मुंगेर में 2 लाख के इनामी नक्सली ने किया सरेंडर:12 साल की उम्र में जुड़ा था, एसपी ने माला पहनाकर और चादर भेंट कर किया सम्मानित

मुंगेर में 12 साल से नक्सली दस्ते में शामिल भोला कोड़ा उर्फ रोहित कोड़ा उर्फ विकास दा ने सोमवार को आत्मसमर्पण कर दिया। जानकारी के अनुसार वह अपने पिता मनोज कोड़ा और पूरे परिवार के साथ मुंगेर एसपी कार्यालय पहुंचा। एसपी सैयद इमरान मसूद ने भोला कोड़ा को माला पहनाकर और चादर भेंट कर सम्मानित किया। भोला लड़ैयाटांड़ थाना क्षेत्र के पैसरा गांव का रहने वाला है। उसे मात्र 12 साल की आयु में उसके नक्सली चाचा सुरेश कोड़ा ने उसे नक्सली दस्ते में शामिल करवाया था। इसके बाद उसे दस्ते में प्रशिक्षण दिया गया था। एसटीएफ से हुई थी मुठभेड़ एसपी सैयद इमरान ने बताया कि भोला कोड़ा नक्सली दस्ते का सक्रिय सदस्य था। वह कई बार पुलिस के साथ मुठभेड़ में शामिल रहा है। 5 जुलाई को राजासराय जंगल में इनामी नक्सली और एसटीएफ के बीच मुठभेड़ हुई थी। पहाड़ी जंगलों में पुलिस की दबिश देखकर नक्सली भोला कोड़ा ने आत्मसमर्पण का निर्णय लिया। भोला पर मुंगेर, जमुई, लखीसराय और बोकारो में कुल आठ मामले दर्ज हैं। एसपी ने बताया कि लड़ैयाटांड़ थाना कांड संख्या 74/21 में भोला ने सड़क निर्माण कर रही एजेंसी से लेवी की मांग की थी। मांग पूरी न होने पर उसने एजेंसी के पोकलेन मशीन और वाहन को जला दिया था। इस घटना के बाद पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। भोला नक्सली के बड़े कमांडर अर्जुन, अरविंद यादव और प्रवेश के साथ सहायक के रूप में काम करता था। वह नक्सली ऑपरेशन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता था। एसपी ने बताया कि उग्रवादियों के समर्पण-सह-पुनर्वास नीति के तहत भोला कोड़ा को लाभ दिया जाएगा। नक्सली के निशानदेही पर सवासिन पहाड़ी जंगल में छापेमारी कर एक देसी पिस्टल, पॉकेट डायरी, मोबाइल, पेन ड्राइव आदि बरामद किए गए हैं। नक्सली के आत्मसमर्पण के बाद भी चली छापेमारी एसपी ने बताया की भोला कोड़ा के आत्मसमर्पण के बाद पूछताछ के बाद हवेली खड़गपुर प्रखंड क्षेत्र के सवासीन पहाड़ी जंगल में छापेमारी की गई। जंहा पुलिस ने एक कैमरा फलैश लाइट, एक देसी पिस्टल, नक्सल हस्त लिखित कॉपी एक , एक मोबाइल, दो पैन ड्राइव, एक मैगजीन, 40 मेमोरी कार्ड ,चार्जर आदि बरामद की गई। जानिए क्या-क्या है मामले दर्ज 14 जुलाई 2017 में नक्सली कोड़ा का नाम सामने आया जमुई जिला के बरहट में हत्या ,विस्फोटक अधिनियम ,यूएपीए एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ। 2021 में लखीसराय जिला के कजरा थाना क्षेत्र में इमलिया कोल में लेवी ना देने के कारण सड़क निर्मान कार्य में लगे मजदूरों को मार कर भगाने और उनके वाहन में आग लगा देने की घटना में शामिल था। वर्ष 2022 में कुरवा पहाड़ी पर नक्सलरोधी अभियान में लगे सुरक्षाबलों पर गोलीबारी करने और अम्बुश में फसाकर जानलेवा हमला किया गया था। 21 अप्रैल 2025 में बोकारो में महुआटांड़ थाना क्षेत्र लुगु पहाड़ के चोरगामा -मुरपा में हुए नक्सली मुठभेड़ में शामिल था। इस मुठभेड़ में जमुई जिला के अरविन्द यादव उर्फ़ अवनीश उर्फ़ नेताजी, लखीसराय जिला के टुन्नीलाल कोड़ा एवं झारखंड के प्रयाग मांझी उर्फ़ बिबेक ,साहेब राम मांझी एवं ने चार नक्ससली मारे गए थे। इसके अतिरिक्त बिहार झारखंड राज्य के सुरक्षा ब्लो के साथ कई भीषण मुठभेड़ से सम्बन्धित संगीन एवं जघन्य कांडो में फरार चल रहा था।

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