हरियाणा के पानीपत जिले के गांव जलमाना में एक छात्रा ने अपने जन्मदिन के 7 दिन बाद सुसाइड कर लिया। इसी जन्मदिन पर छात्रा बालिग हुई थी। उसने अपने परिवार की मौजूदगी में ही कमरे के भीतर फांसी का फंदा लगाकर कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। युवती को फंदे पर लटका देख पिता ने तुरंत कंट्रोल रूम नंबर डायल 112 पर कॉल की। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर सभी आवश्यक कार्रवाई करने के बाद फंदे से उतार कर युवती को तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां चेकअप के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कम्प्यूटर का कोर्स करती थी छात्रा जानकारी देते हुए पिता सुरेंद्र ने बताया कि वह चार बच्चों का पिता है। जिसमें दो बेटियां व दो बेटे है। सबसे बड़ी बेटी 18 वर्षीय अन्नू थी। जोकि 12वीं पास के बाद कम्प्यूटर का कोर्स कर रही थी। साथ ही उसने ITI में भी एडमिशन लिया था। अन्नू का बीती 14 जुलाई को जन्मदिन था। इसी को वह 18 साल की हुई थी। दूसरी बेटी शारीरिक दिव्यांग है। दो छोटे बेटे कार्तिक व लव है। सुरेंद्र ने बताया कि वह मजदूरी का काम करता है। उसकी बड़ी बेटी अन्नू पिछले काफी समय से वूमेन प्रॉब्लम से जूझ रही थी। जिसका इलाज भी चल रहा था। लेकिन नियमित इलाज के बावजूद वह ठीक नहीं हो रही थी। इसी से वह परेशान रहती थी। पिता को चाय पिलाकर लगाया फंदा पिता ने बताया कि सोमवार शाम को वह दूसरे नंबर की बेटी को सरकारी अस्पताल में दिव्यांग सर्टिफिकेट बनवाने के लिए लाया था। यहां से शाम करीब साढ़े 4 बजे वे वापस पहुंचे। घर पहुंचने पर अन्नू ने ही चाय बनाकर दी। इसके बाद वह ऊपर वाले कमरे में चली गई। कुछ देर बाद वह ऊपर गया, तो देखा कि कमरे का दरवाजा आधा बंद था। संदेह होने पर वह भीतर गया तो देखा कि बेटी पंखे पर कपड़े के फंदे से लटकी हुई थी।