नारनौल में पुलिस चौकी में युवक ने किया सुसाइड:बच्चों को पढ़ाता था ट्यूशन, डीसी आवास के बाहर से पकड़कर लाई थी पुलिस

नारनौल में पुलिस चौकी के अंदर एक युवक ने तार से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस युवक को नशे की हालत में डीसी आवास के सामने से लाई थी। उसके आत्महत्या करने के बाद पुलिस ने सूचना परिजनों को दी। जिसके बाद परिजनों ने मौके पर पहुंचकर युवक की शिनाख्त की। गांव कोथल कलां के ओमप्रकाश ने बताया कि उसका 30 वर्षीय पुत्र बलवान सिंह गांव में बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था। चार दिन से घर से गायब था। बीती रात को उसका फोन आया कि उसे दस हजार रुपए की आवश्यकता है। वह नारनौल के महावीर चौक पर खड़ा है। इस पर वह सरपंच प्रतिनिधि संजय के साथ महावीर चौक पर आया। दोनों ने उसको गाड़ी से ले जाने की कोशिश की, मगर कई बार समझाने के बाद भी वह नहीं चला। उन्होंने बताया कि इसके बाद वे वहां से चले गए। वहीं उसकी साली के परिजन भी उसको समझाने के लिए आए, मगर वह उनके साथ भी नहीं गया। रात को करीब दस बजे उसके पास पुलिस से फोन आया कि तुम्हारा लड़का शराब के नशे में डीसी आवास के पास पुलिस को खड़ा मिला है। उसे आकर ले जाए। इस पर उन्होंने कहा कि थोड़ी देर पहले ही वे उसको लेने आए थे, मगर वह उसके साथ नहीं गया। जिसके बाद वह सो गया। सुबह एसएचओ ने बताया सुबह महेंद्रगढ़ थाने का एसएचओ गांव में उनके पास आए तथा उन्होंने कहा कि नारनौल पुलिस चौकी चलना है। जिसके बाद वे यहां पर आए तो उन्होंने फांसी पर लटके हुए युवक को दिखाया। इस पर उसने उसकी शिनाख्त की। जिसके बाद पुलिस आगामी कार्रवाई में जुट गई । मौके पर पहुंचे ड्यूटी मजिस्ट्रेट व डीएसपी सूचना मिलने के बाद मौके पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट व डीएसपी भारत भूषण भी पहुंचे। उन्होंने वहां पर मौजूद पुलिस कर्मियों से घटना की जानकारी ली। इस पर पुलिस कर्मियों ने बताया कि युवक को डायल 112 की गाड़ी नशे की हालत में लेकर आई थी। किसी ने फोन पर उसके नशे में होने की सूचना पुलिस को दी थी। बाथरूम में टूटी पर लटक दी जान डायल 112 की टीम ने युवक को पुलिस चौकी में छोड़कर चली गई। जिसके बाद व्यक्ति लघु शंका जाने का बहाना लेकर टॉयलेट में चला गया। वहां पर उसने बिजली के एक तार का फांसी का फंदा बनाकर उससे सुसाइड कर लिया। वह कई देर तक नहीं आया तो पुलिसकर्मियों ने उसको देखा। जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों से दी। बेरोजगार था व्यक्ति मृतक युवक बेरोजगार और अविवाहित था। उसके पिता ओमप्रकाश के अनुसार, वह गांव में बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था तथा उसी से अपना खर्चा चलाता था। इसके अलावा वह खेतीबाड़ी का काम भी करता था। कुछ नहीं बता सकते: डीएसपी इस बारे में मौके पर मौजूद डीएसपी भारत भूषण से बात की तो उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम कराए जाने के बाद ही वे कुछ जानकारी दे पाएंगे। अभी वे इस मामले में कुछ भी नहीं बता सकते, क्योंकि यह लॉ एंड ऑर्डर का सवाल है।

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