भिवानी के मित्ताथल गांव में भाजपा जिला अध्यक्ष वीरेंद्र कौशिक के लिए अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। भाजपा जिला अध्यक्ष वीरेंद्र कौशिक ने कहा कि पीएम मोदी के 11 साल पूरे होने पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। जिला अध्यक्ष बनने के बाद मित्ताथल गांव में यह पहला अभिनंदन समारोह था। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश ने तरक्की की है। देश पहले भी ऐसा ही था, लेकिन आज हम गर्व से कहते हैं कि हम भारत के निवासी हैं। पार्टियों को साथ लाने का प्रयास उन्होंने कहा कि देश में भारत अब चौथी आर्थिक शक्ति बन गया है। पीएम मोदी ने 2 साल पहले कहा था कि हम दुनिया की तीसरी आर्थिक ताकत बनेंगे। इसके लिए 2029 तक का लक्ष्य रखा था। सभी देश भारत की प्रगति को देख रहे हैं। नौकरी व ट्रांसफर में पारदर्शिता लाई गई हैं। जिसकी बदौलत भाजपा तीसरी बार सत्ता में आई है। 2024 में जो चुनाव में साथ था, वह तो साथ है, लेकिन जो नहीं था उसे भी साथ लाने का प्रयास किया जा रहा है। कांग्रेस में ना क्षमता और ना नेता
वीरेंद्र कौशिक ने कांग्रेस द्वारा 30 जून तक संगठन व जिलाध्यक्ष बनाने के दावे पर पलटवार करते हुए कहा कि उनका अब कोई असर तो रहा नहीं। ना ही पार्टी के अंदर क्षमता है और ना ही कोई नेता है। जुतम-पैजार के अलावा वहां कुछ होता नहीं। संगठन बनाना उनका व्यक्तिगत मामला है, लेकिन लगता नहीं कि वे बना पाएंगे। अगर संगठन हो तो अच्छा है, विपक्ष मजबूत होना चाहिए। ताकि जनता की उठाएं। राहुल गांधी के कारण नहीं हो रही कांग्रेस की तरक्की
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश व देश में विपक्ष है ही नहीं। इसका कारण है कि राहुल गांधी जब से इस पार्टी को कब्जे में लेने की कोशिश करते हैं और परिवारवाद की बात आती है तो ऐसे तरक्की नहीं होती। दूसरी तरफ भाजपा है, जिसके अंदर यह नहीं पता होता कि जिलाध्यक्ष, प्रदेशाध्यक्ष, राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रधानमंत्री कौन बनेगा। सभी लोग बैठकर फैसला लेते हैं। लेकिन कांग्रेस परिवारवाद की पार्टी है। भाजपा में लोगों के लिए काम होते हैं, जबकि कांग्रेस में एक व्यक्ति के लिए काम होते हैं। राहुल गांधी को लॉन्च व रि-लॉन्च करते थकी सोनिया गांधी
जिलाध्यक्ष वीरेंद्र कौशिक ने कहा कि राहुल गांधी को लॉन्च व रि-लॉन्च करते हुए सोनिया गांधी थक गई हैं। अब उसे छोड़ देना चाहिए। इसे रखे तो हमारा फायदा है। भाजपा निरंतर काम करता है। हर चीज के बारे में हम सोचकर सरकार को बताने का काम करते हैं। जब पार्टी कोई नीति बनाती है तो उसका फीडबैक भी लेती है। काम करने से पहले हम टेस्ट भी करके देखते हैं। हम यह चाहते हैं कि सभी लोगों की सहमति से काम हों, वो ही काम अच्छे होते हैं जो सबकी सहमति से होते हैं।