पलवल जिले में शुगर मिल चालू न होने से गन्ना उत्पादक किसानों में भारी रोष है। जिला प्रशासन और शुगर मिल के प्रबंध निदेशक पर किसानों को बार-बार गुमराह करने का आरोप लगाया गया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रशासन से जल्द से जल्द मिल शुरू करने की मांग की है। संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं, मास्टर महेंद्र सिंह चौहान और धर्म चंद ने बताया कि शुगर मिल को शीघ्र चलाने की मांग को लेकर गन्ना उत्पादक किसानों ने 12 से 16 नवंबर तक मिल परिसर में धरना दिया था। इस दौरान डीसी डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने धरना स्थल पर पहुंचकर किसान मोर्चा के नेताओं को 20 नवंबर तक शुगर मिल चालू करने का आश्वासन दिया था। हालांकि, डीसी के आश्वासन के बावजूद 23 नवंबर तक भी मिल चालू नहीं हो पाई। इससे पहले भी किसान मोर्चा के नेताओं ने प्रबंध निदेशक शुगर मिल से मिलकर मिल को समय पर चलाने की मांग की थी, लेकिन सभी प्रयास विफल रहे। इसके बाद, 20 नवंबर को मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल डीसी कार्यालय में डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ से मिलने पहुंचा। डीसी ने प्रबंध निदेशक शुगर मिल को अपने कार्यालय बुलाया और मिल चालू न होने का कारण पूछा। प्रबंध निदेशक ने बताया कि उनकी तरफ से कोई दिक्कत नहीं है और सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि केवल चेयरमैन, शुगर फेडरेशन से आदेश आने बाकी हैं। इस पर डीसी ने चेयरमैन, शुगर फेडरेशन से फोन पर बात की और किसान मोर्चा के नेताओं को बताया कि सहकारिता मंत्री से बात कर मिल को जल्द ही चालू करवा दिया जाएगा।