तीसरे मोर्चे की तैयारी, तेजप्रताप हो सकते गठबंधन का चेहरा:बिहार में ओवैसी, पारस, तेजप्रताप और चंद्रशेखर की पार्टी के साथ चुनाव लड़ने की चर्चा

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में तीसरे मोर्चे की आहट तेज हो गई है। एनडीए में सीट शेयरिंग हो चुकी है। महागठबंधन में चल रही खींचतान के बीच अब एक नए गठबंधन की सुगबुगाहट सामने आई है। सूत्र की माने को ओवैसी की पार्टी AIMIM, पशुपति पारस की पार्टी रालोजपा (RLJP), चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आज़ाद समाज पार्टी और तेजप्रताप यादव की पार्टी जनशक्ति जनता दल को साथ लाने की कवायद जारी है। अगर यह प्रयास सफल होता है, तो बिहार में तीसरी शक्ति के रूप में एक नया गठबंधन चुनावी मैदान में उतर सकता है। जानकारी के अनुसार AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल ईमान और रालोजपा प्रमुख पशुपति पारस के बीच हाल ही में फोन पर बातचीत हुई है। इस बातचीत में संभावित गठबंधन की दिशा, सीटों की रणनीति और साझा एजेंडा पर चर्चा की गई। दोनों नेताओं ने एक राजनीतिक विकल्प तैयार करने की जरुरत पर सहमति जताई है। थर्ड फ्रंट में लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की पार्टी जनशक्ति जनता दल को भी इस नए मोर्चे में शामिल करने की पहल चल रही है। बताया जा रहा है कि उन्हें एक महत्वपूर्ण भूमिका देने का प्रस्ताव दिया गया है। चर्चा ये भी है कि तेजप्रताप को गठबंधन का चेहरा बनाने की संभावना पर भी विचार हो रहा है। अभी उनकी पार्टी से बातचीत जारी है। पारस ने ठुकराया राजद में विलय का ऑफर रविवार को रालोजपा की मीटिंग हुई। खबर है कि मीटिंग के बाद पारस ने पार्टी के नेताओं को बताया कि महागठबंधन में रालोजपा को 4 सीट ऑफर की गई है। 4 सीट हमारी पार्टी के लिए काफी नहीं है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि लालू यादव ने पारस को राजद में विलय का ऑफर दिया है। बैठक में पशुपति पारस और सूरजभान सिंह के सामने पार्टी नेताओं ने RJD में विलय का विरोध तो किया ही, साथ ही सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़े। आगे क्या करना है, यह फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस पर छोड़ दिया गया। पारस ने कहा कि एक-दो दिन में तय कर लेंगे। पारस ने बैठक में सबको बताया कि ओवैसी और चंद्रशेखर आजाद की पार्टी उनके संपर्क में है। रालोजपा अब उनके साथ गठबंधन की बात आगे बढ़ाएगी। बैठक के बाद पारस ने पत्रकारों से इतना ही कहा है कि 17 अक्टूबर तक समय है, परसों तक बताएंगे। बता दें कि 17 अक्टूबर को पहले चरण के नामांकन का आखिरी दिन है। AIMIM के ऑफर को राजद ने ठुकराया था AIMIM ने बिहार विधान चुनाव के ऐलान से पहले राजद के साथ गठबंधन करने की पेशकश की थी। बकायदा प्रदेश अध्यक्ष AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने लालू यादव को चिट्ठी लिखकर महागठबंधन में शामिल कराने की बात कही थी, लेकिन राजद ने इसका कोई जवाब नहीं दिया था। सीमांचल यात्रा पर आए AIMIM पार्टी के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस बात का जिक्र किया था। ओवैसी ने कहा था, ‘हमने लालू यादव को खत भिजवाया, लेकिन बेटा कहता है कि मुझे खत मिला ही नहीं। अगर मैंने किसी के घर जाकर पिता से आशीर्वाद ले लिया तो क्या बेटा कह सकता है कि मुझसे आशीर्वाद नहीं लिए। चिट्ठी को लेकर तेजस्वी ने ऐसा क्यों कहा कि मुझे नहीं मिला।’ 2020 में तीसरे मोर्चे पर लड़े कुशवाहा अब NDA के साथ 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी तीसरा मोर्चा था। जिसमें उपेंद्र कुशवाहा की उस वक्त की पार्टी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP), ने 99 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे, लेकिन पार्टी को किसी सीट पर जीत नहीं मिली। रालोसपा ने 2020 में ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट (GDSF) बनाया था, जिसमें बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी जनता दल डेमोक्रेटिक (सजदद), और अन्य छोटी पार्टियां शामिल थीं। इस बार कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा NDA का हिस्सा हैं। गठबंधन में उन्हें 6 सीटें मिली हैं। चुनाव से जुड़ी अहम जानकारियां ————- क्या आप हैं बिहार की राजनीति के एक्सपर्ट? खेलिए और जीतिए 2 करोड़ तक के इनाम बिहार की राजनीति से जुड़े 5 आसान सवालों के जवाब दीजिए और जीतिए 2 करोड़ तक के इनाम। रोज 50 लोग जीत सकते हैं आकर्षक डेली प्राइज। लगातार खेलिए और पाएं लकी ड्रॉ में बंपर प्राइज सुजुकी ग्रैंड विटारा जीतने के मौके। चुनावी क्विज अभी खेलने के लिए यहां क्लिक करें – https://dainik.bhaskar.com/GXiUvc8h3Wb

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