पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर तीखा हमला बोला है। यह हमला उस वक्त आया जब कैप्टन ने शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की गिरफ्तारी को “राजनीतिक प्रतिशोध” बताते हुए आम आदमी पार्टी की सरकार पर “लोकतंत्र कुचलने” का आरोप लगाया था। अमरिंदर सिंह ने एक पोस्ट को शेयर किया। जिसमें आरोप लगाया कि पंजाब में विरोध की आवाज को दबाया जा रहा है, प्रदर्शनकारियों को कुचला जा रहा है और राज्य को दिल्ली से माफिया स्टाइल में चलाया जा रहा है। उन्होंने इसे “निर्दोषों के खिलाफ क्रूर कार्रवाई” और “शासन के नाम पर सनसनी फैलाने की कोशिश” करार दिया। सोशल मीडिया पर लाइव हुए सीएम मान इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोशल मीडिया पर लिखा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह अब ड्रग्स के तस्करों के मानवाधिकारों की चिंता कर रहे हैं। जबकि उनके और उनके भतीजे के शासनकाल में पंजाब का युवा नशे की लत में मर रहा था और वे उस समय महफिलों और निजी कार्यक्रमों में व्यस्त थे। उन्होंने कैप्टन से पूछा कि जब आपने 2017 के चुनाव में चार हफ्ते में ड्रग्स खत्म करने का वादा किया था, तब उसका क्या हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जनता जान चुकी है कि आप सभी दोहरे चेहरे वाले लोग हैं, लेकिन यह समझ बहुत कुछ गंवाने के बाद आई है। भाजपा को अपना रुख पेश करने को कहा भगवंत मान ने यह भी तंज कसा कि अब भाजपा आपके बयान को “व्यक्तिगत राय” बताकर किनारा कर लेगी। उन्होंने साफ किया कि सरकार किसी के भी साथ भेदभाव नहीं कर रही, बल्कि जिनके खिलाफ पुख्ता सबूत हैं, उन पर कार्रवाई हो रही है। जानें क्यों हुई मजीठिया की गिरफ्तारी गौरतलब है कि पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने हाल ही में बिक्रम सिंह मजीठिया को 540 करोड़ रुपए की कथित अवैध संपत्ति की जांच के तहत गिरफ्तार किया था। मजीठिया इस समय न्यायिक हिरासत में हैं और 2 अगस्त तक जेल में रहेंगे। उनके खिलाफ यह कार्रवाई आम आदमी पार्टी सरकार की उस नीति का हिस्सा मानी जा रही है जिसमें नशा तस्करी के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर के बयान से सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है, वहीं भगवंत मान ने इसे “ड्रग माफिया के प्रति नरमी” के रूप में देखा है।