पंचकूला में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फर्जी कॉल सेंटर के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट चलाने वाले महेश चंद्रशेखर शेट्ये को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए), 2002 के तहत की गई है। ईडी के अनुसार, आरोपी हवाला नेटवर्क के जरिए अपराध से अर्जित कमाई (प्रोसीड्स ऑफ क्राइम) को भारत लाकर विभिन्न खातों में डालकर मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल था। यह पूरा नेटवर्क पंचकूला के आईटी पार्क, सेक्टर-22 में स्थित एक नकली टेक्निकल-सपोर्ट कॉल सेंटर के माध्यम से संचालित किया जा रहा था। 7 दिन की ईडी कस्टडी में भेजा गया आरोपी
ईडी ने 29 नवंबर को महेश शेट्ये को गिरफ्तार कर उसी दिन पंचकूला की स्पेशल पीएमएलए कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने मामले की गंभीरता और विस्तृत जांच की आवश्यकता को देखते हुए आरोपी को सात दिनों की ईडी कस्टडी में भेज दिया है। अमेरिकी नागरिकों को बनाते थे निशाना
शिकायतों में आरोप था कि आरोपी और उसके साथी आईटी पार्क में बिना किसी वैध अनुमति के कॉल सेंटर चलाकर अमेरिकी नागरिकों से ठगी कर रहे थे। जांच में सामने आया कि आरोपी नेटफ्लिक्स, अमेजन, स्पेक्ट्रम और एटीएंडटी जैसी बड़ी अमेरिकी कंपनियों के प्रतिनिधि बनकर झूठे टेक्निकल-सपोर्ट कॉल करते थे। वीओआईपी डायलर और रिमोट-एक्सेस टूल के माध्यम से यूएस नागरिकों को यह कहकर डराया जाता था कि उनके सिस्टम में तकनीकी समस्या है। इसके बाद उनसे 100 से 5,000 अमेरिकी डॉलर तक की ठगी की जाती थी। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए, आखिर कैसे चलता था पूरा खेल…