कन्नौज में पुलिसवालों को देखकर एक छात्र ने काली नदी में छलांग लगा दी। छात्र नदी में लापता हो गया। यह देख पुलिसवाले दंग रह गए। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम दोपहर साढ़े 12 बजे से छात्र की तलाश कर रही है। डीएम आशुतोष मोहन अग्निहोत्री और एसपी बिनोद कुमार मौके पर हैं। छात्र के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। छात्र की मां ने पुलिसकर्मियों पर परिवार को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। छात्र का भाई दो साल पहले एक युवती को भगाकर ले गया था। लड़की के परिजनों ने युवक के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कराया था। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है। अभी तक दोनों का पता नहीं चल सका है। रविवार को पुलिस को पता चला कि आरोपी युवक गांव आया है। टीम उसके घर पहुंची। उसके छोटे भाई से पूछताछ की। उसे लेकर खेत गई। वहां मझला भाई पुलिस को देखकर डर गया और भागकर नदी में कूद गया। मामले में देर शाम एसपी बिनोद कुमार ने कोतवाल समेत 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। मामला गुरसहायगंज क्षेत्र का है। अब विस्तार से पढ़िए… आरोपी के घर पर होने की सूचना पर पहुंची थी पुलिस
देवीपुरवा गांव के कमलेश कुमार का बड़ा बेटा किशनपाल दो साल पहले गांव की एक युवती को अपने साथ भगा ले गया था। युवती के परिजनों ने उस समय गुरसहायगंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। तब से दोनों का कुछ पता नहीं चल सका है। 10 साल के लड़के से पुलिस ने की पूछताछ
बड़े बेटे किशनपाल की तलाश में रविवार दोपहर पुलिस उनके घर पहुंची। तलाशी के दौरान घर में कमलेश की पत्नी और छोटे बेटे के अलावा कोई नहीं मिला। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने 10 साल के रामजीत से भाइयों के बारे में पूछताछ की। रामजीत ने बताया कि बड़ा भाई किशनपाल कहां है, उसे जानकारी नहीं है, जबकि दूसरा भाई धर्मवीर खेत में काम कर रहा है। छोटे भाई को पुलिस के साथ देखकर घबरा गया था छात्र
पुलिसकर्मी रामजीत को साथ लेकर खेत पर पहुंचे। वहां हाईस्कूल में पढ़ने वाला धर्मवीर आलू की बुवाई कर रहा था। पुलिस को छोटे भाई के साथ देखकर वह घबरा गया। वह भागकर पास की काली नदी की ओर दौड़ा। पुलिसकर्मी भी उसके पीछे दौड़े। धर्मवीर ने पुलिस के सामने हाथ जोड़े। कहा- अगर आगे बढ़े तो नदी में कूद जाऊंगा। तभी पुलिसवाले आगे बढ़े, धर्मवीर ने नदी के गहरे पानी में छलांग लगा दी। यह देखकर पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। मौके पर अफरा-तफरी मच गई। परिजनों का आरोप है कि छात्र डूबने लगा, पुलिसकर्मी मौके पर नहीं रुके। वे वहां से चले गए। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और हंगामा करने लगे। कोतवाली प्रभारी आलोक दुबे फोर्स के साथ पहुंचे और छात्र की तलाश के लिए गोताखोरों व नाव की व्यवस्था कराई। मामले की जानकारी मिलते ही डीएम आशुतोष मोहन अग्निहोत्री और एसपी बिनोद कुमार भी घटनास्थल पर पहुंच गए। उन्होंने घटना को लेकर परिजनों से जानकारी जुटाई। एसपी बोले- गलती पर तीन पुलिसकर्मी किए निलंबित
पुलिसकर्मियों की गलती पाए जाने पर देर शाम एसपी बिनोद कुमार ने गुरसहायगंज कोतवाली प्रभारी आलोक दुबे, नौरंगपुर चौकी इंचार्ज हरीश कुमार और सिपाही रवींद्र को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। एसपी ने बताया, दो साल पहले गांव की एक युवती गायब हो गई थी। इसकी रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी। पुलिस को कमलेश के बेटे किशनपाल पर शक था। जिसकी तलाश के लिए चौकी इंचार्ज हरीश कुमार सिपाही रवींद्र को लेकर गांव गए थे। किशनपाल नहीं मिला तो पुलिसकर्मी उसके भाई धर्मवीर को पकड़ने पहुंच गए। जिससे डरकर उसने नदी में छलांग लगा दी। एसडीआरएफ की टीम छात्र धर्मवीर की तलाश में जुटी है। मामले की जांच कराई जाएगी। इंस्पेक्टर कपिल दुबे को गुरसहायगंज कोतवाली का चार्ज दिया गया। वहीं परिजनों का आरोप है कि पुलिस किशनपाल को न मिलने पर दबाव बनाने के लिए धर्मवीर को हिरासत में लेने का प्रयास कर रही थी। मंत्री असीम अरुण बोले- पीड़ित परिवार के साथ योगी सरकार कन्नौज से भाजपा विधायक और मंत्री असीम अरुण ने मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने फेसबुक पर लिखा- ”पुलिस द्वारा दबिश देने के दौरान की गई लापरवाही के कारण धर्मवीर कुमार निवासी मजरा देवीपुरवा की नदी में डूबने से मृत्यु हुई। इस प्रकरण को मैंने बहुत गंभीरता से लिया है। एसपी कन्नौज से बात कर दोषी पुलिसकर्मियों को दण्डित करने हेतु निर्देशित किया। पीड़ित परिवार के साथ योगी सरकार खड़ी है। परिवार को हर संभव सहायता दी जाएगी।” पुलिस वालों ने मेरे भाई को दौड़ाया धर्मवीर के छोटे भाई रामजीत ने बताया- पुलिस वालों ने हमसे कहा- अपने भाई के पास ले चलो। हम उन्हें खेत मे लेकर गए। भाई आलू की बुवाई करवा रहा था। पुलिस वालों को देखकर वो भागने लगा। पुलिस वाले भी उनके पीछे भागे। इसी दौरान मेरे भाई ने नदी में छलांग लगा दी। मायानगर गांव की रहने वाली रेखा देवी ने बताया- मैंने देखा पुलिस से बचने के लिए धर्मवीर भागा और नदी में कूद गया। पुलिस वाले नदी किनारे खड़े रहे। अगर वो वहां से हट जाते तो धर्मवीर बाहर निकल आता, लेकिन वे लोग वहीं खड़े रहे। ———————– ये खबर भी पढ़ें… अखिलेश बोले- हमारे CM नासमझ, झूठ बोलते हैं, फिल्म जैसे भाजपा एक साइड विलेन रखती है; खुद सामने नहीं आती सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को लखनऊ में कहा- सीएम सफेद टेबल पर बैठकर काला झूठ बोलते हैं। वह तो कुछ भी बोल देते हैं। नासमझ हैं, उन्हें कुछ पता ही नहीं है। फिल्म की तरह भाजपा एक साइड विलेन रखती है, खुद सामने नहीं आती। आरक्षण छीन रही है, बाजार को विदेशी कंपनियों के हवाले कर रही है और मुंह से स्वदेशी की बात करती है, लेकिन मन से विदेशी है। पढ़ें पूरी खबर…