दरभंगा में मैथिली ठाकुर का स्थानीय लोगों ने किया विरोध:कहा- बाहरी उम्मीदवार स्वीकार नहीं, स्थानीय प्रत्याशी चाहिए

दरभंगा के अलीनगर विधानसभा क्षेत्र के कई स्थानीय नेता व भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेतृत्व को चेतावनी दी है। चेतावनी है कि यदि यहां बाहरी उम्मीदवार को टिकट दिया गया तो वे संगठन से नाराज़ होकर समर्थन वापस ले लेंगे और सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे। स्थानीय नेताओं, ग्रामीणों, भाजपा समर्थकों और कार्यकर्ताओं का कहना है कि पिछले पांच सालों में क्षेत्र के लोगों को ठगा गया महसूस हुआ और अब वे केवल लोकल, जवाबदेह व सक्रिय प्रतिनिधि चाहते हैं। मैथिली ठाकुर के नाम पर अलीनगर के लोग नाराज दिखे। कार्यकर्ताओं ने बाहरी भागो अलीनगर बचाओ,बाहरी हमें स्वीकार नहीं स्वीकार नहीं स्वीकार नहीं,बाहरी उम्मीदवार हमें बर्दाश्त नहीं आदि नारा लगाया। विकास के लिए कोई ठोस काम नहीं किए स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जोर देकर कहा कि उनका भरोसा उन नेताओं पर नहीं रहा जिन्होंने पिछले कार्यकाल में इलाके के विकास के लिए कोई ठोस काम नहीं किए। घुरन मुखिया ने कहा कि “पांच साल तक यहां की जनता को जीरो काम मिला — अब लोकल विधायक ही करेंगे; यदि बाहर का प्रत्याशी आता है तो हम पार्टी छोड़ देंगे।” प्रभाकर झा ने कहा कि स्थानीय विधायक होने पर ही जनता अपनी बात कह पाती है; बाहरी विधायक के आने से जनता का सम्पर्क टूट जाता है। उन्होंने प्रदेश व राष्ट्रीय नेतृत्व से अपील की कि वे केंद्र से बड़े-बड़े नाम थोपने की मानसिकता से हटकर स्थानीय उम्मीदवार को प्राथमिकता दें। स्थानीय महिला सुधा देवी ने कहा कि वे मोदी व नीतीश के काम की सराहना करती हैं, पर प्रत्याशी लोकल होना चाहिए; उन्होंने आगाह किया कि “बाहरी को भेजा गया तो अलीनगर की जनता उसका विरोध करेगी और उसे एक वोट भी नहीं मिलेगा। राष्ट्रीय नेतृत्व से पुनर्विचार की गुहार सुभाष कुमार यादव ने पिछले चुनावों का हवाला देते हुए कहा कि मिश्रीलाल यादव के कार्यकाल के बाद भी कोई संपर्क व काम नहीं हुआ, इसलिए अब जनता ठगे जाने का अनुभव नहीं दोहराएगी। उन्होंने प्रदेश व राष्ट्रीय नेतृत्व से पुनर्विचार की गुहार लगाई। अमित कुमार ने साफ कहा कि स्थानीय कार्यकर्ता किसी भी कीमत पर बाहरी उम्मीदवार को स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया व चैनलों में जो नाम (मैथिली ठाकुर) आ रहे हैं, वे क्षेत्र की वास्तविकता से अनभिज्ञ हैं — “उनका राजनीति या क्षेत्र का कोई अनुभव नहीं; ऐसी उम्मीदवार अलीनगर के लिए घातक होगी।” मैथिली ठाकुर के संभावित नाम पर आपत्ति कुन्दन कुमार ने भी मैथिली ठाकुर के संभावित नाम पर आपत्ति जताई और पूछा कि किस आधार पर उन्हें यहां से टिकट दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उम्मीदवार का स्थानीय ज्ञान, प्रखंड-पंचायत व गांवों की समझ जरूरी है; अन्यथा पार्टी यहां अपना किला खो देगी। उन्होंने दावा किया कि स्थानीय सातों प्रखंड अध्यक्ष, 61 कार्यसमिति, 38 पंचायत अध्यक्ष, 324 बूथ अध्यक्षों ने मिलकर कथित रूप से निर्णय लिया है कि यदि उम्मीदवारों के ऐलान के तुरंत बाद बाहरी प्रत्याशी का नाम सामने आया तो वे सामूहिक इस्तीफा दे देंगे और भाजपा का साथ छोड़कर अन्य विकल्पों का समर्थन करेंगे। अब सवाल यह है कि प्रदेश व राष्ट्रीय नेतृत्व इस चेतावनी को किस तरह लेते हैं — क्या वे अलीपुर में स्थानीय दावेदारों को प्राथमिकता देंगे या बाहर से नाम थोप कर संगठन को जोखिम में डालेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार — आधिकारिक उम्मीदवार की घोषणा से पहले स्थानीय स्तर पर गतिरोध और बातचीत जारी है।

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