बहू ने सास को मरवाया…ससुर को फंसाने की साजिश रची:झांसी में पुलिस से बोली- 8 बीघा जमीन बेचकर ग्वालियर में रहना चाहती थी

ससुर को फंसाना भी साजिश का हिस्सा था। मैं अपने हिस्से की 8 बीघा जमीन बेचकर ग्वालियर में रहना चाहती थी। ससुर जेल चले जाते तो जमीन बिकने में कोई अड़चन नहीं आती। इसी जमीन के लिए मैंने सास की हत्या करवाई। हत्या के लिए मैंने अपनी बहन और उसके प्रेमी को तैयार किया। इसके लिए मैंन दो प्लान भी तैयार किए थे। लेकिन सब उल्टा हो गया। यह कहना हैं झांसी में सास की हत्या करने वाली पूजा का। दैनिक भास्कर की टीम झांसी मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर छोटा-सा गांव कुम्हरिया पहुंची। जिसकी आबादी लगभग 500 है। यहां 24 जून को सुशीला देवी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। 4 दिन बाद पता चला कि ये हत्या सुशीला की बहू पूजा ने सुपारी देकर अपनी बहन कमला उर्फ कामिनी और उसके प्रेमी अनिल वर्मा से कराई है। दोनों बहनों ने सास की हत्या में ससुर अजय प्रताप राजपूत को फंसाने की साजिश रची थी। जब पकड़ी गई तो पुलिस से कहा- साहब ससुर ने मर्डर करने के लिए कहा था। पुलिस ससुर को घर से उठा ले गई। तब पुलिस के सामने फिर दोहराया और कामिनी ससुर से बोली- चिंता मत करो। मैं तुम्हें बचा लूंगी। यह सुनते ही ससुर सकपका गए और अपने बेगुनाही के सबूत देने गए। जब पूजा से सख्ती से पूछताछ हुई तो उसने सच उगल दिया। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पहले जानिए पूरा घटनाक्रम
24 जून को कुम्हरिया गांव में सुशीला देवी (55) का शव कमरे के अंदर बेड पर मिला था। पति अजय कुमार राजपूत ग्वालियर से घर आया तो बेड पर पत्नी की लाश पड़ी थी। पूछताछ करने पर पता चला कि एक महिला और एक युवक सुशीला से मिलने आए थे। पति ने बड़ी बहू रागिनी और उसके भाई आकाश पर हत्या का केस दर्ज करा दिया। रागिनी और उसका भाई शाम को सीधे थाने पहुंच गए और खुद को बेकसूर बताया। वहीं छोटी बहू पूजा जो ग्वालियर में रहती थी। सास की मौत के बाद भी घर नहीं आई। यहीं से पुलिस को शक हुआ। पुलिस ने पूजा को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह काफी देर तक बरगलाती रही। बोली- साहब, पति और ससुर मेरे पास थे। मुझे क्या पता किसने सास को मारा। जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो पूजा ने सच उगल दिया और बताया कि मैंने ही बड़ी बहन कमला उर्फ कामिनी और उसके प्रेमी अनिल वर्मा से सास की हत्या कराई थी। सास जमीन नहीं बेचने दे रही थी। पूजा की साजिश के 2 प्लान, सुनकर पुलिस भी रह गई हैरान मास्टरमाइंड पूजा ने सास की हत्या से बचने के लिए दो प्लान तैयार किए थे। पहला प्लान के तहत ससुर अजय प्रताप और जेठ एवं पति संतोष को अपने पास ग्वालियर बुलाया। पीछे से अपनी बहन और उसके प्रेमी को गांव भेजकर सास की हत्या कराई। ऐसा इसलिए कि ससुर और जेठ को उस पर कोई शक न हो। दूसरा प्लान पुलिस पकड़े तो ससुर को फंसाना था। ताकि पैरवी करने वाला कोई न बचे और वे जेल से आसानी से छूट जाए। प्लान में ससुर और जेठ तो फंस गए। दोनों ने दूसरी बहू रागिनी पर FIR करा दी। मगर पुलिस की जांच में सच सामने आ गया। कातिल पूजा के दो पति और एक बॉयफ्रेंड
पूजा जाटव के पिता बौधराम रेलवे में लोको पायलट थे। पूजा की शादी 2014 में रमेश से हुई थी, जो रेलवे में नौकरी करता था। दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता था। तब पूजा ने पति पर गोली चलवा दी। इस मुकदमे में पूजा आरोपी थी और तारीख पर कोर्ट में जाती थी। अजय के छोटे बेटे कल्याण राजपूत पर भी चोरी और लूट के केस चल रहे थे। वो भी तारीख पर जाता था। कचहरी में दोनों की मुलाकात हो गई, जो प्यार में बदल गई। दोनों झांसी में किराए के कमरे में लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे थे। 25 मई 2019 को एक्सीडेंट में मेरे बेटे कल्याण राजपूत की मौत हो गई थी। इसके बाद पूजा को कल्याण के सास-ससुर ने अपना लिया और घर पर पनाह दे दी। यहां उसके शादीशुदा जेठ संतोष से प्रेम संबंध हो गए। उनकी 3 साल पहले एक बेटी हो गई। पूजा को अपनाना भूल, परिवार विरोध में था
मृतका सुशीला की देवरानी मिथलेश ने बताया- सुशीला मेरी जेठानी के साथ मामा की बेटी भी थी। जब पूजा आई तो पूरे परिवार ने विरोध किया था। सबने कहा था कि इसे लेकर मत आओ। जब बेटा ही चला गया तो उसकी गर्लफ्रेंड का क्या करना। वैसे भी वो दूसरी जाति की है। रिश्तेदारों ने भी मना किया था। कहा था कि एक बहू पहले से है। दूसरी का क्या करना? पूजा को मत रखो, लेकिन नहीं माने। तभी से हम लोगों को कोई मतलब नहीं था। तब भूल हो गई थी और अब उसने बड़ा कांड कर दिया। मेरी जेठानी सुशीला ने बहू को हमेशा बेटी की तरह समझा। वो जो मांगे, वो घर में आता था। अच्छे से खिलाते–पिलाते थे। बदले में बहू पूजा ने सुशीला को जान से ही मरवा दिया। अगर कुछ लेना था तो ले जाती। उसे छोड़ देती, जान से न मारती। उसे बेटी बनाकर रखा, एक बार तो सोचना था कि ये मेरी सास या मां है। मुझे बहुत दुख होता है। पूजा समेत तीनों आरोपियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। पूजा की पहली शादी में पिता ने 12 लाख खर्च किए
मृतका सुशीला के देवर देवेंद्र राजपूत ने बताया- पूजा की पहली शादी उसके पिता ने धूमधाम से की थी। पति रमेश रेलवे में जॉब करता था। उस समय पिता ने शादी में करीब 12 लाख रुपए खर्च किए। मगर, पूजा गलत थी तो पति से अनबन चलती थी। उसने कुछ बदमाश लगाकर पति को मारने की साजिश रची थी। पति ने नाता तोड़ दिया। मेरे भतीजे कल्याण से संबंध हो गए। दोनों गुमनावारा में किराए के मकान में रहने लगे थे। 7 महीने बाद कोछा भांवर के पास एक्सीडेंट में कल्याण की मौत हो गई। फिर पूजा गांव आ गई। यहां उसे अपना लिया। जब उसने पति को मारने की साजिश रची तो वह स्वभाव की वैसे ही खराब थी। उसे अपनाने की भूल हुई थी। ऐसे लोगों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। ———————— ये खबर भी पढ़ें… बॉयफ्रेंड की मौत के बाद जेठ से इश्क, झांसी में सास की हत्या करने वाली बहू के सैकड़ों फालोवर, ससुर बोले- बहू को फांसी हो झांसी में सास की हत्या करने वाली पूजा जाटव मामले में अब नए खुलासे हो रहे हैं। पति पर गोली चलवाने के बाद वह बॉयफ्रेंड कल्याण राजपूत के साथ लिव-इन में रहने लगी थी। 6 साल पहले एक्सीडेंट में बॉयफ्रेंड की मौत के बाद पूजा उसके घर में रहने लगी। आरोप है कि उसने शादीशुदा जेठ संतोष राजपूत और ससुर को फंसाया। उन्हें प्रॉपर्टी बेचकर ग्वालियर में रहने के लिए राजी कर लिया। पढ़िए पूरी खबर

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