यमुनानगर में गोल्ड लोन के नाम पर धोखाधड़ी:कंपनी से 13 लाख रुपए ठगे, स्टाफ को गायब करवाने की दी धमकी

यमुनानगर में गोल्ड लोन टेकओवर के नाम पर बड़ी धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पूनावाला फिनकॉर्प लिमिटेड की जगाधरी ब्रांच के सहायक शाखा प्रबंधक की शिकायत पर पुलिस ने खिजराबाद निवासी मांगा वालिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि मांगा वालिया ने अन्य गोल्ड लोन कंपनियों से लोन बंद करवाकर पूनावाला में ट्रांसफर करने के बहाने कंपनी से करीब 13 लाख रुपए हड़प लिए, लेकिन पूरा सोना गिरवी नहीं रखा और बाद में स्टाफ को धमकियां भी दीं। पुलिस ने मामले से संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सोना एक जगह गिरवी रखने का किया दावा थाना जगाधरी सिटी में दी शिकायत में पूनावाला फिनकॉर्प लिमिटेड की जगाधरी ब्रांच में सहायक शाखा प्रबंधक अमन ने बताया कि मांगा वालिया ने मांगा वालिया ने ब्रांच में फोन पर संपर्क करके बताया कि उसका गोल्ड लोन पहले मन्नापुरम फाइनेंस लिमिटेड और कैपरी गोल्ड लोन में चल रहा है तथा वह इन सभी लोनों को बंद कराकर पूनावाला फिनकॉर्प में ट्रांसफर करवाना चाहता है ताकि उसका सारा सोना एक ही जगह गिरवी रहे। इसके लिए एक थर्ड पार्टी कंपनी सरथी मनी के माध्यम से मात्र एक दिन के लिए पैसे उसके एचडीएफसी बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कराए गए, जिसके आधार पर 29 अक्टूबर को सुबह करीब 11:30 बजे मांगा वालिया पूनावाला की बिलासपुर ब्रांच में आया, सभी फॉर्मेलिटीज पूरी कीं और उसके खाते में लगभग 13 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए गए। सोना छुड़वाने के लिए दूसरी कंपनी में कराई राशि जमा इसके बाद मांगा वालिया ने इस राशि में से 5 लाख 67 हजार रुपए मन्नापुरम गोल्ड लोन कंपनी में जमा करके अपना 74.2 ग्राम वजन का सोना छुड़वाया और उसे पूनावाला की जगाधरी ब्रांच में सौंप दिया तथा कहा कि जब सारा सोना आ जाएगा तब लोन बनाना। फिर वह कैपरी गोल्ड लोन, यमुनानगर अपनी बाकी ज्वेलरी छुड़वाने गया, जहां उसने लगभग 5 लाख 80 हजार रुपए जमा भी कर दिए थे, लेकिन कैपरी के स्टाफ ने यह कहकर मना कर दिया कि उसके तीन टॉप-अप अकाउंट भी हैं जिनमें अलग से पैसा जमा करना पड़ेगा तब पूरा लोन बंद होगा, जिसके कारण मांगा वालिया उस दिन बिना सोना लिए वापस आ गया। पुलिस और राजनीति की दी धमकी कुछ राशि उसके खाते में बकाया रह गई जो ट्रांसफर नहीं हो पाई क्योंकि बैंक ने इतनी बड़ी राशि के अचानक ट्रांसफर पर संदेह जताया और उसका एचडीएफसी अकाउंट फ्रीज कर दिया। शिकायतकर्ता ने एचडीएफसी बैंक खिजराबाद जाकर बकाया राशि कैपरी में ट्रांसफर कराने और अकाउंट अनफ्रीज कराने के लिए मांगा वालिया को काफी प्रेरित किया, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। परिणामस्वरूप न तो उसने कैपरी से सोना लाकर दिया और न ही कंपनी की पूरी राशि चुकाई। इन घटनाओं के बाद मांगा वालिया उन्हें गुमराह करने लगा और ब्रांच स्टाफ को धमकी देने लगा कि जो सोना तुम्हारे पास रखा है वह भी मुझे दे दो तथा पैसे भूल जाओ, साथ ही धमकाया कि उसका रसूख पुलिस और राजनीति में ऊपर तक है तथा उसके कई दोस्त अपराधी प्रवृत्ति के हैं जो सबको गायब करवा देंगे।

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