बहादुरगढ़ के नफे राठी हत्याकांड में हुई सुनवाई:CBI कोर्ट में एक गवाह के बयान दर्ज हुए, तीन चश्मदीद बुलाए थे, अब 6 नवंबर तारीख

झज्जर जिले के बहादुरगढ़ से पूर्व विधायक एवं इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष रहे नफे सिंह राठी हत्याकांड में पंचकुला स्थित सीबीआई की विशेष कोर्ट में आज सुनवाई हुई। अदालत ने तीन गवाहों को समन भेज रखे थे। कोर्ट में एक गवाह के बयान दर्ज किए गए हैं। पिछली तारीख पर भी एक गवाह को एक्जामिन किया गया था। दो गवाह कोर्ट नहीं पहुंचे थे। ऐसे में कोर्ट ने उनके जमानती वारंट जारी किए थे। दोनों गवाहों के पांच-पांच हजार रुपए के जमानती वारंट जारी किए गए थे। अब इस मामले की अगली सुनवाई 6 नवंबर को होगी। केस में 25 सितंबर से शुरू हुई गवाही नफे राठी हत्याकांड में कोर्ट की ओर से गत एक सितंबर को हुई सुनवाई के दौरान गवाही शुरू करने के आदेश दिए गए थे। ऐसे में तीन गवाहों को समन किए गए थे। तीनों गवाहों को गत 25 सितंबर को हुई सुनवाई के दौरान हाजिर होने के आदेश दिए गए थे, ताकि नफे राठी हत्याकांड में गवाही शुरू हो सके। मगर एक गवाह कोर्ट में पहुंचा था, लेकिन दो गवाह कोर्ट में नहीं गए थे। कोर्ट ने उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए 5 हजार के जमानती वारंट जारी किए थे और उन्हें 15 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने के आदेश दिए थे। कार पर की थी अंधाधुंध फायरिंग इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष रहे पूर्व विधायक नफे सिंह राठी की हत्या 25 फरवरी 2024 को बराही रेलवे फाटक के पास की गई थी। वारदात में उनके साथ पार्टी कार्यकर्ता जयकिशन दलाल की भी मौत हो गई थी, जबकि ड्राइवर राकेश और निजी गनमैन संजीत घायल हुए थे। स्वजनो की मांग पर यह केस सीबीआई को ट्रांसफर हो गया था। 2 मई 2024 को इस केस को सीबीआई ने अपने हवाले लेकर जांच शुरू की थी। 4 माह से चल रही थी हत्या की प्लानिंग जून माह में सीबीआई ने चार्जशीट पेश की थी, जिसमें खुलासा हुआ था कि कुख्यात बदमाश ने नफे सिंह राठी की हत्या करवाई है। हत्याकांड की प्लानिंग चार माह पहले से चल रही थी और शूटरों ने लगातार तीन दिन तक नफे सिंह का पीछा किया था। आठ बार घात लगाई, लेकिन मौका बराही फाटक पर मिला था, जिस पर बदमाशों ने राठी की कार पर अंधाधुंध फायरिंग कर उसकी हत्या करके फरार हो गए थे। गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू ने रची थी साजिश चार्जशीट के अनुसार, हत्या की साजिश विदेश में बैठे गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू ने रची थी। उसने यूके से जीपीएस ट्रैकर के जरिए नफे सिंह की कार की लाइव लोकेशन शूटरों को दी। यह ट्रैकर फर्जी आधार कार्ड से एक्टिवेट किया गया था। तीन दिनों में नंदू ने आठ से अधिक बार लोकेशन भेजी। शूटर कभी कार्यालय, कभी रोहतक के गांव कारौर, कभी बहादुरगढ़ के आरआर फॉर्म, तो कभी घर तक पहुंचे, लेकिन हमला नहीं कर सके। अंततः बराही रेलवे फाटक बंद मिलने पर अंधाधुंध फायरिंग की थी। यूके में बसे चार बदमाश भगौड़े घोषित यूके में बसे कुख्यात बदमाश कपिल सांगवान उर्फ नंदू, शूटर अतुल गुलिया, नकुल सांगवान व एक अन्य आरोपी खुशप्रीत लाठर फिलहाल फरार हैं, जिन्हें कोर्ट द्वारा भगौड़ा घोषित कर रखा है। कोर्ट में जेल से ही गिरफ्तार चारों आरोपियों की वीसी के जरिए पेशी हुई।

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