‘मेरे डॉक्टर बेटे ने सुसाइड नहीं किया। ये मर्डर है…। ऐसा कोई दिन नहीं था, जब उसे धमकी न मिलती हो। वो कहते थे कि CM योगी से सीधे संबंध हैं। बेटी की शादी हो जाए, फिर तुम्हारे घर पर बुलडोजर चलवाते हैं।’ आगरा में बेटे डॉ. पीयूष सिंह को याद करते हुए उनके 75 साल के पिता महीपाल सिंह रो-रोकर बेहाल हैं। बड़ी मुश्किल से कहते हैं- पुलिस मदद करती, तो शायद मेरा बेटा जिंदा होता। धमकियों की वजह से बेटा डिप्रेशन में चला गया। जब बेटे ने सुसाइड कर लिया, तब पुलिस आई। हम तो यही कहेंगे कि देखिए, अब तो सब कुछ लुट चुका है। आगरा के कमलानगर के एफ ब्लॉक में डॉक्टर पीयूष सिंह का परिवार रहता है। परिवार के मुताबिक, 3 साल से पीयूष का अफेयर गोरखपुर की एक लड़की से था। लड़की के परिवार के लोग डॉक्टर को फोन पर पीयूष को धमका रहे थे। वो परेशान थे, इसलिए 22 नवंबर की रात को उन्होंने एक सुसाइड नोट लिखा। इसमें लड़की के परिवार के सदस्यों के नाम, फोन नंबर के साथ लिखे। साथ ही लिखा- ये लोग मेरी मौत के जिम्मेदार हैं। इनका पूरा परिवार मुझे धमकी दे रहा। इनके पुलिस कनेक्शन के जरिए भी मुझे धमकी मिली। गोरखपुर पुलिस से भी मुझे कॉल आई है। जिस लड़की के अफेयर में डॉक्टर ने अपनी जान दे दी, उसकी शादी आज यानी 25 नवंबर को है। आगरा पुलिस गोरखपुर के इस परिवार से इस शादी के बाद ही संपर्क करेगी। जवान बेटे की मौत के बाद टूट चुके पिता महीपाल कैसे अपने बेटे की मौत की लड़ाई लड़ेंगे? उनके क्या आरोप हैं? ये जानने के लिए दैनिक भास्कर टीम कमलानगर के F ब्लॉक में पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… 15 दिन पहले बेटे ने कहा था, मुझे धमकियां मिल रही
हम कमलानगर में डॉ. पीयूष के घर पहुंचे। घर के बाहर दीवार से सटे एक सोफे पर उनके पिता महीपाल बैठे थे। घर के बाहर ज्यादा लोग नहीं थे। आसपास रहने वालों से बातचीत में पता चला कि महीपाल के 9 बच्चे हैं। इनमें 7 बेटियां और 2 बेटे थे। 2 भाइयों में सबसे बड़ा पीयूष था। इसलिए उसकी इस तरह से मौत होने से परिवार ज्यादा गमगीन है। पिता महीपाल के आंसू नहीं थम रहे। हमने बातचीत शुरू की। वह कहते हैं- पीयूष कई दिन से परेशान चल रहा था। गोरखपुर की लड़की के बारे में पहले उसने मुझे नहीं बताया। अभी 15 दिन पहले उसने मुझे इस बारे में बताया, जब उसके पास धमकी भरे कॉल आने लगे। तब मुझे पता चला कि उसका किसी लड़की से अफेयर है। बेटे को फोन पर लड़की के पिता और भाई कहते थे- तुम डॉक्टर हो तो क्या हुआ? तुम्हारे साथ अपनी बेटी की शादी नहीं करेंगे। तुझे और तेरे परिवार को सड़क पर लेकर आएंगे। तुम्हें रेप और किडनैपिंग के चार्ज में फंसाएंगे। जेल जाओगे, तब पता चलेगा। बेटी की एक बार शादी हो जाने दो, फिर तुम्हारे घर पर बुलडोजर चलवाएंगे। तुम्हें तो आगरा से ही उठवा लेंगे। पुलिस एक्शन नहीं हुआ, बेटे को लगा CM कनेक्शन सही है
पिता ठंडी सांस लेते हुए आगे कहते हैं- पहले मुझे लगा कि ये सब खुद-ब-खुद खत्म हो जाएगा। लेकिन, बेटा ज्यादा परेशान दिखा। इसके बाद वकील के जरिए 17 नवंबर को कमलानगर थाने में लड़की और उसके परिवार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उस वक्त हमें लगा कि पुलिस इस शिकायत पर कार्रवाई करेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पुलिस एक्शन नहीं होने पर बेटा और भी ज्यादा घबरा गया। बेटे को शायद लगने लगा कि लड़की के परिवार के लोगों का CM से कनेक्शन है। फिर लड़की वालों की धमकियां और बढ़ गई, बेटे का डिप्रेशन बढ़ गया और उसने अपनी जान दे दी। पुलिस ने एक बार अगर लड़की के परिवारवालों को समझाया होता कि परेशान न करें, तो शायद ये दिन हमें न देखना पड़ता। जब बेटे ने सुसाइड कर लिया, तब हमने ही पुलिस को सूचना दी। भाई कहता था, लड़की ने मुझे कठपुतली बना दिया
पिता के बाद हमारी बात पीयूष की बड़ी बहन क्षमा से हुई। वह कहती हैं- लड़की के घरवाले भाई को डरा रहे थे। उसने बताया था कि लड़की की शादी तय होने के बाद उसने रिश्ता तोड़ लिया था। इस वजह से वो कानपुर से लौटकर आया था। वो सब कुछ भूलकर आगे बढ़ना चाहता था। उसने कहा था कि आगरा में ही अपना क्लिनिक खोलूंगा। इसके अलावा एमडीएस की तैयारी भी कर रहा था। लेकिन, लड़की वाले उसे रेप केस में फंसाने की धमकी देते थे। उन्होंने उसकी झूठी शिकायत भी कर दी थी। जब वहां से फोन आते थे, तो भाई डर जाता था। एक बार उसने कहा था कि दीदी उस लड़की ने मुझे अपने हाथ की कठपुतली बना लिया है। मुझे तो लगता है कि लड़की अभी भी उसके संपर्क में थी। उसकी पीयूष से बात होती थी। अब जानिए 22 नवंबर की रात क्या हुआ परिवारवालों ने बताया कि 22 नवंबर की रात करीब 9 बजे पीयूष ने पिता महीपाल के साथ खाना खाया। इसके बाद तीसरी मंजिल पर कमरे में सोने चले गए। रात करीब 11:30 बजे छोटे भाई आयुष कमरे में पहुंचे तो पीयूष फर्श पर पड़े थे। शरीर ठंडा पड़ गया था। पास ही एक इंजेक्शन और सीरिंज पड़ी थी। वो घबराकर चिल्लाने लगे। पीयूष को उठाकर तुंरत अस्पताल ले जाया गया। वहां से उन्हें एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। कुछ देर बाद पीयूष की मौत हो गई। रात करीब 2 बजे पुलिस पहुंची और शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पीयूष के कमरे से डायरी पर लिखा एक सुसाइड नोट भी मिला। इसमें उसने युवती और उसके 3 घरवालों को जिम्मेदार ठहराया है, उनके नंबर भी लिखे थे। लिखा- हाय, मेरा नाम पीयूष सिंह है और मैं सुसाइड कर रहा हूं, चार लोगों का नाम, मोबाइल नंबर, गोरखपुर के एड्रेस के साथ लिखा, ये लोग ही मेरी सुसाइड का कारण हैं। इनका पूरा परिवार मुझे धमकी दे रहा है। इनके पुलिस कनेक्शन के जरिए भी मुझे धमकी मिली है। गोरखपुर पुलिस से भी मुझे कॉल आई है। बाकी डिटेल्स मेरे फोन में है। आप मेरे मरने के बाद मेरा फोन चेक कर सकते हैं। मैं सुसाइड के लिए इंजेक्शन लगा रहा हूं, ताकि मुझे कोई बचा ना सके। आखिरी में पीयूष ने अपने मोबाइल का पासवर्ड भी लिखा है। पीयूष के पिता बिजली विभाग में JE रह चुके हैं
पीयूष के पिता महिपाल सिंह (75) बिजली विभाग से जूनियर इंजीनियर के पद से रिटायर हैं। पीयूष सिंह ने कानपुर के महाराणा प्रताप मेडिकल कॉलेज से BDS किया था। इसके बाद इंटर्नशिप करने लगा। एक क्लिनिक पर नौकरी भी करने जाता था। 6 महीने पहले वह घर आया और परेशान रहने लगा। परिवार के लोगों से ज्यादा उसने कुछ शेयर नहीं किया। स्नैप चैट से हुई थी दोस्ती
छोटे भाई आयुष ने बताया, पीयूष की 3 साल पहले गोरखपुर की युवती से स्नैप चैट पर दोस्ती हुई थी। युवती उनसे मिलने लखनऊ आया करती थी। इस बारे में युवती के घरवालों को पता चला, तो वे लोग भाई को धमकाने लगे। 25 नवंबर को युवती की शादी है, लेकिन इससे पहले ही उसके परिजन भाई को जेल भिजवाने की धमकी दे रहे थे। इससे वो डिप्रेशन में चले गए। उन्होंने अपनी नौकरी भी छोड़ दी थी और घर पर रह रहे थे। DCP बोले- शादी के बाद लड़की के परिवार से पूछताछ करेंगे
एडिशनल डीसीपी आदित्य कुमार ने बताया कि डॉक्टर की सुसाइड में पीएम में मौत का कारण साफ नहीं हुआ है। बिसरा प्रिजर्व किया गया है। परिजनों के जो भी आरोप है, उनकी जांच की जा रही। लड़की के परिवार के लोगों से भी संपर्क किया जाएगा। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। ———————- ये खबर भी पढ़ें – जयमाल के बाद दुल्हन का शादी से इनकार, वाराणसी में पिता का अपमान देख पुलिस बुलाई वाराणसी के एक शादी का लॉन काफी खूबसूरती से सजा था। मेहमानों की भीड़ लगी थी। बाराती-घराती खाना खा रहे थे। दूल्हा भी द्वारचार के बाद जयमाल के स्टेज पर पहुंच गया था। सजी-धजी दुल्हन डांस करते हुए स्टेज की तरफ बढ़ी। थोड़ी ही देर में दुल्हन जयमाल के स्टेज पर पहुंच गई। पढ़िए पूरी खबर…