पंजाब पुलिस के मोहाली स्थित खुफिया मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले के मामले में मोहाली अदालत ने 6 आरोपियों दिव्यांशु, गुरपिंदर सिंह उर्फ पिंदा, निशान सिंह, चढ़त सिंह, विकास कुमार और बलजिंदर सिंह रैंबो के प्रोडक्शन वारंट जारी किए हैं। पुलिस की तरफ से आरोपियों को अदालत में पेश नहीं किया जा रहा था। इसके साथ ही मामले के जांच अधिकारी को भी नोटिस हुआ है। उसे भी 15 नवंबर को तलब किया गया है। जबकि जगदीप उर्फ जग्गी, कंवरजीत सिंह और लवप्रीत सिंह को निजी पेशी से छूट दी गई है। दो साल पहले जमीन हुई थी कुर्क 2022 में हुए इस आतंकी हमले में पाकिस्तान में छिपे हरविंदर सिंह रिंदा, लखवीर सिंह और दीपक की अहम भूमिका जांच में सामने आई है। अभी तक ये तीनों पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। पुलिस इन्हें भगौड़ा घोषित करने की तैयारी में है। इसके लिए मोहाली अदालत में एक एप्लिकेशन तक दायर की गई है। अब इस दिशा में कार्रवाई चल रही है। उम्मीद है कि जल्दी ही अदालत द्वारा इस दिशा में कार्रवाई की जाएगी। दो साल पहले इस मामले में लखबीर सिंह लंडा की तरनतारन के गांव कीड़ियां में चार कनाल जमीन कुर्क की गई थी। इस आरोपी को भी पुलिस आतंकी घोषित कर चुकी है। एनआईए सूत्रों के मुताबिक इस समय लंडा कनाडा में रह रहा है। वहीं, पुलिस की तरफ से उस पर 15 लाख का इनाम घोषित किया हुआ है। 13 के खिलाफ चालान पेश कर चुकी इस मामले में पंजाब पुलिस की तरफ से 13 व्यक्तियों के खिलाफ चालान पेश किए गए हैं। जब मामले की जांच शुरू हुई थी, तो कई और नाम भी सामने आए थे, जिनके खिलाफ भी पंजाब पुलिस कार्रवाई की तैयारी में है। इस मामले में कुछ नाबालिग भी पुलिस ने हिरासत में लिए थे, जिनकी उम्र की जांच के लिए गेट टेस्ट करवाए गए। 17 फरवरी 2023 को पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी गुरपिंदर उर्फ पिंडू को गिरफ्तार कर लिया। वह लंडा का करीबी सहयोगी बताया जाता है और हमले के दौरान आरोपी निशान सिंह और चरत सिंह के लगातार संपर्क में था।