भाकपा-माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के नाम पर आम लोगों का वोट देने का अधिकार खत्म किया जा रहा है। देश में पहली बार वोटर बनने के लिए नागरिकता की परीक्षा ली जा रही है। सोमवार को प्रेसवार्ता में दीपंकर ने कहा कि दो करोड़ से अधिक लोगों का नाम काटने की तैयारी है। इस पर भाजपा-जदयू चुप है। उनको लग रहा है कि हमारी जीत के लिए वोटर लिस्ट तैयार हो रही है। चिराग पासवान को एक इंजन फेल दिख रहा है। लेकिन, बिहार में डबल इंजन फेल हो गया है। इस तानाशाही के खिलाफ 9 जुलाई को चक्का जाम होगा। किसान-मजदूरों ने अपनी हड़ताल में वोटिंग राइट को शामिल कर लिया है। यह आवाज सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचेगी। वहां 10 जुलाई को सुनवाई होनी है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद सबको वोटिंग राइट मिला। इसको केंद्र की सरकार छीन रही है। चुनाव आयोग कह रहा है कि आधार कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस को नहीं मानेंगे। आखिर यह किसने जारी किया। गरीबों के पास आधार कार्ड-राशन कार्ड है। असम की तरह बिहार में लोगों को घुसपैठिया बनाना चाहते हैं। बॉर्डर इलाके की सुरक्षा केंद्र सरकार की है। केंद्र बताए कि घुसपैठिये कहां से आए हैं।