चंडीगढ़ में दीपावली पर आश्रम के बुजुर्ग, बेसहारा बेटियां और कुष्ठ आश्रम के लोग अकेला और तनाव महसूस न करें, इस लिए उन्हें खुशी देने और सहानुभूति देने के लिए प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने उनसे भेंट की है। प्रशासक की तरफ से उन्हें मिठाइयां बांटी गई हैं और उनसे बातचीत भी की है। अलग अलग जगहों पर बुजुर्गों और बेसहारा बेटियों की तरफ से उन्हें फूल और उपहार देकर दिवाली पर बधाईयां दी हैं। दिवाली से पहले पंजाब के राज्यपाल एवं यूटी प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने सेक्टर 26 में नारी निकेतन, आशियाना एवं स्नेहालय (लड़कियों के लिए-15 वर्ष); वरिष्ठ नागरिक गृह, सेक्टर 15 और चंडी कुष्ठ आश्रम सेक्टर 47 सहित कई कल्याणकारी संस्थानों का दौरा किया।
वह सबसे पहले सेक्टर 15 के सीनियर सिटिजन होम में पहुंचे थे, यहां पर उनकी तरफ से बुजुर्गों के साथ काफी समय तक बातचीत की गई है। बुजुर्गों की तरफ से उन्हें अपनी छोटी छोटी समस्याएं बताई गई हैं। राज्यपाल ने सभी के साथ सार्थक बातचीत की,अपनी दिनचर्या,खुशियां, चुनौतियां और आकांक्षाएं सांझा कीं, जबकि राज्यपाल ने ध्यानपूर्वक उनकी बातें सुनीं, उन्हें प्रोत्साहन और हार्दिक सलाह दी। इस दौरान प्रशासक ने कहा कि वे हमारे परिवार के सदस्य हैं। उनकी दिवाली वैसे ही मनाई जानी चाहिए जैसे हम अपने घरों में मनाते हैं। मुझे उनका आशीर्वाद मिले ताकि मैं उनके लिए और भी बेहतर काम कर सकूं बातचीत से मुस्कान, हंसी और गर्मजोशी का माहौल बना, क्योंकि निवासियों को लगा कि उनकी कद्र की जा रही है और उनकी बात सुनी जा रही है। गुलाब चंद कटारिया ने देखभाल, सहानुभूति और समावेशित के महत्व पर ज़ोर दिया और इस बात पर ज़ोर दिया कि समुदाय का हर व्यक्ति इस त्योहारी मौसम में प्यार और सम्मान पाने का हकदार है। निवासियों ने राज्यपाल के व्यक्तिगत ध्यान के लिए आभार व्यक्त किया और इस गर्मजोशी भरे दौरे ने उन्हें दिवाली को अपने घर जैसा महसूस कराया। उनके दैनिक जीवन के बारे में सुनकर और उनके अनुभवों को स्वीकार करके, राज्यपाल ने विश्वास और परिवार जैसे रिश्ते को मज़बूत किया और उपस्थित सभी लोगों पर एक अमिट छाप छोड़ी। इस अवसर पर राज्यपाल के प्रधान सचिव विवेक प्रताप सिंह, चंडीगढ़ के उपायुक्त निशांत कुमार यादव, समाज कल्याण सचिव अनुराधा चगती और चंडीगढ़ प्रशासन के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।