पंजाब सरकार द्वारा अब राज्य के 166 शहरों पर फोकस किया जाएगा। इन शहरों को मॉडर्न सिटी बनाया जाएगा। इनमें 13 बड़े शहर शामिल हैं। मिशन मोड के तहत सड़क, सफाई और स्ट्रीट लाइट पर काम किया जाएगा। दिसंबर के अंत से जनवरी तक इसमें बड़े स्तर पर बदलाव किए जाएंगे। सीवेज ट्रीटमेंट को पूरे राज्य में लागू किया जाएगा। वहीं, सीचेवाल मॉडल को भी लागू किया जाएगा। यह बात आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने मोहाली में कहीं। इस दौरान वह सेक्टर-83 में मॉडर्न 15 मिलियन गैलन प्रतिदिन (MGD) क्षमता वाले सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) का उद्घाटन करने पहुंचे थे।
वहीं, सीएम भगवंत मान ने विरोधी दलों पर तंज कसते हुए कहा कि पेड़ों और नहरों की वोट नहीं होती है, वरना ये लोग इनसे भी रिश्ता निकाल लेते। साथ ही कहते कि इस पेड़ से मेरी दादी पींग झूलती रही हैं। सीएम की स्पीच के 4 मुख्य प्वाइंट है, जो कि इस प्रकार हैं – 1. सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का शुभारंभ करते हुए सीएम भगवंत मान ने कहा कि दुनिया की लेटेस्ट टेक्नोलॉजी मोहाली शहर में लागू कर रहे हैं। धीरे-धीरे इसे पूरे पंजाब में लेकर जाएंगे। हम पानी को बचाने और बचे हुए पानी को प्रयोग करने करने की तकनीक अपना रहे है। उन्होंने अपना तजुर्बा शेयर करते हुए बताया कि सिंगापुर के पास अपना पानी नहीं है। मलेशिया से उनका पानी के लए समझौता है, जो कि 2036 में खत्म होगा। सिंगापुर वाले जीरो वाटर बनाने में लगे हुए है। उसी तर्ज पर हमें काम करना होगा, वरना अब अगली लड़ाई पानी के लिए होगी। 2. सीएम ने कहा कि एक पत्रकार ने मेरे से सवाल किया कि आप पेड़ों, पानी, नहरों बारे बहुत बाते करते हो और स्कीम बनाते हो। पहले तो कभी ऐसा नहीं है। मैंने उसे जवाब दिया कि इनकी वोटें नहीं हैं। अगर टाहली, सफेदे के पेड़ या बेरी के पेड़ की वोट बना दे तो वह उनकी उनसे भी रिश्ता निकाल लेंगे। 3.सीएम ने कहा कि तजुर्बा वह कंघा है, जब व्यक्ति गंजा हो जाता है, तब यह मिलता है। कंघा उसी समय प्रयोग कर लिया जाए जब आपके बाल हो, तो उसका अलग मजा होता है। ऐसे में हम अरविंद केजरीवाल के तजुर्बे का प्रयोग कर रहे है। आने वाले दिनों में हम दोबारा पंजाब बना देंगे। 4. सीएम ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में नेशनल सर्वे में हुआ है। इसमें पंजाब नंबर एक पर आया है। 2017 में पंजाब 29वें नंबर था। अब पंजाब पहले नंबर पर आ गया। वहीं, अब केरल को हराकर यह उपलब्धि हासिल की। इस प्रोजेक्ट में 28 हजार बच्चों ने हिस्सा लिया है। हम प्रोग्रेसिव पंजाब बनाना चाहते हैं।