आरा विधानसभा सीट से महागठबंधन के भाकपा-माले उम्मीदवार कयामुद्दीन अंसारी ने नामांकन दाखिल किया। नामांकन से पहले उन्होंने अपने समर्थकों के साथ शक्ति प्रदर्शन करते हुए रोड शो निकाला, जिसमें बड़ी संख्या में महागठबंधन के नेता, कार्यकर्ता और आम जनता शामिल रही। कयामुद्दीन अंसारी ने श्री टोला स्थित माले कार्यालय से जुलूस की शुरुआत की। कार्यकर्ता हाथों में पार्टी के झंडे और बैनर लिए लाल सलाम और महागठबंधन जिंदाबाद के नारे लगाते हुए शहर की सड़कों पर निकले। रोड शो बस स्टैंड, मठिया मोड़, नवादा होते हुए आरा सदर प्रखंड कार्यालय पहुंचा, जहां उन्होंने चुनाव अधिकारी के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया। इस मौके पर भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल, सहित महागठबंधन के सभी घटक दलों के पदाधिकारी मौजूद रहे। रोड शो के दौरान जगह-जगह समर्थकों ने फूल मालाओं से उम्मीदवार का स्वागत किया। जनता फिर से लाल झंडे को मजबूत करेगी वहीं, कयामुद्दीन अंसारी की उम्र लगभग 50 साल की हो गई है। उन्होंने उर्दू से एमए किया है। कयामुद्दीन अंसारी अंसारी (जुलाहा) जाति यानी अतिपिछड़ा से आते है। 2 बार आरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ चुके है। इंसाफ मंच के राज्य सचिव के पद पर कार्यरत है। कयामुद्दीन अंसारी ने नामांकन के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह चुनाव आम जनता की समस्याओं, गरीबों, किसानों और मजदूरों के अधिकारों की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन एकजुट होकर भाजपा–जदयू की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ मैदान में है और आरा की जनता बदलाव के मूड में है। राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि भोजपुर की धरती हमेशा से संघर्ष की रही है और इस बार जनता फिर से लाल झंडे को मजबूत करेगी। उन्होंने दावा किया कि माले के उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित है क्योंकि जनता रोजगार, शिक्षा और विकास के मुद्दों पर साथ खड़ी है। नामांकन के दौरान पूरे इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। रोड शो के कारण कई जगहों पर कुछ देर के लिए यातायात प्रभावित भी रहा, लेकिन कार्यकर्ताओं का उत्साह देखते ही बन रहा था।