मेरठ में ATS ने सेना के जवान को AK-47 के 70 कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया। वह अपने एक दोस्त को कारतूसों की डिलीवरी देने जा रहा था। एटीएस टीम जब उसे लेकर जाने लगी तो वह हाथ छुड़ाकर भागा और अपनी कार में बैठ गया। उसने ATS टीम पर कार चढ़ाकर भागने की कोशिश की। मगर ATS टीम ने घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ लिया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह छुट्टी पर घर आया था और कारतूसों की डिलीवरी अपने एक दोस्त को बेचने वाला था। उसके खिलाफ पल्लवपुरम थाने में आर्म्स एक्ट की धाराओं में मुकदमा लिखा गया है। वहीं पुलिस, सेना और एटीएस इसकी जांच कर रहे हैं। आरोपी जवान महाराष्ट्र के अहमदनगर में सेना के टेली सेंटर में तैनात है। उसके मोबाइल की कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है। ताकि इस कड़ी से जुड़े और किरदारों तक पहुंचा जा सके। एटीएस ने चेकिंग में सेना के जवान को पकड़ा
थाना दौराला के गांव नंगली आजड निवासी राहुल महाराष्ट्र के अहमदनगर में सिटी बटालियन के ट्रेनिंग सेंटर पर तैनात है। वर्तमान में वह छुट्टी पर घर आया हुआ है।एटीएस इकाई मेरठ के दरोगा अमित कुमार भाटी ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर मंगलवार को दिल्ली-हरिद्वार बाईपास मोदीपुरम चौकी फ्लाईओवर के नीचे चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान कार हुंडई वेन्यू की चेकिंग की। कार में राहुल के पास से एके-47 राइफल के 70 प्रतिबंधित कारतूस बरामद हुए। पूछताछ में राहुल ने बताया, वह वर्तमान में आर्मी में कांस्टेबल के पद पर अहमदनगर महाराष्ट्र में सीटी बटालियन एमआईसी एंड एस ट्रेनिंग सेंटर पर तैनात है। बताया कि वह 9 जून को 30 दिन के सीएल अवकाश पर आया हुआ है। राहुल ने बताया- दोस्त को देने जा रहा था कारतूस
पूछताछ में एटीएम टीम ने बताया- मेरा एक दोस्त अभिनव है, जो एटीएस में है। वह शास्त्रीनगर में रहता है। फरवरी में उसने मुझसे कहा कहा था कि उसे एके-47 के कारतूस की जरूरत है। उसके पास से कारतूस गुम हो गए हैं। उसकी नौकरी पर संकट है। इसलिए उसने मुझसे कारतूस मांगे थे। उसने मुझे पल्लवपुरम में एटूजेड कॉलोनी के पास मंगलवार रात साढ़े दस बजे बुलाया था। मैं बताई गई जगह पर एके-47 के कारतूस लेकर अपनी हुंडई-वैन्यू कार से पहुंचा था। मगर उसका दोस्त नहीं आया। राहुल ने पूछताछ में बताया- जम्मू-कश्मीर में तैनाती के दौरान राहुल और उनकी टीम को आतंकी मुठभेड़-आर्मी ऑपरेशन के दौरान हथियार और कारतूस दिए जाते थे। मैंने इस दौरान कुछ कारतूसों की चोरी कर ली थी। इन्हें छिपाकर रख लिया। इन्हीं कारतूसों को सामान में छिपाकर मेरठ ले आया। राहुल वर्ष 2013 में फौज में भर्ती हुआ था राहुल ने बताया- शास्त्रीनगर निवासी एक डॉक्टर ने मेरी दोस्ती कुछ महीने पहले अभिनव से कराई थी। उसके जरिए कुछ माह पहले मैंने यह कार खरीदी थी। वहीं दूसरी ओर, अभिनव के इनपुट पर एटीएस ने आरोपी फौजी राहुल को दबोच लिया। कारतूस बरामद किए। राहुल वर्ष 2013 में फौज में भर्ती हुआ था। वर्ष 2014 से सेना में उसकी तैनाती ट्रेनिंग के बाद हुई थी। ATS राहुल की खंगाल रही एक्टिविटी
एटीएस टीम का कहना है कि राहुल के पास जो कारतूस मिले हैं। वो सेना में इस्तेमाल किए जाते हैं। इन कारतूसों की डिलीवरी किसको देनी थी? कौन ये प्रतिबंधित कारतूसों का इस्तेमाल कर रहा है? पुलिस राहुल की एक्टिविटी को खंगाल रही है? साथ ही ये भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि वह छुट्टी पर आने के बाद किन लोगों से मिला था। सीओ दौराला पीसी अग्रवाल ने बताया कि राहुल नामक युवक को कारतूसों के साथ अरेस्ट किया गया है। आर्म्स एक्ट में मुकदमा कर जेल भेजा है। राहुल सेना में है ये कारतूस यहां किसको बेचने आया था इसकी जांच हो रही है। …………………… ये खबर भी पढ़िए- योगी तक पहुंचा कानपुर DM-CMO का विवाद:बड़ा एक्शन हो सकता है; अखिलेश ने क्यों कहा- ये सीएम बनाम डिप्टी सीएम का झगड़ा कानपुर डीएम और सीएमओ के बीच चल रहा विवाद सीएम योगी तक पहुंच गया है। दोनों अधिकारियों की फाइलें CMO ऑफिस तलब हुई हैं। चर्चा है जल्द ही अधिकारियों के ट्रांसफर हो सकते हैं। ब्यूरोक्रेसी की इस लड़ाई में BJP और सपा के दिग्गज भी आमने-सामने आ चुके हैं। इनमें विधानसभा अध्यक्ष, BJP के 3 विधायक और 1 MLC शामिल हैं। वहीं, सपा से अखिलेश यादव और 2 विधायक इस पूरे मामले को CM वर्सेस डिप्टी सीएम बना रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर