बिहार विधानसभा चुनाव के बीच राबड़ी आवास 10 सर्कुलर रोड पर रविवार को जबरदस्त हंगामा हुआ। विस चुनाव के टिकट के लिए पूर्व प्रत्याशी मदन साह ने रोते-रोते अपना कुर्ता फाड़ लिया। इस दौरान वो सड़क पर भी लेट गए। मधुबन विधानसभा से राजद के पूर्व प्रत्याशी मदन साह ने आरोप लगाया कि संजय यादव की ओर से पैसे मांगे गए थे। कहा कि संजय यादव ने 2 करोड़ 70 लाख रुपए मांगे थे। मैंने रुपए नहीं दिए तो टिकट किसी और को दे दिया गया। टिकट न मिलने पर फट पड़ा आक्रोश मदन शाह ने दावा किया कि उन्हें 2025 के चुनाव का टिकट मिलने का आश्वासन लालू प्रसाद यादव ने खुद दिया था। वे महीनों से पटना में डेरा डाले हुए थे और हर मीटिंग में शामिल हो रहे थे, लेकिन पार्टी ने संतोष कुशवाहा को उम्मीदवार को सिंबल दिया, उनका सब्र जवाब दे गया। राबड़ी आवास के बाहर वे ज़मीन पर बैठ गए, कुर्ता उतारकर फाड़ दिया और रोते हुए बोले, ‘मेरे साथ धोखा हुआ है… टिकट बिक गया’। संजय यादव पर 2.7 करोड़ मांगने का आरोप तेजस्वी के करीबी और राज्यसभा सांसद संजय यादव पर मदन शाह ने पैसों की डील का आरोप लगा दिया। उन्होंने कहा कि संजय यादव ने टिकट के बदले मुझसे 2 करोड़ 70 लाख रुपए मांगे। मैंने देने से इनकार किया, इसलिए मेरा टिकट काट दिया गया। कहा कि पैसे देने वालों को तरजीह दी जा रही है जबकि पुराने कार्यकर्ताओं की कोई इज्जत नहीं रह गई। 2020 में भी लड़ चुके हैं चुनाव मदन शाह ने 2020 में राजद के टिकट पर मधुबन विधानसभा से चुनाव लड़ा था। महज दो हजार वोटों से हार गए थे। उन्हें भरोसा था कि इस बार पार्टी उन्हें फिर मौका देगी, लेकिन ऐसा न होने पर उन्होंने सार्वजनिक रूप से अपना गुस्सा जाहिर किया। सड़क पर तमाशा, पार्टी की मुश्किलें बढ़ीं राबड़ी आवास के बाहर उनका यह प्रदर्शन राहगीरों के लिए तमाशा बन गया। सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें हटाने की कोशिश की, लेकिन वे बार-बार रोते और चिल्लाते रहे। इस ड्रामे ने महागठबंधन की अंदरूनी कलह और टिकट बंटवारे की कड़वी हकीकत सबके सामने ला दी है। जहां NDA सीधी लड़ाई की तैयारी में जुटा है, वहीं RJD के भीतर टिकट को लेकर बवाल पार्टी की साख और रणनीति दोनों के लिए चुनौती बन गया है।