पलवल जिले के गेलपुर गांव में खेल-खेल में फांसी का फंदा लगाने से 9 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। यह घटना शनिवार देर शाम उस समय हुई जब बच्चा घर की छत पर खेल रहा था। घटना की सूचना सदर थाना पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला नागरिक अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया। पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज किए, जिसमें पिता ओमवीर ने बताया कि यह एक इत्तफाकिया हादसा था और इसमें किसी का कोई कसूर नहीं है। पुलिस ने बीएनएस की धारा 194 के तहत कार्रवाई करते हुए पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। खिड़की में चुन्नी से फंदा बनाया और बाल्टी पर चढ़कर गर्दन फंसाई जानकारी के अनुसार, मृतक बच्चे की पहचान ओमवीर के नौ वर्षीय बेटे दैनिश के रूप में हुई है। घटना के समय उसके माता-पिता खेतों पर गए हुए थे। दैनिश के पिता ओमवीर ने बताया कि घर में दैनिश की दादी और उसका दस वर्षीय बड़ा भाई नितिन मौजूद थे। दैनिश ने खिड़की में चुन्नी से फंदा बनाया और बाल्टी पर चढ़कर अपनी गर्दन उसमें फंसा ली। बाल्टी हटने से उसका दम घुट गया। मां घर लौटी तो खिड़की से लटका मिला मासूम खेतों से काम कर जब दैनिश की मां सुनीता घर लौटीं, तो उन्होंने दैनिश को कमरे में खिड़की से लटका हुआ पाया। इसके बाद पड़ोसियों की मदद से बच्चे को तुरंत जिला नागरिक अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में चिकित्सकों ने दैनिश को मृत घोषित कर दिया।