धनतेरस आज है। इस मौके पर बाजारों में लोगों की भीड़ है। महिलाओं ने झाड़ू खरीदा है। गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति भी ले रही है। पटना में दुकानदार रोहित कुमार ने कहा कि सुबह से अच्छी खरीदारी हुई है। बर्तन की दुकानों में काफी भीड़ दिखी। लोगों का कहना है कि सोना महंगा है, तो बस धनतेरस में खरीदने की रस्म निभा रहे हैं। धन त्रयोदशी की तिथि दोपहर 1:20 बजे से पूरे दिन होने से पूजा-पाठ, निवेश और खरीदारी पूरे दिन होगी। धनतेरस पर ब्रह्म योग, बुद्ध आदित्य योग, पूर्वा और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का युग्म संयोग रहेगा। आज ऐश्वर्य, धन, आरोग्य, सौभाग्य, सुख आदि में वृद्धि के लिए लक्ष्मी-गणेश के साथ धन्वंतरि भगवान की पूजा होगी। धनतेरस के दिन बर्तन, सोना, चांदी, झाड़ू आदि खरीदने की परंपरा है। धनतेरस पर झाड़ू खरीदने से दरिद्रता दूर जाती है और समृद्धि का वास होता है। शुक्रवार तक लोग अपनी जरूरत के बर्तनों को धनतेरस पर खरीदने के लिए बुकिंग कराते रहे। पहले 12 प्रतिशत जीएसटी लगता था। इसमें संशोधन के बाद जीएसटी 5 प्रतिशत लग रहा है। बर्तन के दाम कम होने से ग्राहकों को राहत मिली है। सबसे ज्यादा मांग तीन लेयर वाले स्टेनलेस स्टील की है बोरिंग रोड स्थित बर्तन दुकान के संजीत कुमार ने बताया कि इस साल तीन लेयर वाले (ट्राई-प्लाई) स्टेनलेस स्टील के बर्तनों की मांग सबसे अधिक है। ये टिकाऊ और दिखने में आकर्षक होते हैं। पूजा-पाठ के लिए पीतल और कांसे के बर्तनों की भी खूब मांग है। बर्तन कारोबारियों ने बताया कि धनतेरस के मौके पर पारंपरिक धातुओं की खरीदारी करना लोग शुभ मानते हैं। अकाल मृत्यु से बचाव के लिए यम को दीप दान ज्योतिषाचार्य राकेश झा ने बताया कि आज धनतेरस के पंचदेव के निमित्त 5 दीपक जलाने से विशेष कृपा और अनिष्ट ग्रहों से शांति मिलती है। आज प्रदोषकाल में यम को तिल तेल का दीपक घर के बाहर दक्षिण मुख दिखाने से काल- संकट, रोग, शोक, भय, दुर्घटना, अकाल या अप मृत्यु से मुक्ति होती है। सनातन धर्मावलंबी आज सुख-समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की कामना से धन्वंतरि देव का पूजा कर संध्या काल में घर के मुख्य द्वार पर तेल का दीप जलाएंगे। गुरु और शुक्र ग्रह से जुड़ा है धनतेरस ज्योतिषी राकेश झा के मुताबिक आज गुरु ग्रह मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करेगा। धनतेरस धन-आरोग्य की चमक का दिन है। यह दिन गुरु जो कि आरोग्य और आयु का कारक है। शुक्र जो धन-वैभव का कारक है। धनतेरस और सोने का इतना धार्मिक महत्व इसलिए…