मुरादाबाद में राज्य कर विभाग के गेट पर शुक्रवार को किसानों ने तालाबंदी कर करीब 4 घंटे तक हंगामा किया। भाकियू पदाधिकारियों का कहना था कि राज्य कर विभाग के अधिकारियों ने एक किसान का पिकअप वाहन जबरन पकड़ लिया है। भाकियू का कहना है कि किसान अपने घर के लिए पत्थर लेकर आ रहा था। जबकि राज्य कर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पिकअप में स्क्रैप भरा हुआ था। बहरहाल किसान की गाड़ी और माल पकड़े जाने के विरोध में भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के पदाधिकारियों ने GST दफ्तर पर ताला डाल दिया। करीब चार घंटे बाद गेट पर ताला डाल कर अधिकारियों को बंधक बना लिया। धरने पर बैठे किसानों ने राज्य कर विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मौके पहुंचे सीओ सिविल लाइन व कोतवाली प्रभारी के समझाने पर किसान गाड़ी छुड़ाने की जिद पर अ ड़े रहे। विभागीय अधिकारी का कहना हे कि माल किसान का नहीं है। चेकिंग के दौरान से लेकर अब तक माल का कोई बिल नहीं दिखाया जा रहा है। विभाग की कार्रवाई की जा चुकी है। हंगामा बढ़ने पर एडीएम सिटी ज्योति सिंह और एसडीएम राममोहन मीणा ने मौके पर पहुंच कर किसान नेताओं और GST अधिकारियों के बीच वार्ता कराई। जिसमें दोबारा जांच करने के आश्वासन पर किसानों ने धरना खत्म किया। दरअसल शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह रंधावा कुंदरकी के किसान मुनाजिर की राज्यकर विभाग द्वारा चार दिन पहले पकड़े गए पिकअप वाहन को छुड़ाने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने GST अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए। राज्यकर विभाग के एडिशनल कमिश्नर आर ए सेठ ने बताया कि, नियम विरुद्ध कार्रवाई नहीं की गई है। माल स्वामी ने माल से सम्बन्धित दस्तावेज नहीं दिखाए, इसलिए उनके माल को जांच के लिए भेज दिया गया था। अब दोबारा जांच के बाद नियमानुसार जुर्माना वसूला जाएगा।