पंजाब में SAD-BJP गठजोड़ के सर्वे पर सियासी बवाल:कॉल करके पूछे जा रहे 2 सवाल-गठजोड़ सही, किसे वोट करेंगे; कैप्टन-जाखड़ ले चुके पक्ष

पंजाब में आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर शिरोमणि अकाली दल (SAD) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच में गठजोड़ का एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है। इसमें दोनों पार्टियों के गठजोड़ और वोटिंग के बारे में भी पूछा जा रहा है। यह एक तरह से सर्वे की वीडियो बताई जा रही है। यह सर्वे तब आया है जब दोनों पार्टियों के गठजोड़ को लेकर चर्चाएं पूरे जोरों पर हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह इसके पक्ष में बयान तक दे चुके हैं, जबकि भाजपा की प्रदेश की लीडरशिप इसे लेकर ज्यादा बोलने को तैयार नहीं है। वे इसका फैसला पार्टी हाईकमान पर छोड़ने की बात कहते है। हालांकि, SAD और BJP के नेताओं ने इस तरह के सर्वे से पूरी तरह से इनकार कर दिया है। पंजाब बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष का तो यहां तक कहना है कि उनकी पार्टी अकेले सरकार बनाने के काबिल हैं। ऐसा कोई भी सर्वे उनकी पार्टियों की तरफ से नहीं करवाया जा रहा है। अब सवाल यह उठ रहा है कि फिर यह सर्वे करवा कौन रहा है। सुर्खियों में बना हुआ सर्वे, पूछे जा रहे ये सवाल…
यह सर्वे पूरी तरह से सुर्खियों में बना हुआ है। हालांकि लोक सभा चुनाव में इसकी संभावना बनी थी और बात भी चली थी मगर सीटों के बंटवारे पर बात नहीं बन पाई और गठजोड़ नहीं हो सका था। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दो प्रमुख सवाल पूछे जा रहे हैं- शिअद और भाजपा गठजोड़ का इतिहास, टूट और अहमियत… 1969 में हुआ गठजोड़, 2020 में किसान आंदोलन से टूटा
शिरोमणि अकाली दल बादल के साथ भारतीय जनता पार्टी का गठजोड़ 1969 में हुआ था, जब जन संघ ने शिअद को बाहर से समर्थन दिया था। इसके बाद जितने बार भी अकाली दल की सरकार बनी है, वह भाजपा के गठजोड़ से ही बनी। तीन कृषि कानूनों को लेकर हुए विवाद के दौरान शिअद ने गठजोड़ तोड़ दिया था और केंद्र में मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने सितंबर, 2020 इस्तीफा दे दिया था। बता दें कि तीन कृषि कानूनों को लेकर हुआ आंदोलन सितंबर 2020 में कानून बनने के बाद शुरू हुआ और नवंबर 2021 में कानून रद्द होने तक चला था। यह भारत के सबसे बड़े और लंबे आंदोलनों में से एक था। इसलिए दोनों पार्टियों को गठजोड़ की जरूरत
हाल में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बयान दिया था कि अगर भाजपा को 2027 में पंजाब विधानसभा चुनाव जीतना है तो अकाली के साथ ही जाना पड़ेगा। दूसरा कोई रास्ता नहीं है। उन्होंने तर्क दिया कि राज्य की जटिल राजनीतिक और सामाजिक समीकरणों की मजबूती केवल स्थानीय गठबंधन के माध्यम से ही संभव हो सकती है। इसकी बड़ी वजह ये है कि पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों में भाजपा का आधार नहीं है, लेकिन अकाली दल का है। इसलिए दोनों को ही एक दूसरे की जरूरत है, तभी पंजाब में सरकार पॉसिबल है। उन्होंने कहा कि यह मेरा तजुर्बा है। अगर भाजपा का अकाली दल से गठबंधन नहीं हाता तो सरकार बनाने के लिए 2027 और 2032 भूल जाओ। जाखड़ और हरसिमरत भी गठजोड़ के पक्ष में
कैप्टन अमरिंदर सिंह के अलावा सुनील जाखड़ और सांसद हरसिमरत कौर भी शिअद और भाजपा के गठजोड़ के पक्ष में हैं। BJP प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ के भले ही अब सुर बदले हुए हैं, मगर वह कई बार इसके पक्ष में बात रख चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तो हालिया समय में ही इसके पक्ष में बयान दिया था और इसके बाद से इसकी चर्चा को और बल मिला है। वे तो सुखबीर सिंह बादल की भी तारीफ कर चुके हैं। इसके अलावा अकाली सांसद हरसिमरत कौर बादल भी कह चुकी है कि भाजपा कभी अकेले पंजाब में सरकार नहीं बन पाएगी। इनके पूर्व प्रधान जाखड़ साहब हों या कैप्टन अमरिंदर सिंह, ये सब ग्राउंड रियलिटी जानते हैं। लेकिन दिल्ली में बैठे बीजेपी नेता को एडवाइज करने वाले लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए इनके कंधों पर बैठे हुए हैं, अगर अकाली दल के साथ गठबंधन होता है तो उनकी दुकानें बंद हो जाएंगी। सर्वे और गठबंधन पर क्या बोले दोनों के नेता… कार्यकारी अध्यक्ष समेत भाजपा के कोर नेता पक्ष में नहीं
भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष अश्वनी शर्मा समेत भाजपा के कई टकसाली नेता शिअद के साथ गठजोड़ के पक्ष में नहीं हैं। उनका कहना है कि वह अकेले सरकार बनाने के काबिल हैं, मगर गठजोड़ करना है या नहीं, यह फैसला केंद्रीय लीडरशिप की तरफ से लिया जाना है।
भाजपा नेता विनीत जोशी कहते हैं कि इसके लिए हमें सर्वे की जरूरत ही नहीं है, पिछले चुनावों में मिले मत सर्वे ही तो हैं। इसलिए हमारी पार्टी कोई भी सर्वे नहीं कर रही है। अकाली दल को सर्वे की जरूरत नहीं : शिअद
शिरोमणि अकाली दल के नेता वकील अर्शदीप कलेर का कहना है कि उनकी पार्टी को सर्वे की कोई जरूरत नहीं है। हम ऐसा कोई सर्वे नहीं करवा रहे है। यह विरोधी पार्टियों की तरफ से किया जा हरा भ्रामक प्रचार से ज्यादा कुछ नहीं है। —————– ये खबर भी पढ़ें… कैप्टन बोले- राहुल गांधी ने मंत्री हटाने का दबाव डाला:बर्खास्त न करने पर ट्वीट की चेतावनी दी; BJP-अकाली गठजोड़ नहीं तो 2027 भूल जाओ पंजाब के पूर्व CM व BJP नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बड़ा खुलासा किया है। कैप्टन ने कहा कि राहुल गांधी ने उन पर एक मंत्री को बर्खास्त करने का दबाव डाला। उन्होंने इनकार किया तो राहुल गांधी ने चेतावनी दे दी। (पढ़ें पूरी खबर) पंजाब BJP ने कैप्टन का दावा नकारा:वर्किंग प्रधान बोले- सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे; हरसिमरत बोलीं- गठजोड़ से ही बनेगी सरकार BJP नेता व पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह के पंजाब में अकाली दल (बादल) से गठबंधन जरूरी बताने को भाजपा ने नकार दिया है। पंजाब BJP के कार्यकारी अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने कहा- कैप्टन साहब बड़े हैं, उन्होंने अपना व्यक्तिगत विचार रखा है। पार्टी पहले दिन से क्लियर है, 117 सीटों को ध्यान में रखते हुए पार्टी अपनी गतिविधि कर रही है। (पूरी खबर पढ़ें)

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