मायावती रिकॉर्ड भीड़ देख खुश; बोलीं- विरोधियों की नींद उड़ी:बहुजन समाज शोषित नहीं, शासक बन रहा; जनसैलाब रुकने वाला नहीं

बसपा सुप्रीमो मायावती लखनऊ की अपनी रैली से काफी खुश हैं। शुक्रवार को उन्होंने X पर लिखा- कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पर उमड़ी रिकॉर्ड भीड़ देखकर विरोधी पार्टियों की नींद उड़ गई है। मायावती ने कहा, लखनऊ में गुरुवार को जो जनसैलाब उमड़ा, वह बीएसपी की ताकत और बहुजन समाज की एकजुटता का प्रमाण है। अपने खून-पसीने की कमाई से दूर-दूर से आए युवाओं और महिलाओं के जोश ने बता दिया कि यूपी में अब ‘बहनजी की पांचवीं बार सरकार’ बनाने का संकल्प जन-जन में घर कर चुका है।” मायावती ने 2027 विधानसभा चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं को मंत्र दिया। सावधान रहने की सलाह दी। बसपा अध्यक्ष ने कहा- बहुजन समाज अब शोषित नहीं, शासक बनकर उभर रहा है। यह जनसैलाब अब रुकने वाला नहीं है। अब विस्तार से पढ़िए… मायावती ने कहा- विरोधियों की बातों को महत्व न दें
बसपा प्रमुख ने कहा, इतनी बड़ी भीड़ और जोश देखकर विपक्षी दलों के नेताओं के होश उड़ना स्वाभाविक है। उन्होंने समर्थकों से अपील की कि वे विरोधियों की “बेतुकी बयानबाजी” पर ध्यान न दें। मायावती ने कहा, “हमारा ध्यान अपने मिशन पर होना चाहिए, क्योंकि बाबा साहेब का सपना पूरा करने का समय अब करीब है।” ‘मिशन 2027’ के लिए जुटने का आह्वान मायावती ने कहा, अब बीएसपी का हर कार्यकर्ता मिशन 2027 के लिए पूरी निष्ठा से जुट जाए। उन्होंने कहा- “अब समय विरोधियों के साम, दाम, दंड, भेद जैसे हथकंडों से सावधान रहने का है। बहुजन समाज के लोग अब शोषित नहीं, शासक वर्ग बनकर उभर रहे हैं।” हर जिले से पहुंचे कार्यकर्ता, पार्टी ने जताया आभार
बीएसपी अध्यक्ष ने बताया, लखनऊ में हुए इस महा-आयोजन में उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों से लाखों की संख्या में लोग शामिल हुए। उन्होंने कहा, “पार्टी के सभी पदाधिकारियों, नेताओं और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने इस आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। उन्हें पार्टी की ओर से दिल से धन्यवाद।” देशभर में मनाया गया कांशीराम परिनिर्वाण दिवस
मायावती ने उन सभी लोगों का भी आभार जताया, जिन्होंने अपने-अपने राज्यों और जिलों में कार्यक्रम आयोजित कर कांशीराम को श्रद्धांजलि दी और बीएसपी मिशन को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। मायावती ने कहा, बीएसपी का यह जनसैलाब अब रुकने वाला नहीं है। यह सामाजिक परिवर्तन की वह लहर है जो यूपी से उठकर पूरे देश में बहुजन समाज की सत्ता की नई कहानी लिखेगी। मायावती के बयान पर किसने क्या कहा?
प्रदेश की राजधानी में 9 साल बाद बसपा ने शक्ति प्रदर्शन दिखाया। 9 अक्टूबर को बसपा प्रमुख मायावती ने कांशीराम के 19वें परिनिर्वाण दिवस पर हुई महारैली में जहां स्मारकों और पार्कों के बेहतर रख-रखाव पर ध्यान देने को लेकर यूपी की योगी सरकार की तारीफ की, वहीं सपा को आड़े हाथों लिया था। मायावती ने कहा कि सपा शासन में पार्क और स्मारकों पर टिकटों की बिक्री से मिली राशि को दबा कर बैठे थे। हालांकि मायावती ने भाजपा की पहले की केंद्र सरकार के समय उन पर सीबीआई और आयकर की जांच को लेकर निशाना भी साधा, पर सबसे अधिक चर्चा सीएम योगी की तारीफ को लेकर की जा रही है। मायावती ने सबसे अधिक हमला सपा व कांग्रेस पर बोला। सपा को दोगला तक बताया था। मायावती के इस भाषण के बाद सबसे पहली प्रतिक्रिया सपा प्रमुख अखिलेश यादव की आई। उन्होंने इशारों में जवाब देते हुए अपने एक्स हैंडल पोस्ट में लिखा,- ‘क्योंकि ‘उनकी’ अंदरूनी साठगांठ है जारी, इसीलिए वो हैं ज़ुल्म करने वालों के आभारी’। कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने बसपा की रैली को ‘बीजेपी फंडेड’ बताया। कहा, मायावती ने दलितों की आवाज बनने की बजाय दमनकारी सरकार की तारीफ की। यूपी में दलित अत्याचारों पर चुप्पी साधी। मुख्य न्यायाधीश (दलित) पर हमले की निंदा न करने पर उन्होंने हैरानी जताई। साथ में ये भी कहा कि कांशीराम के सपनों को राहुल गांधी पूरा करने में जुटे हैं। भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल, यूपी सरकार में मंत्री असीम अरुण, संजय निषाद ने मायावती के योगी सरकार की तारीफ पर धन्यवाद देते हुए कहा, भाजपा सरकार में स्मारकों का रखरखाव और सुरक्षा बढ़ाने से अनुसूचित जातियों का स्वाभिमान मजबूत हुआ है। आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद संजय सिंह ये कहते हुए मायावती को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की कि उन्होंने अपने भाषण में मुख्य न्यायाधीश पर हमले पर कुछ नहीं बोला। जबकि उम्मीद की जा रही थी कि वह दलितों के मुद्दे पर आवाज जरूरी उठाएंगी। बहुजन राजनीति के पुराने साथी रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर ही तीखा हमला बोलते हुए कहा- “कांशीराम के मिशन को मायावती ने तिरस्कृत किया और भाजपा की चाटुकारिता कर बहुजन समाज का भरोसा तोड़ा है।” मौर्य ने आरोप लगाया कि ED और CBI के डर से मायावती भाजपा की तारीफें कर रही हैं। 2027 के विधानसभा चुनाव में वह भाजपा का समर्थन करेंगी। उन्हें अपने ही भतीजे आकाश आनंद पर भरोसा नहीं है तो बहुजन समाज उन (मायावती) पर विश्वास क्यों करे? —————— ये खबर भी पढ़ें- मायावती बोलीं- सपा दोगली पार्टी, योगी की तारीफ की:आजम खान की ज्वॉइनिंग की अटकलों पर कहा- मैं किसी से छिपकर नहीं मिलती बसपा सुप्रीमो मायावती ने 9 साल बाद लखनऊ में शक्ति प्रदर्शन किया। वह पुराने तेवर में नजर आईं। भतीजे आकाश के साथ मंच पर पहुंचीं और हाथ हिलाकर समर्थकों का अभिवादन किया। उन्होंने मंच से सीएम योगी की तारीफ की और सपा को दोगला बताया। इस पर अखिलेश यादव पलटवार किया। X पर लिखा- क्योंकि उनकी अंदरूनी साठ-गांठ जारी है, इसीलिए वो जुल्म करने वालों की आभारी हैं। पूरी खबर पढ़ें…

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