न्यूज़ीलैंड के ऑकलैंड शहर के मैनुरेवा इलाके में सिख समुदाय द्वारा निकाले जा रहे नगर कीर्तन के दौरान विवाद की स्थिति पैदा हो गई। जानकारी के अनुसार, सिख समुदाय की ओर से यह नगर कीर्तन पूरी तरह शांतिपूर्ण तरीके से निकाला जा रहा था, लेकिन रास्ते में कुछ लोगों ने बीच सड़क पर प्रदर्शन कर शोभायात्रा को रोकने की कोशिश की। दोनों पक्षों के बीच पुलिस खड़ी हो गई। पंजाब की सिख संगत की ओर से उन लोगों का कोई विरोध नहीं किया गया। जालंधर की सिख संगत ने इस घटना सख्त शब्दों में निखेदी की। बोले हर एक व्यक्ति को अपने धर्म में रह कर उसको मानने की आजादी होनी चाहिए चाहे देश कोई भी । सिख संगत की ओर से श्रद्धा भाव से नगर कीर्तन निकाला जा रहा था। नगर कीर्तन को रोकने का अधिकार किसी को नहीं है । उन लोगों ने बताया कि नगर कीर्तन निकालने की सरकार से अनुमति ले रखी थी। सराकर को उन लोगों के खिलाफ कढ़ी कार्रवाई करनी चाहिए। बताया जा रहा है कि यह नगर कीर्तन ऑकलैंड के नानकसर सिख टेंपल से शुरू हुआ था, जो करीब 5 किलोमीटर के निर्धारित रास्ता पर निकाला जा रहा था। नगर कीर्तन में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु शामिल थे और गुरु ग्रंथ साहिब की पवित्र सवारी के साथ भजन-कीर्तन किया जा रहा था। इसी दौरान Destiny Church से जुड़े बताए जा रहे एक समूह ने नगर कीर्तन के रास्ते में हाका (माओरी समुदाय का पारंपरिक प्रदर्शन) करते हुए विरोध जताया। प्रदर्शनकारियों ने कुछ देर के लिए सड़क रोक दी और This is New Zealand, not India जैसे नारे लगाए, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। हालांकि सिख समुदाय ने संयम बरतते हुए किसी भी तरह की प्रतिक्रिया से परहेज किया और शांतिपूर्ण रवैया बनाए रखा। समुदाय के लोगों का कहना था कि नगर कीर्तन के लिए ऑकलैंड काउंसिल से पहले ही पूरी अनुमति ली गई थी और यह आयोजन कानून के दायरे में किया जा रहा था। स्थिति बिगड़ती देख स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और हस्तक्षेप कर हालात को संभाला। पुलिस ने अतिरिक्त बल तैनात कर नगर कीर्तन को सुरक्षित रूप से आगे बढ़वाया, जिसके बाद नगर कीर्तन अपने निर्धारित मार्ग से शांतिपूर्वक संपन्न हुआ