आज सावन की शिवरात्रि है। बाबा विश्वनाथ में दर्शनार्थी सुबह से ही मंदिर में पहुंच रहे हैं। भोर में मंगला आरती के बाद भक्तों के लिए मंदिर का द्वार खोल दिया जाएगा। मंदिर प्रशासन द्वारा भक्तों पर पुष्प वर्षा की गई आज कांवरियों के साथ-साथ डाक बम भी बड़ी संख्या में बाबा विश्वनाथ के दरबार पहुंचे हैं। आधी रात से ही श्रद्धालु लाइन में लग गए। बाबा विश्वनाथ के गर्भगृह के चारों द्वार से झांकी दर्शन और पाइप से जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक और फूल चढ़ाया जा रहा। भक्तों को गर्भगृह के पास महज 2-3 सेकेंड दिया जा रहा। चंदन से किया गया बाबा लेपन शिवलिंग का चंदन से लेपन किया गया और दूर्वा चढ़ाई गई। जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक के बाद फूलों और बेल पत्रों से बाबा का श्रृंगार किया गया। सावन की शिवरात्रि पर जुटे भक्तों ने अन्य मंदिरों में बड़ी मात्रा में शिवलिंग पर रुद्राभिषेक करवाया। मंदिर के पुजारियों और सुरक्षाकर्मी दर्शन पूजन में मददगार बने। बाबा काशी विश्वनाथ का दरबार सावन में फूलों से सजाया गया तो दूधिया रोशनी और झालरें जगमगाती रहीं। सावन से जुड़े अपडेट्स के लिए ब्लॉग से गुजर जाइए…