यमुनानगर में लेंटर गिरा, एक मजदूर की मौत:ठेकेदार घायल, शटरिंग जांचने घुसे थे अंदर, डेढ़ घंटे तक दबे रहे

यमुनानगर में पंजेटो गांव में लेंटर डालने के बाद कमरे में शटरिंग जांचने घुसे दो लोगों के ऊपर मलबे व सरिये के जाल सहित लोहे की प्लेटें गिर गई, जिससे वे दोनों नीचे दब गए। हादसे को देख घटनास्थल पर अफरा तफरी मच गई और दोनों को बाहर निकालने के लिए जुट गए। डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद जब उन्हें बाहर निकाला तो उनमें से एक की मृत्यु हो चुकी थी, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल था। दोनों को तुरंत सिविल अस्पताल यमुनानगर ले जाया गया। जहां एक की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया वहीं दूसरे का इलाज चल रहा है। मृतक की पहचान फूल चंद निवासी सलेमपुर बांगर के रूप में हुई है, जोकि मजदूरी का काम करता था और तीन बच्चों का पिता था। वहीं घायल अमजद खान भी मृतक के गांव का ही रहने वाला है जोकि ठेकेदारी का काम करता है। मृतक के बेटे ने ठेकेदार को ठहराया जिम्मेदार सूचना मिलते ही पुलिस सिविल अस्पताल पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक का बेटा बलविंद्र इस मामले में ठेकेदार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि लेंटर डलने के बाद कमरे के अंदर जाकर चैक करने का कोई औचित्य नहीं था ठेकेदार जबरन उसके पिता को अंदर लेकर गया और फिर यह हादसा हो गया। पंजेटो निवासी बलजीत सिंह ने बताया कि उनके घर पर एक कमरे का आज लेंटर डल रहा था। दोपहर करी डेढ़ बजे तकरीबन लेंटर पूरा हो चुका था। ऐसे में दिखाई दिया कि कमरे के अंदर शटरिंग से पानी टपक रहा है। ठेकेदार अमजद खान और मजदूर फूल चंद कमरे के अंदर जाकर जांच करने लगे। वह भी उनके साथ अंदर गया और दरवाजे के पास खड़ा हो गया। शटरिंग के नीचे सेंटर में लगी बल्ली धंस गई कमरे में शटरिंग की बीच वाली स्टॉप एक साइड से नीचे धंसी हुई थी। ऐसे में अचानक से पूरा लेंटर नीचे ढह गया। दरवाजे पर खड़ा होने के चलते वह एक दम से बाहर की तरफ कूद गया। वहीं ठेकेदार दीवार की तरफ खड़ा था, लेकिन फूल चंद सेंटर में खड़ा होने के चलते लोहे की प्लेटों, सिमेंट और जाल के नीचे धंस गया। एक दम से लोग वहां एकत्रित हुए और दोनों को बाहर निकालने का प्रयास करने लगे। करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद जब फूल चंद को बाहर निकाला तो उसकी सांसें थम चुकी थीं। वहीं अमजद खान गंभीर रूप से घायल था, जिसे तुरंत अस्पताल लेजाकर एडमिट कराया गया है। मलबे के नीचे डेढ़ घंटा दबा रहा फूल चंद मृतक फूल चंद के बेटे बलविंद्र ने बताया कि वह भी मजदूरी किया करता है। दोपहर करीब डेढ़ बजे वह घर पर खाना खाने के लिए आया तो उसे कॉल आई कि उसके पिता को काम करते समय चोट लग गई है। सूचना मिलते ही वह तुरंत मौके पर भागा। वहां जाकर देखा तो उसके पिता को चारपाई पर लेटाया हुआ था। उसने चैक किया तो वह मृत थे। आसपास के लोगों ने सारी घटना के बारे में बताया। उसे पता चला कि लेंटर गिरने के आधे घंटे के बाद नीचे दबे होने के बावजूद उसके पिता की करहाने की आवाज आ रही थी। उन्हें मलबे के नीचे से निकालने में करीब एक घंटे का समय लगा। इस दौरान उनकी मौत हो गई। सुबह कहकर निकला-खाना मत बनाना, बाहर ही खाऊंगा बलविंद्र ने बताया कि उसके पिता काफी सालों से मजदूरी का काम कर रहे थे। आज बुधवार की सुबह वह घर पर कहकर निकले थे कि उनके लिए दोपहर का खाना मत बनाना। पास के गांव पंजेटो में लेंटर डालना है। खाना की व्यवस्था वहीं पर की हुई है। दोपहर में उनके पास पिता के मृत्यु की खबर आई। मृतक तीन बच्चों का पिता था। तीनों ही बच्चे शादीशुदा हैं। मौके पर पहुंची छछरौली थाना पुलिस ने कहा कि वे मामले में कार्रवाई कर रहे हैं। फिलहाल उन्हें किसी की भी तरफ से कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और घायल अस्पताल में उपचाराधीन है। मामले की जांच जारी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *