जींद के सफीदों में भाजपा नेता के बेटे विकास शर्मा की मामूली कहासुनी में चाकू मारकर हत्या करने वाले आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ में पकड़ लिया। क्रॉस फायरिंग में बदमाश के की टांग में गोली लगी है। उसने गाड़ी हटाने की बात कहने पर चाकू सीधा विकास के दिल में घोंप दिया और फरार हो गया था। आरोपी को नरवाना के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। उसकी पहचान करनाल जिले के असंध क्षेत्र के जयसिंहपुरा निवासी प्रदीप उर्फ नन्हां के रूप में हुई है। आरोपी पर पहले भी हत्या, हत्या का प्रयास, लूट जैसे 10 से ज्यादा केस दर्ज हैं। हत्या के मामले में वह 2 महीने पहले ही जेल से जमानत पर आया हुआ था। सीआईए पुलिस कर रही थी ट्रैक, नरवाना में रेलवे पुल के पास घेरा जींद सीआईए स्टाफ पुलिस इंचार्ज अनूप को सूचना मिली थी कि सफीदों के बीजेपी नेता के बेटे व निजी अस्पताल संचालक विकास शर्मा की हत्या के मामले में आरोपी प्रदीप उर्फ नन्हां नरवाना इलाके में देखा गया है। जिसके आधार पर सीआईए स्टाफ ने आरोपी को ट्रैक करना शुरू कर दिया। नरवाना रेलवे पुल के पास पुलिस ने आरोपी को घेर लिया। पुलिस से घिरा देख आरोपी प्रदीप ने पुलिस की तरफ फायरिंग कर दी। जवाब में पुलिस ने भी गोली दागी। इसमें एक गोली आरोपी की टांग में जा लगी। इसके बाद उसे काबू कर लिया और उसके कब्जे से 32 बोर की पिस्टल बरामद कर ली। आरोपी को इलाज के लिए नरवाना के सिविल अस्पताल ले जाया गया। 24 जुलाई को हुई थी भाजपा नेता के बेटे की हत्या 24 जुलाई रात को सफीदों के निजी अस्पताल संचालक विकास की फॉर्च्यूनर सवार लोगों ने चाकू मार कर हत्या कर दी थी। जबकि हमले में निजी अस्पताल संचालक डा. अनिल तथा उसका साढू यशपाल भी घायल हो गए थे। हालांकि पुलिस ने डा. अनिल, उसके साढू यशपाल को नामजद कर आठ अन्य के खिलाफ हत्या सहित विभिन्न भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज किया हुआ है। पुलिस ने विकास की गाड़ी के पीछे लगी गाड़ी की पहचान की तो जयसिंहपुरा निवासी प्रदीप की मिली। तभी से प्रदीप की ट्रैकिंग पुलिस कर रही थी। आरोपियों की धर पकड़ के लिए पुलिस पर दबाव बना हुआ था। सीएम नायब सैनी से लेकर डिप्टी स्पीकर डॉ. कृष्ण मिड्ढा, सफीदों विधायक रामकुमार गौतम ने पुलिस को 24 से 48 घंटे में आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। आगे से गाड़ी हटाने की बात कहने पर की थी हत्या आरोपी प्रदीप पर हत्या, हत्या का प्रयास, आर्म्ज एक्ट, रंगदारी, लूट समेत 10 से ज्यादा केस दर्ज हैं। हत्या के मामले में प्रदीप जमानत पर चल रहा था। 24 जुलाई की रात को सफीदों में रामपुरा रोड पर अनुज अस्पताल संचालक विकास शर्मा, लीलावती अस्पताल के अनिल और उसका साढू हैप्पी घर की तरफ जा रहे थे, तो उनकी गाड़ी के आगे प्रदीप नन्हां की गाड़ी थी। विकास ने गाड़ी हटाने के लिए कहा तो प्रदीप ने अपने पास मौजूद चाकू से उस पर हमला कर दिया और चाकू सीधे उसके दिल पर जा लगा। इससे विकास की मौत हो गई। इसके बाद प्रदीप उर्फ नन्हा वहां से फरार हो गया था।