झांसी के मऊरानीपुर पशु अस्पताल में कानपुर की तरह CMS विवाद शुरू हो गया है। यहां के उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी का ट्रांसफर हुआ और उनके पद पर दूसरे अधिकारी को भेजा गया। नए अधिकारी अपने ऑफिस में पहुंचे तो यहां उनकी कुर्सी के साथ पहले वाले अधिकारी की भी कुर्सी लगी थी। नए साहब ने पता किया तो जानकारी हुई कि पुराने वाले यहां से नए जिले में नहीं गए बल्कि, कोर्ट चले गए। अब दोनों की कुर्सी एक टेबल पर लगी हैं। दरअसल, मऊरानीपुर में राजकीय पशु अस्पताल है। यहां 9 जुलाई 2023 कोउप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के रूप में डॉ. दीपक राजपूत की तैनाती हुई और पांच महीने बाद 28 दिसंबर 2023 को उनकी जगह डॉ. विनोद कुमार ने पदभार संभाला। इसी साल 24 अप्रैल 2025 को उनका ट्रांसफर बलिया जिले के बेलथरा रोड पशु चिकित्सालय में हो गया। हालांकि, उन्हें तत्काल रिलीव नहीं किया गया। वहीं, मऊरानीपुर में उनकी जगह डॉ. रमेश चंद्र शाक्य को तैनाती मिली। जब 25 अप्रैल 2025 को वह अपने ऑफिस पहुंचे तो यहां उनके ऑफिस में उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी की कुर्सी के साथ ही दूसरी कुर्सी भी रखी मिली। थोड़ी देर में पुराने वाले अधिकारी भी आ गए और अपनी कुर्सी पर बैठकर हर दिन की तरह काम भी करने लगे। ऐसे में किसी कुछ समझ नहीं आया। वहीं, इस पूरे मामले को लेकर डॉ. रमेश चंद्र शाक्य का कहना है कि पहले जो यहां तैनात थे वह यहां आते हैं और उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी की तरह काम करने लगते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे शासन से प्रमोशन देकर यहां भेजा है और उन्हें यहां से रिलीव कर दिया गया है। लेकिन अभी तक उन्होंने वहां पदभार नहीं संभाला। उन्होंने बताया कि पहले वाले अधिकारी कहते हैं कि मेरा कोर्ट में मामला चल रहा हूं और न ही मेरा ट्रांसफर नियमानुसार हुआ। ऑन रिक्वेस्ट मांगा था ट्रांसफर अब नहीं जा रहे उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. रमेश चंद्र शाक्य का कहना है कि जून 2025 में डॉ. विनोद कुमार ने ऑन रिक्वेस्ट बलिया में तैनाती मांगी थी। उनके आग्रह पर ही उनका ट्रांसफर हुआ था। लेकिन यहां मऊरानीपुर में रिलीवर नहीं होने के चलते उन्हें रिलीव नहीं किया गया था। लेकिन मेरे आने के बाद उन्हें रिलीव कर दिया गया लेकिन वह अब जाने को तैयार नहीं हैं। कभी-कभी आते हैं ऑफिस मऊरानीपुर के राजकीय पशु चिकित्सालय में तैनात उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. रमेश चंद्र शाक्य ने बताया कि डॉ. विनोद कुमार की कुर्सी भी उनकी कुर्सी के साथ ही लगी हुई है। वह कहता है कि मेरा मामला कोर्ट में चल रहा है। बताया कि वह 2-4 दिन में आते हैं और चले जाते हैं। कहा कि कोर्ट इस मामले में जो भी आदेश देगा उसका पालन किया जाएगा। नए चिकित्साधिकारी ने बोर्ड पर करा दी रवानगी नए पशु चिकित्साधिकारी डॉ. रमेश चंद्र शाक्य और डॉ. विनोद कुमार कुर्सी की लड़ाई बीते 5 महीने से लड़ रहे हैं। उन्होंने जैसे ही चार्ज लिया तो सबसे पहले अधिकारियों के कार्यकाल को दर्शाने वाले बोर्ड से डॉ. विनोद कुमार को वर्तमान मानने से मना कर दिया। बोर्ड पर डॉ. विनोद कुमार के पदभार ग्रहण करने की तारीख और पद छोड़ने की तारीख लिखवा दी है।