पीसीएम एसडी कॉलेज फॉर विमेन, जालंधर के वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग के स्नातकोत्तर विभाग ने आयकर दिवस के उपलक्ष्य में बीकॉम (आर) सेमेस्टर और बीकॉम (एफ.एस.) सेमेस्टर की छात्राओं के लिए भारतीय कराधान प्रणाली पर चर्चा आयोजित की। उन्हें भारत में दो प्रकार के करों – प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष – के बारे में बताया गया। अप्रत्यक्ष कर में जीएसटी शामिल है, जबकि प्रत्यक्ष कर में आयकर शामिल है। छात्राओं ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए नए आयकर स्लैब, जिसमें 4 लाख रुपए तक की आय पर कर से छूट और 8 लाख रुपए तक की आय पर 5% कर लागू है, सहित कई बदलावों पर चर्चा की। इसके अलावा, विभिन्न प्रावधानों पर भी चर्चा की गई, जिनमें मानक कटौती को बढ़ाकर 75,000 करना और धारा 87A के तहत छूट सीमा को बढ़ाकर 60,000 करना शामिल है, जिससे 12 लाख रुपए तक की आय प्रभावी रूप से कर-मुक्त हो जाएगी। छात्रों को नई आयकर व्यवस्था के टैक्स स्लैब के बारे में पूरी जानकारी दी गई और पुरानी कर व्यवस्था और नई कर व्यवस्था के बीच तुलना की गई, जिसमें कम कर दरों और बढ़ी हुई कटौतियों के लाभों पर प्रकाश डाला गया। कुलजीत कौर और दीक्षा बख्शी वक्ता थीं। अध्यक्ष नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद दादा, प्रबंध समिति के अन्य सदस्यों और प्राचार्या डॉ. पूजा पराशर ने विद्यार्थियों को आयकर और बजट के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराया।