नूंह जिले की साइबर थाना पुलिस ने अलग-अलग मामलों में चार साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर आम लोगों को ठगने का काम कर रहे थे। इन अपराधियों के पास से फर्जी मोबाइल सिम कार्ड, फोन और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, पकड़े गए आरोपी फर्जी विज्ञापन देकर लोगों से धोखाधड़ी कर रहे थे और उनके खिलाफ राष्ट्रीय साइबर पोर्टल पर देश के विभिन्न राज्यों से शिकायतें दर्ज थीं। साइबर टीम ने इनके मोबाइल नंबरों की लोकेशन ट्रेस करके जिले के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी कर आरोपियों को दबोचा है। साड़ी कलेक्शन के नाम से करता था ठगी , बिहार का सिम बरामद साइबर थाना प्रभारी ओमवीर सिंह ने बताया कि पहले मामले में साइबर क्राइम टीम ने 9 अक्टूबर को ताहिर हुसैन निवासी गांव सिंगार थाना बिछोर को गिरफ्तार किया। ताहिर सोशल मीडिया पर साड़ी कलेक्शन नाम से फर्जी विज्ञापन डालकर लोगों से ठगी करता था। उसके पास से दो फोन बरामद हुए, जिनमें फर्जी जियो सिम थे, जो बिहार के ज्योति कुमार के नाम पर रजिस्टर्ड थे। फोन में साड़ी बेचने से जुड़ी चेट, वीडियो, फोटो और क्यूआर कोड मिले हैं। दूसरे फोन में इंस्टाग्राम आईडी से माइसोर सिल्क साड़ी के फर्जी विज्ञापन चलाए जा रहे थे। इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। दूसरा बाइक बेचने के नाम पर करता था ठगी ओमवीर सिंह ने बताया कि दूसरे मामले में टीम ने मुर्सलीन निवासी झारपड़ी थाना पिनगवां को अकबरपुर रोड पर से पकड़ा। मुर्सलीम मोबाइल के जरिए बाइक बेचने के नाम पर साइबर फ्रॉड कर रहा था। उसके पास से फोन बरामद हुआ, जिसमें फर्जी सिम लगा था, जो अब्दुल करीम के नाम पर रजिस्टर्ड है। फोन में बिजनेस वॉट्सऐप प्रोफाइल ‘वेलकम’ से बाइक बेचने की संदिग्ध चेट मिलीं। पोर्टल पर इस नंबर के खिलाफ मध्य प्रदेश से शिकायत दर्ज थी, जिसमें 14,800 रुपए की ठगी हुई थी। फेसबुक पर यामाहा रतन सिंह नाम से फर्जी अकाउंट चल रहा था। तीसरा श्री सांवरिया सेठ लकी ड्रॉ के नाम से करता था ठगी ओमवीर के मुताबिक तीसरे मामले में मोहीन निवासी गांव गंडूरी थाना नगीना को गिरफ्तार किया। मोहीन लकी ड्रॉ के नाम पर ठगी कर रहा था। उसके पास से दो फोन बरामद हुए, एक में फर्जी सिम लगा था, जो राजस्थान के राजकुमार के नाम पर थी। वॉट्सऐप पर शिवकुमार लकी ड्रॉ प्रोफाइल से संदिग्ध चेट और कॉल हिस्ट्री मिली। फेसबुक पर ‘श्री सांवरिया सेठ लकी ड्रॉ उपहार योजना’ नाम से फर्जी पोस्ट चल रही थी। पोर्टल पर बिहार से शिकायत दर्ज थी, जिसमें 2100 रुपए की ठगी हुई। दूसरे फोन में फेक फोन-पे ऐप और संदिग्ध ट्रांजैक्शन मिले। चौथे मामले में अलीम को गिरफ्तार किया गया। अलीम भी बाइक बेचने के नाम पर फर्जी मोबाइल फोन और सिम का इस्तेमाल कर ठगी कर रहा था। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।