यूपी के कृषि विभाग में बीज ढुलाई के नाम पर अजब-गजब मामला सामने आया है। देवरिया में बीज ढुलाई के नाम पर 3 गुना, तो महराजगंज में 5 गुना भुगतान ठेकेदार को कर दिया गया। यह धांधली साल- 2019 से 2022 के बीच हुई। शासन ने जब मामला पकड़ा, तो इसका ऑडिट कराया। इसके बाद गड़बड़ियों की परतें खुलती चली गईं । इस मामले को दैनिक भास्कर ने इन्वेस्टिगेट किया। हम लखनऊ से गोरखपुर, देवरिया और महराजगंज तक गए। अधिकारियों से लेकर ठेकेदारों तक से बात की। हमारे हिडन कैमरे में कमीशनबाजी के चौंकाने वाले मामले कैद हुए। सबसे पहले जानिए मामला कैसे पकड़ में आया देवरिया और महराजगंज में बीज ढुलाई और पल्लेदारी में मानक से कई गुना ज्यादा भुगतान हुआ था। दोनों जिलों में बीज की आपूर्ति की दूरी भी ज्यादा दिखाई गई थी। दोनों जिलों के ठेकेदारों ने जब पेमेंट क्लेम किया, तो हेड ऑफिस को शक हुआ। विभाग ने स्पेशल ऑडिट कराया। इसमें दूरी ज्यादा दिखाकर रकम ज्यादा दिखाने की बात सामने आई। हालांकि, जिम्मेदारों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इस धांधली की शिकायत एक बार फिर गोरखपुर के भाजपा नेता दुर्गा प्रसाद गुप्ता ने सीएम योगी से की है। सबसे पहले हमने उस ठेकेदार रामाधार सिंह को ढूंढा, जिसने बीज ढुलाई का काम किया था। उससे हमारी मुलाकात देवरिया के विकास भवन में हुई। बात शुरू करते ही उसने कृषि अधिकारी पर 25% कमीशन लेने का आरोप लगा दिया। रामाधार सिंह ने यह भी बताया कि इस कमीशन में अधिकारी से लेकर बाबू तक किसको-कितने फीसदी जाता है। देवरिया में 3 तरह के मामले सामने आए ठेकेदार रामाधार सिंह से मिलने के बाद हम देवरिया सीडीओ कार्यालय स्थित कृषि विभाग के ऑफिस पहुंचे। यहां तत्कालीन कृषि अधिकारी मुजम्मिल, बाबू सुनील मणि, बीजी लोरिक यादव के साथ राजमंगल सिंह पर धांधली का आरोप है। यहां हमने कृषि अधिकारी से बातचीत की। कृषि अधिकारी मृत्युंजय सिंह बोले- डीडी लगाते हैं अड़ंगा रिपोर्टर: देवरिया और गोरखपुर की दूरी 112 किमी के साथ अन्य गड़बड़ियां सामने आई हैं। ठेकेदार का भुगतान रुका है? मृत्युंजय सिंह : संबंधित अधिकारी डिप्टी डायरेक्टर (डीडी) उपनिदेशक कृषि से अनुरोध किया था कि दूरी काटकर भुगतान कर दें। लेकिन, उन्होंने भुगतान नहीं किया। वो केवल अड़ंगा लगाते हैं। इसके बाद हम बेसिक शिक्षा परिसर स्थित डिप्टी डायरेक्टर कृषि के ऑफिस पहुंचे। यहां हमने डिप्टी डायरेक्टर सुभाष मौर्या से हिडन कैमरे पर बातचीत की। उन्होंने 20 साल से इस क्षेत्र में कॉकस (सिंडिकेट) के काम करने की बात कही। जानिए हिडन कैमरे पर उन्होंने क्या-क्या बताया? डीडी बोले- पूरे मंडल में फैला है गैंग रिपोर्टर: क्या गड़बड़ियां थीं ? डिप्टी डायरेक्टर सुभाष मौर्या: साल, 21-22 के बाद कोई टेंडर नहीं हुआ। पुराने टेंडर पर ही काम अलॉट होता रहा। जेम पोर्टल पर भी नहीं दिए। पचीसों साल से इन लोगों का गैंग है। पूरे मंडल में इनका गैंग फैला है। एक-दो लोग नहीं, पूरा गैंग शामिल है। सबसे गंदा महराजगंज का मामला है। यह नंबर एक है। देवरिया दूसरे नंबर पर है। पूरे गोरखपुर मंडल में ही गड़बड़ है। बीजीआई लोरिक यादव को हटा दिया। बस्ती के अधिकारी ने जांच की। हालांकि उस जांच पर उंगली नहीं उठा सकता, सीनियर अधिकारी हैं। उन्होंने तथ्यों पर जांच नहीं की। उन्होंने लिखा तो, लेकिन कुछ साफ नहीं लिखा। रिपोर्टर: डीओ भी मिले हुए हैं क्या? डिप्टी डायरेक्टर: बिना मिले कुछ हो नहीं सकता। सारा बवाल ऑफिस से ही है। इसमें बाबू भी शामिल है। रिपोर्टर: आप जिले के बड़े अधिकारी हैं। आपने क्या लिखा-पढ़ी की? डिप्टी डायरेक्टर: तीनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा है। रिपोर्टर: इतने बड़े मामले को आपने पकड़ा है, कार्रवाई क्यों नहीं की? डिप्टी डायरेक्टर: बचेगा तो कोई नहीं। मैंने डीओ से कहा कि फर्म को ब्लैक लिस्ट कर दो, नहीं किया। इसमें एफआईआर, सस्पेंशन सब हाेगा। बड़ा कॉकस है। मेरे खिलाफ सभी लोग लगे हुए हैं। रिपोर्टर: कुशीनगर में गाड़ियां निकली नहीं और भुगतान हो गया। डिप्टी डायरेक्टर: सब जगह हुआ है। सब जगह आएगा मामला। यहां दाढ़ी वाला बाबू बड़ा खिलाड़ी है। देवरिया के आरोपी बोले- जो हुआ अधिकारियों की जानकारी में हुआ
इसके बाद हमने तत्कालीन जिला कृषि अधिकारी मुजम्मिल से फोन पर बात की। उन्होंने आरोपों को खारिज कर दिया। कहा- ऊपर के अधिकारियों के निर्देश पर उस समय चीजें तय हुई थीं। जब सवाल किया गया कि धांधली का आदेश ऊपर से दिया गया था? जवाब में कहा कि जो भी हुआ अधिकारियों के संज्ञान में हुआ। जो भी दूरी दिखाई 4 सदस्यीय कमेटी की संस्तुति पर है। उस समय पुल टूटा था, इसलिए दूरी बढ़ गई। जब उनसे पुल का नाम पूछा गया, तो वो पुल का नाम तक नहीं बता पाए। बीजीआई ने खोली धांधली की परतें
देवरिया में तैनात रहे तत्कालीन बीजीआई (बीज गोदाम इंचार्ज) राजमंगल सिंह ने फोन पर बताया कि अधिकारी मिलकर ही टेंडर में गड़बड़ी करते हैं। उस समय डीओ मुजम्मिल ही थे। दूरी को लेकर मैंने कई बार लिखा, लेकिन किसी ने संज्ञान नहीं लिया। इसमें एक बाबू मणि थे, जो डीओ से मिले हुए थे। अब बात महराजगंज में धांधली की अब हम इन्वेस्टिगेशन के लिए गोरखपुर से 50 किमी दूर हम महराजगंज पहुंचे। यहां जिला कृषि अधिकारी वीरेंद्र कुमार से बात हुई। वीरेंद्र कुमार पर धांधली का आरोप है। महराजगंज में तीन तरह से हुई अनियमितता कृषि अधिकारी वीरेंद्र कुमार बोले- आरोप निराधार रिपोर्टर: बीज ढुलाई के नाम पर आपके जिले में धांधली की गई है। अधिक भुगतान किया गया? वीरेंद्र कुमार : बीज की ढुलाई और आवंटन मुख्यालय से होता है। जो बिल बाउचर होता है, उसका सत्यापन मुख्यालय से कराते हैं। रिपोर्टर: महराजगंज से बरेली की दूरी 750 किलोमीटर दिखाई गई है। आपके ही कार्यकाल में गड़बड़ी का आरोप है। वीरेंद्र कुमार : आरोप निराधार है। बीजीआई श्रीनिवास ने स्वीकार किया कि जांच हुई थी
तत्कालीन बीजीआई (बीज गोदाम इंचार्ज) श्रीनिवास ने बताया कि 2020-21 बरेली से ढाई क्विंटल बीज महराजगंज आ रहा था। रास्ते में पुल टूटने के कारण गाड़ी दूसरे रास्ते से आई। इसके चलते दूरी 500 किमी से 750 किमी हो गई। जब उनसे पूछा गया यह किस जगह का पुल था, तो नहीं बता पाए। उन्होंने स्वीकार किया कि उस दौरान उनके और कृषि अधिकारी वीरेंद्र कुमार के खिलाफ जांच हुई थी। जांच रिपोर्ट निदेशालय में जमा है। ठेकेदार रितेश सिंह बोले- जांच में जवाब दे दिया था
बीज ढुलाई का ठेका लेने वाले रितेश सिंह के ऊपर 5 गुना अधिक भुगतान और अधिक दूरी दिखाकर पेमेंट लेने का आरोप है। हमने ठेकेदार रितेश सिंह से उन पर लगे आरोप के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि उस समय जांच के लिए बुलाया गया था। जो भी जानकारी देनी थी, निदेशालय को दे दी थी। ट्रक के साथ बीजीआई जाते हैं, उनसे भी पूछताछ हुई थी। गोरखपुर मंडल के देवरिया और महराजगंज में बीज ढुलाई में हुई धांधली के बाबत कृषि निदेशक जीतेंद्र तोमर ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कह पाएंगे। ———————— ये खबर भी पढ़ें… यूपी में इस बार होगी अच्छी बारिश, जून में सामान्य से 11% ज्यादा बरसे बादल, जानिए जुलाई में कैसा रहेगा मानसून यूपी में मानसून की एंट्री 18 जून को हो चुकी है। जून में हर साल के मुकाबले इस बार 11% ज्यादा बारिश हो चुकी है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जुलाई में भी उत्तर-पूर्वी मैदानी क्षेत्र को छोड़कर प्रदेश के अन्य भागों में सामान्य से ज्यादा बारिश होगी। पढ़िए पूरी खबर..