गयाजी के फतेहपुर प्रखण्ड के थाना क्षेत्र के लोधवे गांव में दो पक्षों के बीच मारपीट हो गई। एक पक्ष कुल्हाड़ी लेकर मारपीट की घटना को अंजाम दे रहा है। कुल्हाड़ी से मारपीट करने वाला शख्स सरकारी शिक्षक बताया जा रहा है। इस हमले में दूसरे पक्ष के दो लोग प्रमोद यादव और उनके चाचा जख्मी हो गए हैं। गांव में हुई मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। प्रमोद यादव ने फतेहपुर थाने में आवेदन देकर एक ही परिवार के करीब दर्जनभर लोगों को नामजद आरोपी बनाया है। पीड़ित ने पुलिस से जान की सुरक्षा और सख्त कार्रवाई की मांग की है। प्रमोद यादव का आरोप है कि 16 जून की दोपहर करीब 3 बजे वे काम से घर को लौट रहे थे। इसी दौरान गांव के पास ही देवी स्थान के पास पहले से घात लगाए बैठे सतेन्द्र प्रसाद, कुंदन कुमार, सौरभ कुमार, अमित शेखर उर्फ छोटू, नरेश प्रसाद, उषा देवी, प्रमिला देवी, फुरानी समेत करीब एक दर्जन लोगों ने उनपर जानलेवा हमला कर दिया। बदमाशों ने चाचा को भी पीटा पीड़ित का दावा है कि सतेन्द्र के पास धारदार हथियार कुल्हाड़ी था, जबकि अन्य लाठी-डंडा और पत्थर से लैस थे। उनपर ताबड़तोड़ हमला किया गया। सिर और शरीर पर गंभीर चोटें आई हैं। जब उन्होंने शोर मचाया तो उनके चाचा द्वारिका यादव बचाने पहुंचे, लेकिन आरोपियों ने उन्हें भी बेरहमी से पीट दिया। दोनों किसी तरह जान बचाकर भागे और घटना की सूचना पुलिस को दी। प्रमोद यादव का कहना है कि हमलावरों ने जाते-जाते धमकी दी कि अगली बार नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने सभी आरोपियों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार का कहना है कि पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। सूत्रों का कहना है कि मारपीट के पीछे की वजह प्रमोद यादव की गाड़ी में मोटरसाइकिल सवार लड़के से मामूली धक्का लगना है। इसी बात को लेकर पहले दोनों पक्षों में विवाद हुआ और फिर मारपीट की घटना हुई।