पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोपों में गिरफ्तार यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा ने हिसार सेशन कोर्ट में नियमित जमानत याचिका लगाई है। ज्योति के वकील कुमार मुकेश ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस ने जो इस केस में धाराएं लगाई हैं, उसको लेकर चार्जशीट में एक भी सबूत पेश नहीं किया गया है। इसको आधार बनाकर जमानत के लिए अप्लाई किया है। कुमार मुकेश ने बताया कि अभी कोर्ट की तरफ से डेट नहीं मिली है। शाम तक इसके लिए इंतजार करना होगा। वहीं ज्योति का केस सेशन कोर्ट में किसकी अदालत में जाएगा इसका फैसला कल होगा। मामले की अगली सुनवाई 15 अक्टूबर को सत्र कोर्ट में होगी। ज्योति को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही पेश किया जाएगा। इससे पहले ज्योति की 1 अक्टूबर को वीसी के जरिए कोर्ट में पेशी हुई थी। ज्योति के वकील ने बताया कि पुलिस ने जो सीक्रेट एक्ट और देशद्रोह जैसी धाराएं लगाई हैं, उनका कोई आधार ही नहीं है। चार्जशीट के अंदर पुलिस इस बात को सिद्ध नहीं कर पाई है। इसलिए उन्होंने जमानत के लिए अप्लाई किया है। इसलिए सेशन कोर्ट में ट्रांसफर हुआ केस ज्योति मामले में जो धाराएं लगी हैं, उसके कारण सेशन कोर्ट में ही आगे की कार्रवाई होगी। अभी तक यह केस ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के यहां चल रहा है। पुलिस ने 15 अगस्त से पहले इस केस में चार्जशीट रिपोर्ट जमा करवाई थी। 2500 पेजों की रिपोर्ट में पुलिस ने कई बड़े खुलासे किए थे। मगर पुलिस ने कोर्ट में वकील को पूरी चार्जशीट कॉपी से इनकार कर दिया था। इसके बाद संशोधित चार्जशीट करीब एक महीने बाद वकील को 16 सितंबर को दी गई। बताया जा रहा है कि इस चार्जशीट में पाक एजेंटों से बातचीत का कुछ हिस्सा नहीं है। हालांकि वकील कुमार मुकेश का कहना है कि वह इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते। आईएसआई एजेंटों से बातचीत का रिकॉर्ड छिपाने का आरोप कुमार मुकेश ने बताया था कि पुलिस ने अधूरी चार्जशीट सौंपी थी। पुलिस ने कोर्ट में एप्लिकेशन दायर कर पूरी चार्जशीट नहीं देने की बात कही थी, जिसे कोर्ट ने मान लिया था। पुलिस का कहना था कि इसमें संवेदनशील चीजें हैं, जो सार्वजनिक नहीं की जा सकती। इसके बाद वकील को सीडी में चार्जशीट की कॉपी सौंपी गई। वहीं सूत्रों से पता चला है कि पुलिस ने वकील को जो चार्जशीट दी है, उसमें दानिश सहित कई आईएसआई एजेंटों के साथ बातचीत का रिकॉर्ड नहीं दिया है। पुलिस ने दानिश और ज्योति के बीच क्या और किस तरह का रिश्ता है, इसको चार्जशीट में छिपाया है। ज्योति के वकील पूरी चार्जशीट की स्टडी कर रहे हैं और इसके बाद वह रिविजन पिटिशन कोर्ट में लगाएंगे। इसलिए एक महीने तक लटका चार्जशीट का मामला…