होने लगा तो मैं भी घर से बाहर गली में आ गई। पता चला कि हमारी गली की लड़की गुम हो गई है। लोगों ने कहा कि आरोपी के घर के अंदर गई है। इसके बाद घर में लगे CCTV कैमरे चेक किए तो लड़की ने काली ड्रेस पहनी थी। वह गली में टहलती हुई जा रही थी और आरोपी के घर में चली गई। इसके 1 घंटे तक का पूरा CCTV फुटेज देखा गया, लेकिन लड़की बाहर आते हुए नहीं दिखी।
लोगों का शक पुख्ता हुआ तो तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। भार्गव कैंप पुलिस को बताया गया था कि बेटी गुम हो गई है और शक है कि उसके साथ कुछ गलत न हो गया हो। गेट बंद है और खोला नहीं जा रहा है। इस पर ASI मंगत राम आए। वह घर के अंदर गए और बाहर आकर कहा कि अंदर कोई नहीं है। आरोपी की पत्नी गई थी मायके, उसे फोन किया तो बोली- मेरा पति ऐसा नहीं
उपासना के साथ खड़ी गली की एक अन्य महिला ने बताया कि आरोपी की पत्नी का उसके पास मोबाइल नंबर था। उसने उसे फोन लगाया और सारी बात बताई तो उसने कहा कि वह तो लुधियाना में अपने मायके घर आई है और बेटी भी उसके साथ है। घर में पति अकेला है, लेकिन वो ऐसा नहीं है और कुछ भी गलत नहीं कर सकता है। इसके बाद लोगों ने बेटी को इधर-उधर भी तलाश किया और इस काम में 2 घंटे से ज्यादा समय लग गया। महिलाओं ने आरोप लगाया कि बच्ची 4 बजे के करीब घर में घुसी थी और आधे घंटे में ही पुलिस आ गई थी। 6 बजे के करीब जब लोग जबरदस्ती घर में घुसे और तलाशी ली तो उन्हें वॉशरूम से डेडबॉडी मिली। लोगों ने शक जताया कि हो सकता है तब तक लड़की जिंदा हो। पुलिस की लापरवाही की वजह से उसकी जान गई है। उनको पुलिस से इंसाफ की कोई उम्मीद नहीं है। लोगों को डेडबॉडी मिली तो पुलिस वाले को क्यों नहीं
गली के लोगों को जब घर के अंदर बाथरूम से शाम 6 बजे के करीब डेडबॉडी मिली तो प्रदर्शन शुरू हो गया। माहौल खराब होता देख ADCP हरिंदर गिल मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन लोग नहीं माने। जैसे ही घर का गेट खोला गया तो लोगों ने पथराव किया। अंदर से गली में घसीटकर आरोपी को बुरी तरह से पीटा। पुलिस खींच-खींचकर लोगों को हटाती रही, लेकिन एक के बाद एक लोग आरोपी को पीटते रहे। पुलिस ने मुश्किल से आरोपी को बचाया। लोगों का एक ही सवाल था कि जब उनको घर से अंदर से डेडबॉडी मिल गई तो पुलिस को कैसे नहीं मिला। ASI क्या आरोपी को बचाना चाहता था। कार क्यों लाई गई, क्या लाश ठिकाने लगाने की योजना थी
हंगामा करते हुए गली के लोगों ने पुलिस के सामने सवाल उठाया कि आरोपी के पास तो कार है ही नहीं, फिर घर के अंदर खड़ी ये कार किसकी है। इस पर ADCP का जवाब था कि ये पार्ट आफ इन्वेस्टिगेशन है। पुलिस कार के नंबर से मालिक का पता लगा रही है। इस पर लोगों ने कहा कि कहीं ऐसा तो नहीं कि पहले से ही बच्ची के साथ गलत काम करने और कार से लाश को ठिकाने लगाने की योजना बनाई गई थी। ADCP हरिंदर गिल ने लोगों को समझाया और भरोसा दिया कि इस काम के पीछे जो कोई भी होगा, उसे सजा दिलाई जाएगी। इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में लेकर जाएंगे। कानून के तहत जो भी सख्त से सख्त सजा होगी वो मिलेगी। ASI मंगत राम ने माना- बाथरूम चेक नहीं किया
लोगों के हंगामे के बीच मौके पर ASI मंगतराम भी मौजूद था। जब मंगतराम से पूछा गया कि आप घर के अंदर गए थे तो क्या किया। इस पर ASI का जवाब था कि मैंने घर में लगे CCTV की फुटेज चेक की और बाहर आ गया। कमरों में देखा, लेकिन वॉशरूम को चेक नहीं किया। मेयर बोले- इंसानियत शर्मसार हुई, सभी का सिर झुका जालंधर के मेयर धीर ने कहा कि बहुत ही दुखद घटना है। इससे इंसानियत शर्मसार हुई है। इस समय सभी का सिर झुक गया है। जिस तरह की मासूम के साथ आरोपी ने घिनौनी हरकत की है, उसका बहुत दुख है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जो भी धारा लगाई जा सकती थी आरोपी पर लगा दी गई है। प्रशासन से मांग है कि इस केस को फास्ट टैग पर ले जाकर आरोपी को जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए। एएसआई मंगत राम अपनी ड्यूटी जिम्मेदारी सही निभाता तो शायद आज लड़की जिंदा होती। जानें कौन थी लड़की, उसके साथ क्या हुआ…

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