संभल में भीषण हादसे में दूल्हे समेत 8 लोगों की जान चली गई। शुक्रवार शाम को तेज रफ्तार बोलेरो स्कूल की दीवार में टकरा गई। जिससे उसके परखच्चे उड़ गए थे। मौके पर चीख पुकार मच गई। हादसा दुल्हन के घर बदायूं के सिरसौल गांव से करीब 60 किमी दूर, संभल के थाना जुनावई क्षेत्र में हुआ था। हादसे में दूल्हे सूरज पाल (20), उसकी बहन कोमल (15), चाची आशा (26), चचेरी बहन एश्वर्या (3), चचेरे मामा बुलंदशहर के हींगवाड़ी निवासी सचिन (22), सचिन की पत्नी मधु (20) ममेरा भाई बुलंदशहर के खुर्जा निवासी गणेश (2) पिता देवा, गांव निवासी चालक रवि (28) की मौत हो गई। जबकि गंभीर रूप से घायल हिमांशी और देवा का अलीगढ़ में इलाज चल रहा है। संभल के गांव बहापुर पट्टी स्थित अस्थाई पोस्टमॉर्टम हाउस पर दूल्हे सूरजपाल, चाची आशा एवं चचेरी बहन ऐश्वर्या के अलावा बुलंदशहर के सचिन व उसके बेटे गणेश का पोस्टमॉर्टम हुआ, जबकि अलीगढ़ में दूल्हे की बहन कोमल, सचिन की पत्नी मधु और बोलेरो चालक रवि का पोस्टमॉर्टम हुआ। दोपहर तक गमगीन सन्नाटा, शाम को मची पुकार शनिवार की दोपहर तक गांव हरगोविंदपुर में सन्नाटा पसरा रहा। लेकिन शाम 5 बजे दूल्हे समेत 5 शव गांव पहुंचे तो पूरा माहौल चीख पुकार में तब्दील हो गया। शव पहुंचते ही हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई। परिवार की महिलाएं रोने बिलखने लगीं। दूल्हे की मां संतोष और पिता सुखराम दहाड़े मारकर रोने लगे। पिता की रोते रोते आंखें पथरा गईं। जबकि मां कई बार बेसुध हो गई। दूल्हे के भाई आकाश ने दोनों को संभाला और खुद भी रोता बिलखता रहा। मौके पर मौजूद हर शख्स की आंख नम थी। हर कोई दूल्हे की आखिरी झलक पाना चाह रहा था। बहनों और चाची का चेहरा देखकर लोग रोते रहे। गमजदा माहौल में हरगोविंदपुर और आसपास के गांवों में चूल्हे नहीं जले। दूल्हे, दो बहनों और चाची का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार अंतिम संस्कार के लिए असदपुर गंगा घाट पर दो चिताएं बनाई गईं। एक चिता पर दूल्हे सूरज पाल, उसकी बहन कोमल, चाची आशा और चचेरी बहन एश्वर्या को लिटाया गया। बगल में ही बोलेरो के चालक रवि की चिता बनाई गई। दूल्हे और उसकी बहन कोमल की चिता को उसके छोटे भाई आकाश ने मुखाग्नि दी। जबकि चाची और उनकी बेटी ऐश्वर्या को दूल्हे के चाचा लाल सिंह ने मुखाग्नि दी। वहीं, चालक रवि की अर्थी को उसके सैनिक भाई अवि ने कंधा दिया। जबकि चिता को उसके पिता बच्चू सिंह ने ने मुखाग्नि दी। उधर, हादसे में जान गंवाने वाले दूल्हे के चचेरे मामा बुलंदशहर के हींगवाड़ी निवासी सचिन (22), सचिन की पत्नी मधु (20) और ममेरे भाई बुलंदशहर के खुर्जा निवासी गणेश (2) पिता देवा के शव उनके गांव पहुंचे। जहां नम आंखों के साथ सभी का अंतिम संस्कार कर दिया गया। बहू के लिए नेग लेकर रखा था, घर पहुंची बेटे की लाश गांव की महिलाओं ने बताया कि मां संतोष ने हंसी खुशी बारात को विदा किया था। आरती उतारकर कहा था बहू को जल्दी लेकर आना। मैं इंतजार करूंगी। बहू के लिए नेग भी लेकर रखा था। सूरजपाल घर का बड़ा बेटा था। घर की पहली शादी को लेकर पूरा माहौल खुशनुमा था। लेकिन हादसे के बाद घर में मातम छा गया। जिस गांव में बहू और बेटे का इंतजार हो रहा था, वहां लाशें पहुंचीं। दुख में शामिल होने पहुंचे सपा विधायक हादसे पर सांत्वना देने के लिए गुन्नौर सपा विधायक रामखिलाड़ी यादव, पूर्व विधायक/मंत्री अजीत कुमार राजू, बीजेपी जिलाध्यक्ष चौधरी हरेंद्र सिंह, सपा जिलाध्यक्ष असगर अली अंसारी, ब्लॉक प्रमुख जुनावई दिव्यप्रकाश यादव सहित तमाम लोग पहुंचे। जिन्होंने परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिया। संभल हादसा- दूल्हे की मौत, दुल्हन रातभर रोती रही:हाथों की मेहंदी देखती तो कभी लाल जोड़े से लिपटकर चिल्लाती, मां बोली-बर्बाद हो गए संभल में बारात लेकर दुल्हन के घर जा रहे दूल्हे समेत 8 लोगों की हादसे में मौत हो गई। यह खबर जैसे ही दुल्हन को पता चली, वह चीख पड़ी और रोते-रोते बेसुध हो गई। घरवालों के मुताबिक, बेटी पूरी रातभर रोती रही। कभी हाथों में लगी मेहंदी देखती तो कभी शादी के जोड़े से लिपटकर चिल्लाने लगती। परिवार की महिलाओं ने दुल्हन को किसी तरह संभाला। पूरी खबर पढ़ें