पूर्व सीएम स्व.भजनलाल के भतीजे और फतेहाबाद से पूर्व विधायक दुड़ाराम का विधानसभा चुनाव में हार का एक बार फिर दर्द छलका है। इस बार दुड़ाराम ने कहा कि अगर भूना मजबूती से रहता तो मंत्री के साथ मंत्री बनकर ही आता। थोड़ी कमी रह गई। पूरे फतेहाबाद जिले में हवा चल गई कांग्रेस-कांग्रेस। दुड़ाराम ने उलाहना देते हुए कहा कि मजबूती से साथ रहना चाहिए था। इलाके को नुकसान हुआ है। अगर मैं एमएलए बनता तो इलाके में विकास तेज गति से होता। बता दें कि, एक दिन पहले दुड़ाराम भूना शहर में कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी के साथ वाल्मीकि चौक का उद्घाटन करने पहुंचे थे। इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बातें कही। जानिए…. दुड़ाराम ने लोगों से क्या कहा दुड़ाराम ने लोगों से कहा कि मैं चाहे जिस भी पार्टी में रहा हूं। हर चुनाव भूना से जीतकर निकला हूं। एमएलए बना चाहे नहीं बना, भूना से जीत मिली। थोड़ी कमी रह गई। पूरे फतेहाबाद जिले में हवा चल गई कांग्रेस-कांग्रेस। इतना ही कहूंगा कि आदमी को मजबूती के साथ रहना चाहिए। टाइम आनी-जानी चीज होती है। मैं एमएलए नहीं बना तो भी नायब सैनी मुख्यमंत्री बन गए। मगर नुकसान किसका हुआ, यह गहराई से सोचने की जरूरत है। कोई नहीं कई बार हालात ऐसे होते हैं। भूना मजबूती से रहता तो दुड़ाराम मंत्री के साथ मंत्री बनकर आता। आपका आशीर्वाद रहना चाहिए। 1979 में चौधरी भजनलाल मुख्यमंत्री थे, तब मैं स्कूल से पढ़कर निकला था। उस समय से सरकार के बहुत उतार-चढ़ाव देखे। मगर अबकी बार मौका था, बनी हुई सरकार में हिस्सेदारी का। लेकिन कोई बात नहीं, सरकार तो अपनी है, चला देंगे गाड़ी। चिंता ना करो। भूना की कोई संस्था ऐसी नहीं जिसको ग्रांट नहीं मिली पांच साल विधायक रहते हुए भूना की हर संस्था को ग्रांट देने की कोशिश की। कोई संस्था ऐसी नहीं, जिसको ग्रांट नहीं दिलाई हो। भूना में साल 2022 में जलभराव हुआ तो 15 करोड़ रुपए मुआवजा दिलवाया। उस पांच साल के समय में रात 12 बजे भी फोन गया तो उठाया। मंत्री बेदी बोले-घाटा किसका हुआ, बलवान-सैलजा तो कागज भी नहीं पकड़ते मंत्री कृष्ण बेदी ने भी कहा कि घाटा किसको हुआ नायब सैनी तो सीएम बन गया। तुमने नहीं बनाया तो नरवाना वालों ने बना दिया। तब बोले सैलजा को बनवाएंगे। अब सैलजा आती है, तो कोई कागज देने पर कहती है मैं क्या करूं, विपक्ष में हूं। बलवान सिंह मेरे से बोला कि बेदी यार तूं ठीक रह गया। दो बार बना, दोनों बार मंत्री बना। मैं दोनों बार विपक्ष में रह गया। मित्रों, यह लहर होती है, उसको सोच समझ कर देखने की जरूरत होती है। आज आपका विधायक होता, आपकी लड़ाई लड़ता। हम तो ड्यूटी निभा रहे हैं। ये तो पूर्व कर दिया, अगला भी पूर्व जैसा ही है, कागज भी नहीं पकड़ता। आपको क्या मिला। कसर रह गई है, जो पांच साल की है। यह हजार करोड़ की कसर है। नगरपालिका सचिव पर भड़के मंत्री कृष्ण बेदी इस कार्यक्रम में बेदी नगरपालिका सचिव पर भड़क गए। बेदी ने कहा कि डबवाली से नरवाना और नरवाना से पंचकुला तक अकेला मंत्री हूं। नायब सैनी तक जाने की जरूरत नहीं है। किसी अधिकारी के दिमाग में हो कि भाजपा का विधायक नहीं है, तो यह बात निकाल देना। मैं अकेला ही काफी हूं। कार्यकर्ताओं से भी कह रहा हूं कि घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने नगरपालिका सचिव के बारे में पूछा तो वह पास में नहीं दिखे। फिर उन्होंने एसडीएम राजेश कुमार को बोलकर सचिव को बुलाने के लिए कहा। सचिव के आने पर उन्होंने वाल्मीकि चौक के पास सफाई व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए।