चरखी दादरी जिले में भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण के आगमन का विरोध हो गया है। किसान संगठनों से जुड़े लोगों ने कहा कि बृजभूषण ने विनेश फोगाट व दूसरे महिला खिलाड़ियों का अपमान किया है और दादरी जिला विनेश का गृह जिला है, ऐसे में बृजभूषण का दादरी आना जनभावनाओं के विरूद्ध है। साथ ही उन्होंने जनप्रतिनिधियों से भी कार्यक्रम में ना जाने की अपील की है और बृजभूषण के साथ कार्यक्रम में शिरकत करने पर चुनावी नतीजे भुगतने की चेतावनी दी है। 6 जुलाई को सम्मान समारोह में करनी है शिरकत
बता दें कि, चरखी दादरी जिले के बौंदकलां निवासी महिला पहलवान रचना परमार उर्फ भंभो ने हाल ही में वियतनाम में आयोजित अंडर-17 एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है। उनके सम्मान में गांव बौंदकलां में 6 जुलाई को सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह शिरकत करेंगे। इसके अलावा भिवानी- महेंद्रगढ़ सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह, दादरी विधायक सुनील सांगवान भी आमंत्रित किए गए हैं। कार्यक्रम से संबंधित बैनर छपने के बाद सूचना मिलते ही किसान व दूसरे संगठनों में इसको लेकर रोष देखने को मिला है। बृजभूषण का दादरी आना गलत
एमएसपी गारंटी कानून मोर्चा के प्रदेश संयोजक जगबीर घसौला ने कहा कि चरखी दादरी जिला विनेश फोगाट का गृह जिला है। जिसके चलते बृजभूषण के दादरी में आयोजित कार्यक्रम में आने से लोगों में रोष है जिससे यहां शांति भंग हो सकती है। उन्होंने कहा कि वे सरकार से मांग करते हैं बृजभूषण के दादरी आगमन पर रोक लगाई जाए। वे खाप पंचायतों के साथ
जगबीर घसौला ने कहा कि खिलाड़ियों के आंदोलन के दौरान खाप पंचायतों ने अगुआई की थी और किसान संगठनों ने साथ दिया था। अब भी खाप पंचायतों को इसका विरोध करना चाहिए, वे पूरी तरह से उनके साथ हैं।
सांसद-विधायक को चेतावनी
जगबीर घसौला ने कहा कि बृजभूषण के दादरी आने से लोगो में रोष है। यह जनभावनाओं के खिलाफ है। इसलिए स्थानीय सांसद व विधायक को भी बृजभूषण के साथ नहीं जाना चाहिए। वहीं उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि सांसद और विधायक कार्यक्रम में गए तो उन्हें भविष्य में इसके गंभीर चुनावी परिणाम भुगतने होंगे। वहीं अन्य संगठनों से जुड़े लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने प्रतिक्रिया दी है कि यदि बृजभूषण को दादरी आना है तो पहले विनेश फोगाट व अन्य महिला खिलाड़ियों से माफी मांगे।