लखीसराय जिले के बड़हिया, इंदुपुर निवासी प्रशांत कुमार को देहरादून में ‘युथ आइकन अवार्ड’ से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह सम्मान वाइल्डलाइफ इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (WII) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय वाइल्डलाइफ वीक – युथ फॉर नेचर कंज़र्वेशन कॉन्फ्रेंस 2025 में पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन और सामाजिक शिक्षा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान किया गया। प्रशांत कुमार धरती इंटरनेशनल फाउंडेशन के साथ मिलकर काम करते हैं। उनके नेतृत्व में अब तक 70,000 से अधिक विद्यार्थियों को पर्यावरण जागरूकता, वृक्षारोपण और संयुक्त राष्ट्र के 17 सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) पर केंद्रित कार्यशालाओं के माध्यम से प्रेरित किया गया है। पर्यावरण, शिक्षा और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में योगदान प्रशांत कुमार ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा से शिक्षा प्राप्त की है। वह पूर्व में अंतरराष्ट्रीय कंपनी ग्रांट थॉर्नटन में सार्वजनिक क्षेत्र के सलाहकार के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। वह रामकृष्ण मिशन, बेलूर मठ से दीक्षित हैं। प्रशांत लंबे समय से धरती इंटरनेशनल फाउंडेशन के संस्थापक निशांत भारद्वाज के साथ पर्यावरण, शिक्षा और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। यह सम्मान उन्हें वाइल्डलाइफ इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के निदेशक डॉ. गोविंद सागर भारद्वाज (IFS) और वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. आर. रमेश द्वारा प्रदान किया गया। इस अवसर पर डॉ. राजीव भारद्वाज (प्रो वाइस-चांसलर, डून ग्लोबल यूनिवर्सिटी), डिफ संस्थापक निशांत भारद्वाज, पी. प्रमोद (सीनियर प्रिंसिपल साइंटिस्ट), जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रो. पी. के. जोशी और डॉ. संजीव शर्मा, डॉ. ऐश्वर्या रैकवार (अंतरराष्ट्रीय डिप्लोमैट – ब्लू इकॉनमी) तथा प्रो. विनर्स सहित 120 से अधिक वैज्ञानिक, शोधकर्ता और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।