जालंधर जिला प्रशासन ने सड़क सुरक्षा को मजबूत करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। जिले में 56 ब्लैक स्पॉट्स (दुर्घटना संभावित स्थान) की पहचान की गई है और इन जगहों पर तुरंत सुधार कार्य शुरू करने के निर्देश जारी किए गए हैं। डीसी डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबंधित विभागों को आदेश दिया कि जब तक इन स्थलों का सुधार कार्य पूरा नहीं हो जाता, तब तक यात्रियों को सतर्क करने के लिए संकेत बोर्ड लगाए जाएं। डीसी ने बताया कि पहचाने गए ब्लैक स्पॉट्स में जालंधर-1 में 24, जालंधर-2 में 11, शाहकोट में 9, नकोदर में 8, फिल्लौर में 3 और आदमपुर उपमंडल में 1 स्थान शामिल हैं। यह सूची कई महीनों के सर्वेक्षण और रिपोर्टों के आधार पर तैयार की गई है। उन्होंने सभी विभागों को आपसी तालमेल से काम करने के निर्देश दिए। किशनगढ़ चौक में नई ट्रैफिक लाइटें लगेंगी इसके अलावा प्रशासन ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर किशनगढ़ चौक में नई ट्रैफिक लाइटें लगाने की मंजूरी दी है, जिसकी लागत 12.86 लाख रुपए होगी। इससे न सिर्फ सड़क हादसों में कमी आएगी, बल्कि ट्रैफिक जाम से भी राहत मिलेगी। डीसी ने भोगपुर, आदमपुर और फोकल पॉइंट क्षेत्रों में ट्रैफिक प्रबंधन की समीक्षा करते हुए पुलिस को आदेश दिया कि त्योहारी सीजन में गलत तरीके से पार्किंग करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए।उन्होंने एनएचएआई को निर्देश दिया कि सर्विस लेन के जंक्शन पॉइंट्स पर ब्लिंकर और रिफ्लेक्टर लगाए जाएं। डीसी ने कहा 27 अक्टूबर तक सक्रिय ट्रैफिक लाइटों की रिपोर्ट दें साथ ही ट्रैफिक पुलिस को 27 अक्टूबर तक सभी सक्रिय ट्रैफिक लाइटों की रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में एडीसी जसबीर सिंह (अर्बन डिवेलपमेंट), एडीसी (जनरल) अमनिंदर कौर बराड़, आरटीओ अमनपाल सिंह, एआरटीओ विशाल गोयल, कमलेश कुमारी, रोड सेफ्टी कमेटी के राज्य सदस्य विनोद अग्रवाल, जिला सदस्य सुरिंदर सैनी और अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।