पंजाब के जालंधर में फिल्लौर थाने के पूर्व एसएचओ भूषण कुमार के खिलाफ एक महिला की ऑडियो वायरल होने के बाद अब कानूनी शिकंजा कस गया है। देर रात जालंधर देहात पुलिस ने उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है। एसएसपी हरविंदर सिंह विर्क ने दैनिक भास्कर से बातचीत में इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा- सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ऑडियो और वीडियो सामग्री की प्रारंभिक जांच के बाद भूषण कुमार पर मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल मामले में ऑडियो और वीडियो की फोरेंसिक जांच की जा रही है। महिला आयोग ने लिया संज्ञान, चेयरपर्सन ने लगाई फटकार इससे पहले, पंजाब महिला आयोग की चेयरपर्सन राज लाली गिल ने मामले को गंभीर मानते हुए एसएसपी जालंधर (देहात) को नोटिस जारी किया था और सख्त एक्शन के निर्देश दिए थे। आयोग ने 13 नवंबर को दोनों पक्षों को तलब किया था, जिसमें एसएचओ भूषण कुमार और डीएसपी बल भी मौजूद रहे। बैठक के दौरान आयोग की चेयरपर्सन ने एसएचओ को फटकार लगाते हुए कहा था कि वर्दी की आड़ में किसी भी महिला का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राज लाली ने यह भी स्पष्ट किया कि थानों में महिलाओं से बातचीत सीसीटीवी कैमरे के सामने ही की जानी चाहिए। महिला आयोग ने तलब की थी रिकॉर्डिंग उन्होंने उच्च अधिकारियों से थाने की सीसीटीवी फुटेज की रिकॉर्डिंग तलब की है। पीडि़ताओं ने आयोग के समक्ष अपने मोबाइल रिकार्डिंग्स जमा करवाई हैं, जिनमें कथित तौर पर आपत्तिजनक बातचीत दर्ज है। इन रिकार्डिंग्स को सुनने के बाद चेयरपर्सन ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और किसी भी तरह की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी। एसएचओ ने वीडियो जारी कर आरोपों को बताया था निर्धार एसएचओ कुमार ने कहा था कि जरनैल सिंह को पार्टी से निकाला जा चुका है और उसने गिरोह बना रखा है जो लोगों को ठगता और निशाना बनाता है। यह गिरोह मिलकर साजिश रचता और पैसों के लिए दबाव बनाता है। एसएचओ ने कहा था कि 24 अगस्त को पीड़िता उनके पास आई और उसने रेप की बात कही। उन्होंने कहा कि यह मामला पॉक्सो के तहत दर्ज होना चाहिए था और गांव वालों के सामने सारी बात रखी गई। एसएचओ ने अपने ऊपर लगे अप्रिय आरोप (पीड़िता की मां को छूना) को खारिज किया और कहा कि कैमरे मौजूद हैं, जांच कर ली जाए।