दरभंगा में मंगलवार को पुरानी रंजिश में युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इलाज के दौरान युवक की मौत हुई है। वह अपने छोटे भाई सुशील यादव की शादी की तैयारी के लिए गांव आया था। शादी 7 जुलाई को होने वाली है। युवक को बदमाश घर से करीब 500 मीटर दूर खींचकर ले गए। फिर लाठी, ईंट, रॉड और राइफल से बुरी तरह से पीटा। गंभीर हालत में उसे सीएचसी ले जाया गया, जहां से डीएमसीएच रेफर किया गया। इलाज के दौरान मंगलवार रात उसकी मौत हो गई। 4 महीने पहले जमीन के विवाद में शिक्षक का मर्डर हुआ था। इस मामले में मृतक के पिता और भाई जेल में बंद है। उनके ही परिजनों पर हत्या का आरोप है। मदन खाद-बीज की दुकान चलाकर परिवार का भरण-पोषण करता था। उसके दो बेटे और एक बेटी हैं। मामला कुशेश्वरस्थान थाना क्षेत्र के बहेड़ा गांव का है। मृतक की पहचान मदन यादव (33) के रूप में हुई है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। थानाध्यक्ष अंकित चौधरी ने बताया कि घायल मदन यादव की कमर से एक देसी कट्टा भी बरामद हुआ है। घटना की जानकारी मृतक के भाई ने पुलिस को दी थी। सुशील कुमार यादव के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। 17 लोगों को नामजद और 8-10 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर पुलिस कार्रवाई में जुट गई है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। फिलहाल, ये फरार है। हत्या के आरोप में पिता जेल में बंद स्थानीय लोगों के अनुसार, जनवरी में इसी गांव के शिक्षक रामाश्रय यादव की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस मामले में मदन यादव के पिता लालो यादव और भाई हीरा यादव जेल में हैं। तभी से गांव में तनाव बना हुआ है। बताया जा रहा है कि पहले से ही दोनों पक्षों में जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। मृतक के छोटे भाई सुशील कुमार यादव ने बताया कि वह गांव गए हुए थे। पूरा परिवार कुशेश्वरस्थान बाजार में रहता है। सुजीत कुमार लाइनिंग का काम किया है। उसके कुछ लोगों ने घर से उठाकर बंदूक से मारा और फेंक दिया। पहले से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। टीचर का गलत रिलेशन किसी के साथ था। इस कारण उसका मर्डर हुआ था। हम लोगों को मर्डर मामले में जानबूझ कर फंसाया गया है। साजिश के तहत भाई का मर्डर हुआ है। प्रशासन को पहले ही सूचना दी गई थी, लेकिन समय पर पुलिस नहीं पहुंची। इसी कारण भाई की जान चली गई है। 40 से 50 लोग खींचकर ले गए चचेरे भाई ललित कुमार यादव ने बताया कि छोटे भाई सुशील की शादी होने वाली थी। तैयारी के लिए वह गांव गया था। उसी दौरान सुजीत को 40-50 लोगों ने घर से खींचकर ले जाया। पप्पू यादव, राम सकल यादव, भूपी यादव, शिवधारी यादव, लाल मोहर यादव समेत कई लोगों ने चारों तरफ से घेरकर ईंट, लाठी, रोड और राइफल के कुंदे से मारा। मारपीट इतनी बुरी थी कि डीएमसी में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। ललित ने बताया कि छोटे भाई की शादी होने वाली है। ये घर की सफाई के लिए गांव गए थे। पहले से ही ये लोग उसका इंतजार कर रहे थे। जैसे ही वह घर पहुंचा, उसे वहां खींचकर ले गए और बेरहमी से पीटा। जब तक उसे लेकर प्रशासन के पास पहुंचे, तब तक उसकी हालत बहुत खराब हो चुकी थी। घटना से पांच दिन पहले गांव में बैठक हुई थी। विरोधी पक्ष ने गांव के किसानों को धमकाया था कि कोई भी मदन या उसके परिवार के अन्य सदस्य के खेत में काम नहीं करें। गांव में विरोधी पक्ष के करीब डेढ़ सौ लोग हैं। उन्हीं लोगों ने मिलकर हत्या की साजिश रची और उसे अंजाम दिया है। कुछ दिनों पहले टीचर का मर्डर हुआ था। ये उसी के परिजन है। इन्होंने मर्डर किया है। मृतक युवक ने मरने से पहले ये बयान दिया था। मृतक के भाई ने कहा है कि हमें डर है कि ये हमें मार देंगे। प्रशासन से हम न्याय की मांग करते है।