प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.एन.डी.मिश्रा अब राजनीति के मैदान में उतर चुके हैं। प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज ने उन्हें झाझा विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। डॉ. मिश्रा बैजनाथ शंकर नेत्रालय, देवघर से जुड़े हैं और नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें ‘एकोइनियन ऑफ द ईयर 2023-24’ सम्मान से सम्मानित किया गया है। समाजसेवा से मिली पहचान डॉ. मिश्रा ने चिकित्सा सेवा को समाजसेवा का माध्यम बनाया। उन्होंने प्रयागराज महाकुंभ के दौरान 10 लाख से अधिक लोगों का नेत्र परीक्षण किया और 3 लाख से अधिक लोगों को मुफ्त चश्मा वितरित किया। इसके अलावा, उन्होंने मगडीहा गांव में निशुल्क स्वास्थ्य शिविरों का भी आयोजन किया, जिससे गरीब तबके को चिकित्सा सुविधा मिली। झाझा में बेरोजगारी और पलायन बड़ा मुद्दा झाझा विधानसभा क्षेत्र में इस बार जनसुराज की रणनीति नए चेहरों पर भरोसा करने की है। यहां बेरोजगारी, पलायन और कृषि संकट प्रमुख चुनावी मुद्दे बन चुके हैं। ऐसे में डॉ. मिश्रा की छवि एक सेवा-भावी और सुलभ डॉक्टर के रूप में पार्टी को स्थानीय स्तर पर मजबूती दे सकती है। जनता से किया वादा- “विकास और रोजगार मेरी प्राथमिकता” डॉ. मिश्रा ने कहा, “मैं वर्षों से समाजसेवा के जरिए लोगों के बीच काम कर रहा हूं। अगर जनता ने मुझ पर भरोसा जताया, तो झाझा में रोजगार सृजन, पलायन रोकथाम और किसानों के लिए कोल्ड स्टोरेज निर्माण पर ठोस पहल की जाएगी।” स्थानीय राजनीति में नई सरगर्मी झाझा सीट से डॉ. एन.डी. मिश्रा की उम्मीदवारी को लेकर क्षेत्र की राजनीति में नई सरगर्मी आ गई है। जनसुराज की यह रणनीति न सिर्फ क्षेत्रीय समीकरणों को बदल सकती है, बल्कि स्वास्थ्य और सेवा से जुड़े मुद्दों को भी चुनावी बहस के केंद्र में ला रही है।