मॉब लिंचिंग में मारे गए दलित युवक के परिवार से मिलने फतेहपुर पहुंचे राहुल गांधी का दौरा विवादों में घिर गया है। दरअसल, राहुल शुक्रवार को बसपा नेता पिंटू सेंगर की हत्या के आरोपी की लग्जरी कार से कानपुर से फतेहपुर पहुंचे थे। इसे लेकर सियासी बवाल खड़ा हो गया है। जिस पर कांग्रेस नेताओं को सफाई देनी पड़ रही है। इस बीच कांग्रेस के ग्रामीण जिला अध्यक्ष संदीप शुक्ला ने इस पर सफाई देते हुए कहा- ‘ट्रेवल्स से कार मंगाई गई थी, मुझे इसकी जानकारी नहीं है कि कार किसकी है। कांग्रेस के एक धड़े ने पूरे मामले की जानकारी कांग्रेस के हाईकमान तक को भेज दी है। इसके बाद से कांग्रेस में आपसी खींचतान भी शुरू हो गई है।’ बता दें कि रायबरेली में हरिओम बाल्मीकि नाम के फतेहपुर निवासी दलित युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। हरिओम के परिवार से मिलने के लिए राहुल फतेहपुर आए थे। पहले वे कानपुर एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से आगे राहुल कार से गए। उनके काफिले के लिए तीन गाड़ियां मंगाई गई थीं। राहुल जिस इनोवा गाड़ी पर सवार थे, उसका नंबर यूपी-78 एचवी-8333 था। यह पिंटू सेंगर हत्याकांड के आरोपी वीरेंद्र पाल की गाड़ी है। पिंटू हत्याकांड के आरोपी की गाड़ी किसने मंगाई? ये अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस और LIU ने मामले की जांच शुरू की
मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस भी अलर्ट हो गई। LIU भी इसकी गोपनीय तरीके से जांच कर रही है। जांच की जा रही है कि आखिर हत्यारोपी वीरेंद्र पाल की कार राहुल को फतेहपुर ले जाने के लिए कहां से मंगाई गई थी। कानपुर ग्रामीण जिला अध्यक्ष संदीप शुक्ला ने बताया- मैंने क्षेत्रीय ट्रेवल्स से तीन गाड़ियां बुक की थीं। यह गाड़ी कैसे आई, ये अभी स्पष्ट नहीं है। मैंने भी गाड़ी नंबर से चेक किया। गाड़ी पिंटू सेंगर हत्याकांड के आरोपी वीरेंद्र पाल की ही है। मैं ट्रेवल्स संचालक से इस संबंध में बात करूंगा। पुलिस के साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को भी पूरे मामले से अवगत कराएंगे। कांग्रेस नेता के पास कैसे पहुंची यह लग्जरी कार?
कानपुर में पिंटू सेंगर की हत्या के बाद उनके भाई धर्मेंद्र सेंगर ने मुकदमा दर्ज कराया था। मामले में धर्मेंद्र वादी हैं। लेकिन, उनके साथ इस मुकदमे के मुख्य पैरोकार कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्ष संदीप शुक्ला को भी माना जाता है। अब सवाल यह है कि संदीप जब मामले के पैरोकार हैं तो उनके पास राहुल को ले जाने के लिए यह लग्जरी कार कैसे पहुंची? संदीप शुक्ला की अगुवाई में स्वागत के बाद राहुल रवाना हुए थे
शुक्रवार को चकेरी एयरपोर्ट पर संदीप शुक्ला की अगुवाई में स्वागत के बाद राहुल को फतेहपुर पहुंचने के लिए इनोवा कार में सफर कराया गया। कार में राहुल के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय और संदीप शुक्ला भी मौजूद थे। RTO में वीरेंद्र पाल के नाम पर रजिस्टर्ड इनोवा
इनोवा कार RTO कानपुर में वीरेंद्र पाल के नाम पर रजिस्टर्ड है। पिता के नाम में शिवप्रसाद पाल लिखा है, जोकि पिंटू सेंगर हत्याकांड के आरोपी वीरेंद्र पाल के पिता का नाम है। पता के स्थान पर वीरेंद्र पाल का नया पता- 181-सी, आदर्श विहार, जेके कॉलोनी, तिवारीपुर, शिवांस टेनरी, कानपुर दर्ज है। कार 29 अगस्त 2024 को खरीदी गई थी। सुपारी देकर कराया गया था बसपा नेता पिंटू का मर्डर
कानपुर में चकेरी थाना क्षेत्र के जेके कॉलोनी में 20 जून 2020 को बसपा नेता पिंटू सेंगर को शार्प शूटर्स ने सड़क पर गोलियों से भून दिया था। इस मर्डर केस की जांच में सामने आया था कि रियल एस्टेट कारोबारी और पिंटू का पार्टनर वीरेंद्र पाल गैंग ने सुपारी देकर मर्डर कराया था। पिंटू के भाई धर्मेंद्र सेंगर उर्फ पप्पू के मुताबिक, पिंटू सेंगर की हत्या के लिए 43 लाख की सुपारी सौंपी गई थी, जिसमें वीरेंद्र पाल ने पांच लाख रुपए देने के साथ साजिश रचने में अहम भूमिका निभाई थी। पुलिस ने वीरेंद्र को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजा था। डेढ़ साल बाद हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद वीरेंद्र पाल बाहर आया तो फिर जमीन के कारोबार में नए साझेदारों के साथ जुट गया। राहुल के पैरों पर गिरीं हरिओम की मां
इस बीच राहुल गांधी ने हरिओम वाल्मीकि के परिवार से शुक्रवार को फतेहपुर में मुलाकात की थी। उन्होंने 25 मिनट तक माता-पिता, भाई और बहन से बातचीत की थी। बाहर निकलने पर उन्होंने कहा था- परिवार को घर में बंद कर रखा है, इन्हें डराया जा रहा है। उन्होंने कहा था- ‘आज सुबह सरकार ने परिवार को मुझसे न मिलने की धमकी दी। जबरन वीडियो बनवाया। इसकी जानकारी परिवार ने मुझे दी। परिवार मुझसे मिले या न मिले, यह जरूरी नहीं है, बल्कि जरूरी यह है कि जो अपराधी हैं, उनके खिलाफ एक्शन हो।’ राहुल गांधी ने हरिओम वाल्मीकि की तस्वीर मंगाई। मां तस्वीर लेकर आईं और कांग्रेस नेता के सामने जमीन पर लेट गईं। राहुल ने उन्हें उठाया और बैठने के लिए कहा। हरिओम की बहन ने कहा था- उन्हें मिलने से (राहुल गांधी से) रोका जा रहा था पर उन्होंने कहा कि चाहे उनकी जान चली जाए, लेकिन वह मिलेंगी जरूर। दरअसल, राहुल के पहुंचने से करीब एक घंटे पहले हरिओम के भाई शिवम वाल्मीकि ने परिवार के साथ वीडियो जारी किया था। उन्होंने कहा था- राहुल गांधी राजनीति करने न आएं। हम सरकार से संतुष्ट हैं। 2 अक्टूबर को हरिओम की लाश रेलवे ट्रैक के किनारे मिली थी अब तक 4 वीडियो सामने आए —————————– राहुल गांधी से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए- राहुल के पैर पकड़कर रोई मां: बहन बोली- हमने भैया की आखिरी आवाज सुनी थी, वे आपका नाम लेकर चिल्लाए थे राहुल गांधी ने रायबरेली मॉब लिंचिंग में मारे गए दलित हरिओम वाल्मीकि के परिवार से शुक्रवार को फतेहपुर में मुलाकात की। उन्होंने 25 मिनट तक माता-पिता, भाई और बहन से बातचीत की। बाहर निकलने पर उन्होंने कहा- परिवार को घर में बंद कर रखा है, इन्हें डराया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘आज सुबह सरकार ने परिवार को मुझसे न मिलने की धमकी दी। जबरन वीडियो बनवाया। इसकी जानकारी परिवार ने मुझे दी। परिवार मुझसे मिले या न मिले, यह जरूरी नहीं है, बल्कि जरूरी यह है कि जो अपराधी हैं, उनके खिलाफ एक्शन हो।’ पढ़ें पूरी खबर…