नालंदा में राज्य सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन योजना के तहत आधारभूत संरचना निर्माण कार्य का शिलान्यास सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार ने किया। गिरियक, वेन और राजगीर के तीन ब्लॉक में 1.14 करोड़ रुपए की योजनाओं का शिलान्यास हुआ है। इसमें 10,000 वर्गफुट भूमि पर निर्माण, 10 टन क्षमता का कोल्ड स्टोरेज, 20 टन क्षमता का गोदाम, सब्जियों की ग्रेडिंग, कार्यालय और पार्किंग शामिल है। मंत्री प्रेम कुमार ने कहा, ‘ पूरे राज्य में 70 स्थानों पर ऐसी सुविधाएं प्रदान की गई है, जिनमें से 25 परियोजनाएं अंतिम चरण में हैं। अगले महीने तक ये तैयार हो जाएगी। 5 दिन पहले बिहार से 1500 किलो(15 क्विंटल) सब्जी दुबई भेजी गई थी। इसमें बैंगन, अरवी समेत कई सब्जियां शामिल थीं। जर्दालु आम और केला भी निर्यात की गई थी। दुबई से 5 टन सब्जी की डिमांड आई है। नेपाल से 10 टन की मांग आने की संभावना है।’ बिहार में बड़े पैमाने पर सब्जी का उत्पादन होता है। लेकिन बाजार भाव न मिलने के कारण किसानों को उचित दाम नहीं मिल पाता। सबसे चिंताजनक बात यह है कि लगभग 30% सब्जी बर्बाद हो जाती है। इस गंभीर समस्या को देखते हुए सहकारिता विभाग ने स्टेट वेजिटेबल मार्केटिंग फेडरेशन का गठन किया है। राज्य के 534 प्रखंडों में से 500 में समितियों का गठन कर लिया गया है। 23 जून तक यह काम पूरा कर लिया जाएगा। 4.36 लाख किसानों के खातों में रुपए ट्रांसफर मंत्री प्रेम कुमार ने आगे कहा, ‘बिहार सरकार पहले से ही धान और गेहूं की खरीद में सफल रही है। हाल ही में खरीफ सीजन में 40 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई। इस दौरान 9000 करोड़ रुपए से अधिक की राशि 48 घंटे के भीतर 4.36 लाख किसानों के खातों में ट्रांसफर किए गए।’ वर्तमान में गेहूं की खरीद जारी है। जिसकी अंतिम तिथि 15 जून तक है। प्रधानमंत्री की पहल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य में महत्वपूर्ण वृद्धि की गई है। धान का MSP 2075 रुपए से बढ़कर 2425 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। इसमें150 रुपए की बढ़ोतरी हुई है।