मोहाली के एरोसिटी से रिटायर प्रिंसिपल अमरजीत सिंह का अपहरण कर हत्या के मामले में पुलिस ने दो लोगों को काबू किया है, जो पेशे से प्रॉपर्टी डीलर हैं। जिन्होंने मृतक की इमारत में ही अपना ऑफिस खोला हुआ था। आरोपियों की पहचान विक्रम (24) मोहाली और बलजिंदर सिंह (40) मुक्तसर के रूप में हुई है। पुलिस जांच में सामने आया कि बलजिंदर के पास हथियार थे। पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि दोनों ही अमरजीत सिंह से पैसा ऐंठना चाहते थे। दोनों ने प्रिंसिपल की हत्या से पहले अपना फोन नहीं लिया, बल्कि उसे अपने साथ ले गए थे। पुलिस ने अब दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में अन्य तथ्यों की पड़ताल की जा रही है। तीन तारीख को किया था मर्डर पुलिस के मुताबिक, इन दोनों ने बड़ी होशियारी से सारी वारदात को अंजाम दिया था। खुद इनकी तरफ से अमरजीत सिंह के परिवार को फोन नहीं किया गया। बल्कि अमरजीत सिंह से पहले उनके नौकर और फिर बेटे को फोन करवाया गया था। इसके बाद वे अमरजीत सिंह को डरा-धमका कर तीन तारीख को ही पंचकूला के मोरनी ले गए थे। वहां पर बलजिंदर ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी। इसके बाद उन्होंने शव को झाड़ियों में फेंक दिया था, ताकि उन्हें कोई पकड़ न पाए। वहीं, अब आरोपी 4 दिनों के रिमांड पर हैं। एफआईआर में हत्या और आर्म्स की धाराएं जोड़ दी गई हैं। आरोपियों को पता था कि मृतक के पास पैसे है आरोपियों को पता था कि प्रिंसिपल के पास काफी पैसा है। वे प्रिंसिपल को विश्वास में लेकर घर से ले गए थे। उस समय उन्होंने दलील दी थी कि उन्हें उनसे कोई बात करनी है। बड़े फ्रेंडली तरीके से उन्हें ले गए। जब उन्हें अपने साथ ले गए, इसके बाद उन्हें कॉल करवाई गई। मृतक के बेटे ने पुलिस को दी शिकायत में कही थी तीन बातें – पैसे सेक्टर-88 ले आने को कहा था मृतक के बेटे राहुल ने पुलिस दी शिकायत में पिता की किडनैपिंग का संदेह जताया था। उसका कहना था पिता 3 जुलाई को घर के बाहर कार खड़ी करने के बाद किसी अन्य व्यक्ति के साथ दिन में घर से निकले थे। लेकिन उसके बाद वह घर नहीं आए। शाम को उनके नौकर दुनीराम को पिता का फोन आया और कहा गया कि 35-40 लाख रुपए का जल्द इंतजाम करो और पैसे लेकर सेक्टर 88 मोहाली में आओ, उक्त पैसे किसी को देने हैं। नौकर ने पत्नी को दी जानकारी उनके नौकर दुनीराम ने इस घटना के बारे में उनकी माता से फोन पर बात की। तो वह पहले तो घबरा गई, फिर उन्होंने उसे बताया। फिर उसने हिम्मत करके अपने पिता को फोन किया। पिता ने भी फोन पर आगे कहा कि 35-40 लाख रुपए का इंतजाम करके जल्दी ले आओ। घर पर कभी पैसे के लेन-देन की बात नहीं हुई राहुल के अनुसार, आज से पहले कभी भी उनके पिता ने पैसे के लेनदेन के बारे में घर में किसी से कोई बात नहीं की थी। राहुल ने पुलिस के सामने शक प्रकट किया है कि उक्त मामला अपहरण का लग रहा है और हो सकता है कि उनके पिता की रिहाई के लिए कोई पैसे की मांग कर रहा हो। इसलिए उनके पिता से पैसे का जल्द इंतजाम करके बताई गई जगह पर लाने को कहा जा रहा है। इस मामले में थाना आईटी सिटी की पुलिस ने राहुल की शिकायत के आधार पर 3 अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 127(6) बीएनएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। इसके बाद पुलिस ने जांच की तो हम सुराग हाथ लगे। इसके बाद 7 तारीख को पंचकूला के मोरनी में पुलिस ने शव बरामद किया था।