मेरठ में पस्तरा गांव के रहने वाला ललित कुमार बीते शुक्रवार पुंछ बलास्ट में शहीद हो गया था। वह जम्मू कश्मीर में जाट रेजिमेंट में तैनात था। ललित तीन भाइयों और एक बहन में सबसे छोटा था। शुक्रवार दोपहर को रेजिमेंट द्वारा फोन कर ललित के घर वालों को सूचना दी गई थी इसके बाद से ही परिवार में कोहारम मचा हुआ हैं। रोती हुई मां औैर बहन बार बार यही कह रही है कि अभी तो घर में सब कुछ ठीक होकर खुशियां आने लगी थी। भगवान ने हमे ये कैसा दिन दिखा दिया। गांव का माहोल गमगीन शहादत की खबर मिलने के बाद से ही गांव में सभी मायूस हैं। आसपास के मौहल्ले से लेकर दूर दराज के गांव के लोग, परिचित सब ललित के घर पहुंच रहे हैं। हर कोई एक ही बात कह रहा है कि फोज में जाने का सपना तो उसने पूरा कर लिया लेकिन परिवार के सपनों को पूरा न कर सका। पहली बार में हुआ था सिलेक्शन ललित के पिता राजपाल सिंह ने बताया कि उसने इसका फार्म भी सिर्फ भाई को बताकर भरा था। हम सभी को इस बात का जब पता चला था जब उसके फिजिकल टेस्ट की तारीख आ गई थी। पहली बार ही उसने किसी नौकरी के लिए फार्म भरा और उसी में उसको सफलता मिल गई थी।